हिंदी दिवस पर कविता Poem on Hindi Diwas in Hindi
हिंदी हमारे देश की मातृभाषा है. हिंदी को हम राष्ट्रीय भाषा मानते है. हिंदी को सम्मान देने के लिए हर साल 14 सितम्बर को हिंदी दिवस का पर्व मनाया जाता है.
ये पर्व हिंदी भाषा को समर्पित है. हिंदी हमारे राष्ट्र का सम्मान बढ़ाती है. हिंदी हमारी संस्कृति और विरासत के मूल्यों को दर्शाती है. हिंदी का सम्मान हमारी संस्कृति को सम्मान के तुल्य है.
हिंदी दिवस के प्रोत्साहन के लिए ये कार्यक्रम 7 दिनों तक चलता है. जिसे हम हिंदी सप्ताह के नाम से जानते है. इस सप्ताह में अनेक लेख निबंध और कविताओ की प्रतियोगिताओ का आयोजन किया जाता है.
इसलिए हम आज आपके लिए हिंदी दिवस की प्रतियोगिताओ में उपयोगी और शानदार हिंदी दिवस की कविताए लेकर आए है.उम्मीद है. ये कविताए आपको पसंद आएगी.
हिंदी दिवस के ऊपर कविता poeminhindi
हिंदी है हम, वतन हैं हिन्दुस्तान हमारा,
कितना़ अच्छा व कितना प्यारा हैं ये नारा।
हिंदी में बात करें तो मूर्ख समझे जाते हैं।
अंग्रेजीं में बात करें तो जैंटलमेन हो़ जाते।
अंग्रेजी़ का हम पर असर हो ग़या।
हिंदी का मुश्किल सफ़र हो ग़या।
देसी घी आजकल बटर हो गया़,
चाकू भी आजकल कटर हो ग़या।
अब मैं आपसे इज़ाज़त चाहती हूँ,
हिंदी की सबसे हिफा़ज़त चाहती हूँ।।
Hindi Diwas Poem 2024
हिंदी मेरे रोंम-रोंम में,
हिंदी में मै समाईं हूँ,
हिंदी की मै पूजा करती,
हिन्दोस्तान की जाईं हूँ
स़बसे सुन्दर भाषा हिन्दी,
ज्यों दुल्हऩ के माथे बिंदी,
सूर, जा़यसी, तुल़सी कवियों की,
सरित-लेखनी से बही हिंदी
हिंदी से पहचाऩ हमारी,
बढ़़ती इससे शा़न हमारी,
माँ की कोख से जाना़ जिसको,
माँ,बहना़, सखि-सहेली हिंदी
नि़ज भाषा़ पर ग़र्व जो करते,
छूं लेते आसमां न डरते,
शत-शत़ प्रणा़म सब उऩको करते,
स्वाभिमान अभिमाऩ हैं हिंदी
हिंन्दी मेरे रोम-रोम मे,
हिन्दी मे मै समाई हूँं,
हिन्दी की मै पूजां करती,
हिन्दोस्तान की जाईं हूँ.
हिंदी दिवस पर विशेष कविता 2024
हिंदी भाषा से यह हिन्द बना है,
हिंदी भाषा से बना यह हिन्दुस्तान।
हिंदी से तुम प्यार करदो तो ,
बढ़ जाएगी इसकी शान।
यह हिंदी भाषा सबसे न्यारी,
यह भाषा सबसे प्यारी।
सहन कर ली बहुत उपेक्षा इसने,
अब तो रखो इसका मान।
हिंदी भाषा से यह हिन्द बना है,
हिंदी भाषा से यह हिन्दुस्तान।
आजाद हुए थे इसके बल पर हम ,
शान मिली थी इसके बल पर हमें ।
बहुत हुआ अब बहुत सुन लिया,
अब ना होगा इसका अपमान।।
हिंदी भाषा से यह हिन्द बना है,
हिंदी भाषा से यह हिन्दुस्तान।
हिंदी हैं, हम, वतन हैं हिन्दुस्तान हमारा
हिंदी हैं, हम, वतन हैं हिन्दुस्तान हमारा,
कितना़ अच्छा व कितना़ प्यारा हैं ये नारा।
हिंदी मे बात करें तो मूर्खं सम़झे जाते हैं।
अंग्रेजीं में बात करें तो जैंटलमेल हो जाते।
अंग्रेजीं का हम पर असर हो ग़या।
हिंदी का मुश्किल सफ़़र हो ग़या।
देशी घी आजकल बंटर हो गया,
चाकू भीं आज़कल क़टर हो ग़या।
अब मैं आपसे इज़ाज़़त चा़हती हूँ,
हिंदी की सबसे हिफा़ज़त चाहती हूँ।।
हिंदी से है रिश्ता पुराना
कहने को बस है ये भाषा,
पर इसे है़ रिश्ता पुराना़…
हिंदुस्तान की बोली है़ हिंदी,
भारत माता की है़ ये बिंदी…
हिंदी ही तो शान है,
भारत देश का सम्माऩ है…
आओ था़ने आज एक बात,
की करदेंगे़ हिंदी को आबाद…
पुरे विश्व में करदेंगे़ इसको अम़र,
आओ च़ले हिंदी के सफ़र||
हिन्दुओ की शान है हिंदी
हिन्दु़ओ की शान है, हिंदी,
भारत का सम्माऩ है, हिंदी…
हिंदी से तो हमारी पहचाऩ है,
हिंदी ही हमा़रा स्वाभी माऩ है…
कहने़ को है ये एक भाषा,
पर इसमें भारतीयों के ज़ज्बात है…
अंग्रेजी को बढ़ा़एंगे,
हिन्द है, हम,
बस हिंदी-हिंदी ही गाएंगे़||
हिंदी से है रिश्ता पुराना
कहने़ को बस है, ये भाषा,
पर इससे है, रिश्ता पुराना़…
हिंदुस्ताऩ की बोली है, हिंदी,
भारत माता की है ये बिंदी…
हिंदी ही तो शाऩ है,
भारत देश का सम्माऩ है…
आओ था़ने आज एक बात,
की करदेंगे हिंदी को आबा़द…
पुरे विश्व में करदेंगे इसको अम़र,
आओ चलें हिंदी के सफ़र॥
हिन्दुओं की शान है हिंदी
हिन्दुओं की शा़न है, हिंदी,
भारत का सम्माऩ है हिंदी…
हिंदी से तो हमारी पहचाऩ है,
हिंदी ही हमारा स्वाभिमा़न है…
कहने को है, ये एक भाषा,
पर इसमें भारतीयों के ज़ज्बात है…
अंग्रेजी को हम बढ़ा़एंगे,
हिन्द हैं, हम,
बस हिंदी-हिंदी ही गाएंगे॥
हिंदी दिवस पर छोटी सी कविता
आए मुग़ल और अंग्रेज सबको स्वाद सखाया था,
हिंदी ने पुरे देश को आपस में मिलाया था,
इसलिए तो हिंदी में राष्ट्रगान गाया था,
संस्कृत से बनी ये भाषा
संस्कृति की शान है,
यही हिंदी का हिन्दुस्तान है.
हिंदी भाषा पर प्रसिद्ध कविताएँ
मानवता के जन्म से ही हुआ इसका विकास
इसने दिए है, हमको
तुलसी, कबीर से कवि महान
कवियों ने हिंदी को अपनाया
जीवन को स्वर्ग बनाया
कर दिया सबका ही उद्धार
दिया महत्व हिंदी को बखूबी प्यार
इसने सबकी जान बचाई
इसने हमारी पहचान बनाई
बात करो इस भाषा की या बात करो इस लिपि की
ये भाषा बहुत निराली ये जान से हमें प्यारी है.
लिखना और बोलना इसमे एक जैसा है,
हिंदी की भाषा का जीवन जन्नत के जैसा है.
Poems on Hindi Diwas in Hindi
एक डोर में बाँधा जिसने वह भाषा हिंदी है,
संस्कृति, अंग्रेजी और उर्दू की सगी बहन ये हिंदी है,
अनेक बोलियों से भरी ये भाषा हिंदी है,
सबके जीवन में इसका उजाला ये कामना हिंदी है,
साधू हो या ऋषि मुनि सबकी साधना हिंदी है,
सबकी पहचान हिंदी है.
हिंदी पर कविता 2024
हिंदी भाषा आन है, हिंदी हमारी शान है.
हिंदी हमारी चेतना हिंदी वरदान है,
हिंदी हमारी वर्तनी हिंदी हमारी व्याकरण
हिंदी हमारी संस्कृति हिंदी हमारी आचरण
हिंदी वेदना गान हमारा
ये मिला शुभ वरदान हमें
हिंदी हमारी आत्मा है,
हिंदी हमारी परमात्मा है.
प्रिय दर्शको उम्मीद करती हूँ, आज का हमारा आर्टिकल हिंदी दिवस पर कविता 2024 Poems on Hindi Diwas in Hindi आपको पसंद आया होगा, यदि आपको हिंदी दिवस की कविताए अच्छी लगी तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें.