समानुभूति पर निबंध | Essay on Empathy In Hindi
समानुभूति की निश्चित परिभाषा देने संभव नहीं हैं. क्योंकि विभिन्न मनोवैज्ञानिकों ने इसे अलग अलग स्तर पर परिभाषित किया हैं. इसकी एक सामान्य परिभाषा हो सकती है.
कि किसी व्यक्ति में किसी अन्य व्यक्ति अन्य प्रणाली या किसी काल्पनिक चरित्र की मनः स्थितियों को सटीक रूप में समझने की क्षमता समानुभूति कहलाती हैं.
कुछ अन्य मनोवैज्ञानिक मानते हैं कि समानुभूति सिर्फ दूसरों की मन स्थितियों को समझने तक सीमित नहीं है बल्कि उन्ही भावनाओं को उस स्तर पर महसूस करने का नाम है.
जिस स्तर पर उन भावनाओं को मूल व्यक्ति ने अनुभव किया था. इसका चरम रूप वहां दिखता है जहाँ व्यक्ति की चेतना में स्व तथा पर का अंतर मिटने लगता हैं.
समानुभूति की विशेषताएँ (Characteristics of empathy)
- इसमें दूसरे के भावों को तथा परिपेक्ष्य के प्रति संवेदनशीलता तथा उनके कार्यों में सक्रिय रूचि उत्पन्न होती हैं.
- इस क्षमता वाले व्यक्तियों में दूसरों के प्रति संवेगात्मक संकेत पाये जाते हैं वे दूसरों की बातों को पूर्ण तन्मयता से सुनते है तथा दूसरों के प्रति संवेदनशीलता प्रकट करते हैं एवं उनकी समस्याओं को समझने का प्रयास करते हैं.
- दूसरे व्यक्तियों की भावनाओं, स्थितियों और आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर उनकी सहायता करने का प्रसार करने का प्रयास करते हैं.
- समानुभूति के विकास हेतु दूसरे लोगों की समस्याओं से अवगत होने उनकी स्थितियां परम्पराओं और विश्वास आदि को तन्मयता से सुनने व समझने का अवसर मिलना चाहिए.
- प्रशासनिक अधिकारी फिल्ड विजिट करते हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में कैम्प लगाते हैं और उनके बीच रहकर उनकी समस्याओं को समझने का प्रयास करते हैं.
राजस्थान में कुछ समय पूर्व जारी कार्यक्रम प्रशासन गाँवों की ओर का लक्ष्य यह था कि प्रशासनिक अधिकारी लोगों की समस्याओं में उनकी भावनाओं से परिचित हो सके.
तथा ग्रामीणों की समस्याओं के प्रति वे संवेदन शील बन सके. जिसमें प्रशासनिक अधिकारियों में समानुभूति का अहसास हो सके जिससे वे उनकी समस्याओं का समुचित समाधान कर सके.
समानुभूति का प्रशासन में उपयोग (Use of empathy in administration)
- प्रशासनिक अधिकारियों को दूसरों की भावनाओं को समझना चाहिए, उनसे अपने आपकों जोड़ते हुए उनकी भावनाओं व आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर तदानुरूप कदम भी उठाने चाहिए.
- समानुभूति न केवल लोगों से संवाद स्थापित करने में मदद करती है बल्कि ये पारस्परिक समझ को भी बढ़ाती हैं.
समानुभूति के प्रकार (Types of empathy)
समानुभूति को संज्ञानात्मक समानुभूति (Cognitive empathy) तथा भावनात्मक समानुभूति (Emotional empathy) में बांटा गया हैं.
संज्ञानात्मक समानुभूति को पुनः परिपेक्ष्य ग्रहण तथा कल्पना में विभाजित किया गया हैं. परिपेक्ष्य ग्रहण किसी अन्य व्यक्ति के व्यवहार को समझने की क्षमता है जबकि कल्पना किसी काल्पनिक चरित्र की परिस्थतियों को समझने की क्षमता हैं.
भावनात्मक समानुभूति को भी दो भागों समानुभूति चिंता (Empathy concern) और समानुभूति तनाव (Empathy Distress) में बांटा जाता हैं.
समानुभूति चिंता में व्यक्ति की भावनाएं उत्तेजित हो जाती हैं. और वह चाहने लगता है कि पीड़ित व्यक्ति की स्थिति में सुधार हो ओर अगर वह किसी तरह का सहयोग करने की स्थिति में होता है तो पीड़ित व्यक्ति को सहयोग भी करता है.
समानुभूति तनाव में तीव्रता का स्तर और भी अधिक होता है वह तीव्रता का स्तर और भी अधिक होता है. यह तीव्रता इतनी अधिक होती है कि व्यक्ति का सामान्य जीवन यापन भी कठिन हो जाता हैं. समानुभूति तनाव के लाभ कम है और हानियाँ ज्यादा.