सौर ऊर्जा पर निबंध Essay on Solar Energy in Hindi : मित्रों सौर ऊर्जा (Solar Energy) के बारे में हम सभी सामान्य जानकारी रखते हैं. सूर्य द्वारा प्रदत्त ऊर्जा को हम सूर्य अथवा सोलर एनर्जी कहते हैं. नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों में यह सर्वोच्च है इसे अनवरत प्राप्त किया जा सकता हैं. आज के निबंध एस्से, स्पीच अनुच्छेद पैराग्राफ में हम सौर उर्जा इन हिंदी को विस्तार से जानेगे.
Essay on Solar Energy in Hindi
कई मायनों में सौर ऊर्जा आधुनिक समय में सर्वश्रेष्ठ ऊर्जा आवश्यकता को पूर्ण करने का स्रोत हैं. पर्यावरण को सबसे कम प्रदूषित करने के साथ ही सौर ऊर्जा सर्वत्र सुलभ एवं कम कीमत में उपलब्ध ऊर्जा माध्यम हैं.
हमारी पृथ्वी पर सूर्य की रोशनी की उपलब्धता इस ऊर्जा स्रोत को दीर्घकालिक एवं अनवरत उपयोग हेतु बनाता हैं. अब हम जानेगे कि सौर ऊर्जा क्या है इसका महत्व लाभ, हानि, दैनिक जीवन में इसके उपयोग क्या हैं.
सौर ऊर्जा क्या है? (What is solar energy?)
सौर उर्जा सूर्य से निकलने वाली प्रकाश और ऊष्मा होती है, जो हमारे लिए सूर्य की किरण से विद्युत् का उत्पादन करती है. इसके लिए सौर शक्ति, सौर तापीय ऊर्जा, और सौर वास्तुकला जैसी तकनीकों का प्रयोग करते है. सौर उर्जा के लिए आवश्यक संसाधन एकमात्र प्राकृतिक उर्जा का स्रोत सूर्य ही है, जो हमें लगातार ऊर्जा देता है.
सरल शब्दों में कहे तो सौर ऊर्जा, ऊर्जा का वह माध्यम है जिसे सूर्य से प्राप्त किया जाता हैं. जिस पर स्थानिक विशेषताएं यथा मौसम, जलवायु आदि प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करते हैं.
दैनिक जीवन में हम सौर ऊर्जा के कई अनुप्रयोग करते हैं. साथ ही इस ऊर्जा को विद्युत् ऊर्जा के रूप में रूपांतरित कर अन्य उपयोगों हेतु प्रयोग में लिया जा सकता हैं.
सौर ऊर्जा का उपयोग क्या-क्या है? (What are the uses of solar energy)
पिछले कुछ वर्षों से सौर ऊर्जा का उपयोग तेजी से बढ़ा है. वर्तमान की आवश्यकताओं के अनुरूप सौर उर्जा को घरेलू तथा व्यावसायिक उपयोग हेतु प्रयोग किया जा रहा हैं.
घरेलू उपयोग में खासकर प्रकाश, सौर कुकर आदि के लिए कोई विशेष उपकरणों की भी आवश्यकता नहीं होती हैं. जबकि इसके व्यावसायिक उपयोग हेतु बिजली उत्पादन कर उपयोग सम्भव हैं.
तेजी से लोकप्रिय हो रहे सौलर कुकर इस ऊर्जा के घरेलू उपयोग के सर्वोत्कृष्ट उपकरण हैं. जिनका उपयोग सूर्य की किरणों के माध्यम से भोजन आदि पकाने में आसानी से किया जा सकता हैं.
उद्योगों के विकास के साथ ही उनमें सौर ऊर्जा के उपयोग की नवीन सम्भावनाओं की खोज निरंतर जारी हैं. बहुत सम्भव है आने वाले दशक में मानव अपनी आवश्यकता के लिए सौर ऊर्जा का सुलभ उपयोग कर सकेगा.
सौर ऊर्जा के क्या लाभ हैं (What are the benefits of solar energy)
मानव ने अब तक अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए अनगिनत साधनों का आविष्कार कर लिया है जिनमें अधिकतर सिमित मात्रा में उपलब्ध हैं.
तथा उनके उपयोग से पर्यावरण प्रदूषण का सामना भी करना पड़ता हैं. मगर सौर ऊर्जा के उपयोग का सबसे बड़ा फायदा यह है की इसके अनियमित उपयोग से भी पर्यावरण को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुँचता हैं.
यानी सौर ऊर्जा प्रदूषण मुक्त है जिसके निर्माण तथा उपभोग में किसी प्रकार का रासायनिक या जैविक प्रदूषण नहीं होता हैं. इसके ऊर्जा उत्पन्न करने की प्रक्रिया में किसी तरह के परीक्षण, वनों की कटाई, खनन आदि की आवश्यकता भी नहीं होती हैं.
इस तरह इसके प्रयोग से न केवल ऊर्जा की खपत की पूर्ति होगी बल्कि पर्यावरण को भी स्वच्छ रखने में मदद मिलेगी. पर्यावरण मित्र होने के साथ साथ सौर ऊर्जा का दूसरा लाभ यह है कि इससे कही भी ऊर्जा का उत्पादन किया जा सकता हैं.
आज भी देश में कई ऐसे सुदूर क्षेत्र है जहाँ विद्युत् आपूर्ति का कोई साधन उपलब्ध नहीं हैं. ऐसे में सभी शहरी, ग्रामीण, पहाड़ी, तटीय और मरुस्थलीय प्रदेशों में सौर ऊर्जा के माध्यम से बिजली कम लागत में कम समय में पहुचाना सम्भव है.
आने वाले कुछ दशकों में हम एक भयानक ऊर्जा संकट का सामना करने वाले है. ऐसे में सिमित ऊर्जा संसाधनों के उपयोग को हतोत्साहित कर सौर ऊर्जा जैसे नवीनीकरणीय स्रोतों को अधिक प्रोत्साहित करने की जरूरत हैं. धीरे धीरे इसके महत्व को समझा जा रहा हैं. ऊर्जा का यह स्रोत कभी न समाप्त होने वाला असीमित संसाधन हैं.
सौर ऊर्जा के नुकसान क्या हैं?
प्रत्येक वस्तु के दो पहलु होते हैं जिनमें एक लाभदायक होता है तथा दूसरा नुकसानदायक भी होता हैं. यदि हम सौलर एनर्जी की हानियों की बात करे तो लाभ की तुलना में बेहद अल्प नुकसान है जिन्हें दूसरें शब्दों में हम सीमाएं भी कह सकते हैं.
जिनके चलते इसका उपयोग प्रतिबंधित दशाओं में ही किया जा सकता है. सौर ऊर्जा की पहली एवं सबसे बड़ी सीमा यह है कि इसका उपयोग केवल दिन के समय ही किया जा सकता हैं.
चूँकि सूर्य की किरणों से यह ऊर्जा उत्पन्न होती हैं. अतः दिन के समय अथवा जब आसमान पूरी तरह साफ़ हो तभी इसे पैदा किया जा सकेगा.
वहीँ सौर ऊर्जा के निर्माण और इसके उपकरण की लागत तथा रखरखाव भी उतना आसान नहीं हैं. इसके बड़े पैनल के निर्माण और समस्त घरेलू उपयोग की इकाई निर्माण में बड़ी धनराशी खर्च करने की आवश्यकता होती हैं. मगर सौर ऊर्जा सेटअप में खर्च एक ही समय के लिए होता हैं. यह इसका एक और अच्छा पहलू हैं.
सौलर एनर्जी की घरेलू उपयोग इकाई लगाना काफी सरल हैं. जिसमें एक बड़े सौर पैनल और ऊर्जा संग्राहक बैटरी की जरूरत होती हैं.
मगर बड़े क्षेत्रों में विद्युत् की तरह आपूर्ति के लिए सौर ऊर्जा संयंत्र के निर्माण में बड़े भूभाग की आवश्यकता होती हैं. अधिक ऊर्जा के लिए अधिक बड़े पैनल लगाना भी आर्थिक दृष्टि से महंगे होते हैं.
इस तरह हम कह सकते हैं सौर उर्जा पूरी तरह सूर्य पर निर्भर एक नवीन ऊर्जा स्रोत हैं. इसे सिमित दशाओं में असीमित उपयोग किया जा सकता हैं.
बरसात तथा सर्दी के दिनों में इसके निर्माण की बाधाएं समस्या के रूप में सामने आती हैं, जब सूर्य की किरने सीधी पृथ्वी पर पड़ती हैं. उसी समय इस ऊर्जा माध्यम का संचालन किया जा सकता हैं.