ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप पर निबंध | Essay on Australia Continent In Hindi- नमस्कार साथियों स्वागत है, आपका आज के हमारे इस लेख में आज हम सबसे छोटे महाद्वीप आस्ट्रेलिया के विस्तार, जनसँख्या, जलवायु, मानसून तथा उससे जुडी सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे.
ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप पर निबंध | Essay on Australia Continent In Hindi
ऑस्ट्रेलिया को विश्व का स्तर भूखंड माना गया है क्योंकि निकट भूतकाल में किसी भी प्रकार के यहां से ज्वालामुखी प्राप्त नहीं हुए हैं इसे प्यासी भूमि का महादेश भी कहा जाता है इस के मध्य से मकर रेखा गुजरती है.
क्षेत्रफल की दृष्टि से देखा जाए तो ऑस्ट्रेलिया भारत से 2 गुना है तथा विश्व का छठा बड़ा देश है. ऑस्ट्रेलिया न्यूजीलैंड तस्मानिया मेलानेशिया माइक्रोनेशिया और पोलिनेशिया के समूह को ओसेनिया कहा जाता है.
ऑस्ट्रेलिया की मूल निवासी अबरोविजनल हैं वर्तमान में इनकी जनसंख्या लगभग 10% है शेष 90% यूरोपीय मूल की आबादी निवास करती है.
विश्व का दूसरा सबसे बड़ा द्वीप पापुआ न्यू गिनी है जो ऑस्ट्रेलिया के उत्तर में स्थित है तथा टॉरस जलसंधि के द्वारा ऑस्ट्रेलिया से अलग होता है. ऑस्ट्रेलिया और तस्मानिया के बीच बास जल संधि है.
न्यूजीलैंड ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दक्षिण में स्थित है न्यूजीलैंड दो भागों में विभाजित है उतरी न्यूजीलैंड तथा दक्षिणी न्यूजीलैंड दोनों के मध्य कुक जलसंधि है.
ऑस्ट्रेलिया व न्यूजीलैंड के मध्य तस्मान सागर स्थित है. ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप के प्रमुख तटीय नगरों में ब्रिसबेन सिडनी कैनबरा मेलबर्न एडिलेड पर्थ तथा डार्विन है.
ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप का प्रमुख रेल मार्ग ग्रेट ऑस्ट्रेलियन है यह हिंद महासागर के समुद्र पत्तन नगर तट को प्रशांत महासागर समुद्र तट से जोड़ता है. ऑस्ट्रेलिया की लंबी सड़कों को कॉमनवेल्थ कहते हैं ऑस्ट्रेलिया में सर्वोत्तम उन प्रदान करने वाली मेरिनो भेड़ों की अधिकता है.
न्यूजीलैंड को दक्षिण का ब्रिटेन कहा जाता है इसकी खोज 1769 में जेंट्स कोक ने की थी यह ऑस्ट्रेलिया से 2000 किलोमीटर दूर है न्यूजीलैंड की पहाड़ी देश है. न्यूजीलैंड की सबसे लंबी नदी वैकाटो है तथा सबसे बड़ी झील टोपो है.
ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप का प्रमुख रेल मार्ग ग्रेट ऑस्ट्रेलियन है यह हिंद महासागर के समुद्र पत्तन नगर तट को प्रशांत महासागर समुद्र तट से जोड़ता है. ऑस्ट्रेलिया की लंबी सड़कों को कॉमनवेल्थ कहते हैं ऑस्ट्रेलिया में सर्वोत्तम उन प्रदान करने वाली मेरिनो भेड़ों की अधिकता है.
न्यूजीलैंड को दक्षिण का ब्रिटेन कहा जाता है इसकी खोज 1769 में जेंट्स कोक ने की थी यह ऑस्ट्रेलिया से 2000 किलोमीटर दूर है न्यूजीलैंड की पहाड़ी देश है. न्यूजीलैंड की सबसे लंबी नदी वैकाटो है तथा सबसे बड़ी झील टोपो है.
न्यूजीलैंड 1921 में ब्रिटेन से स्वतंत्र हुआ था यहां माओरी जनजाति निवास करती है न्यूजीलैंड का सबसे प्रमुख पर्वत दक्षिणी आल्पस है इसकी सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट कुक है जिसकी ऊंचाई 3754 मीटर है.
न्यूजीलैंड के शीतोष्ण कटिबंधीय घास के मैदानों को कैटबरी कहा जाता है तथा ऑस्ट्रेलिया के शीतोष्ण कटि बंधीय घास के मैदानों को डाउंस कहते हैं.
न्यूजीलैंड की राजधानी वेलिंगटन एक प्रमुख बंदरगाह होने के साथ विश्व की सबसे दक्षिणतम राजधानी भी है कीवी न्यूजीलैंड का राष्ट्रीय पक्षी है.
ऑस्ट्रेलिया की मुख्य भूमि को तीन भागों में बांटा जाता है
ऑस्ट्रेलिया की मुख्य भूमि को तीन भागों में बांटा जाता है
- ग्रेट डिवाइडिंग रेंज को ऑस्ट्रेलिया की उच्च भूमि भी कहा जाता है इसका विस्तार उत्तर में कैप मार्क प्रायद्वीप से विक्टोरिया और बास जलसंधि तक है इस पर्वत श्रेणी की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट कोशिसुको है जिसकी ऊंचाई 2281 मीटर है ऑस्ट्रेलिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी है इस पर्वत श्रेणी से मरे तथा डार्लिंग नदियां निकलती है ग्रेट डिवाइडिंग रेंज जल विभाजक का कार्य करती है ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड प्रांत में पाताल तोड़ कुआं पाए जाते हैं पाताल तोड़ कुआं का अर्थ स्वत ही जल बाहर आना है
- मध्यवर्ती मैदानी भाग का विस्तार उत्तर में कारपेंट्रीया की खाड़ी से दक्षिण में ग्रेट ऑस्ट्रेलिया तक है उत्तरी तथा दक्षिणी नामक दो उपभागों में विभाजित किया जाता है इस मैदान का निर्माण मरे तथा डार्लिंग और कूपरकीक नदियों द्वारा किया गया है क्षेत्र में उपजाऊ मृदा पाई जाती है जिसे रेवरीना कहा जाता है मध्यवर्ती मैदान में ऑस्ट्रेलिया की सबसे गहरी आयर झील है इसकी समुद्र तल से गहराई 12 मीटर है
- पश्चिमी पठार भूमि मैं प्रीकैंब्रियन यूपी सट्टा ने पाई जाती है इस भाग में कई मरुस्थल है जैसे गिबाइन का मरुस्थल विक्टोरिया तथा ग्रेट सैंडी मरुस्थल
ग्रेट विक्टोरिया मरुस्थल ऑस्ट्रेलिया का सबसे बड़ा मरुस्थल है इसमें कालगुर्ली व कूलगार्डी दो प्रमुख सोने की खाने हैं.ऑस्ट्रेलिया की पश्चिमी पठारी भूमि में बहुत कम वर्षा होती है यह शुष्क भूमि है इसके पश्चिम में स्वान नदी बहती है.
ऑस्ट्रेलिया के उत्तरी पूर्वी तट के साथ समुद्र में एक प्रवाल भित्ति पाई जाती है जिसे ग्रेट बैरियर रीफ कहां जाता है इसकी लंबाई 1900 किलोमीटर है इसका निर्माण प्रवाल नामक समुद्री जीव के अस्थि पंजरो के जमाव से हुआ है.
कंगारू यहां का एक विशिष्ट जानवर है इसे धानी वर्ग में रखा गया है इस प्रकार के जंतु अपने बच्चों को पेट के पास बनी एक खाल की थैली में रखते हैं. एमू यहां का एक विचित्र प्रजाति वाला पक्षी है यह पक्षी होते हुए भी उड़ नहीं सकता क्योंकि यह पंख विहीन होता है तथा इसकी टांगे लंबी होती है लेकिन यह शुतुरमुर्ग की तरह तेज दौड़ता है.
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