प्रत्येक देश युवाओ पर निर्भर होता है. देश की संरचनात्मक तथा कार्यात्मक शक्ति युवाओ के पास होती है.हर देश के विकास में युवाओ की महत्वपूर्ण भूमिका होती है.आज के इस आर्टिकल में हम राष्ट्र निर्माण में युवा की भूमिका पर निबंध के बारे में विस्तार से पढेंगे.
राष्ट्र निर्माण में युवा की भूमिका पर निबंध Essay on Role of Youth in Nation Building in Hindi
आज देश विकास में सबसे महत्वपूर्ण योगदान युवाओ का माना जाता है. आज के युवाओ को सही तरीके से कार्य में लगाना आज हमारे देश की प्रगति में बड़ा योगदान दिलाता है.
हमारे देश में बढती जनसख्या के कारण आज के युवा बेरोजगार घूम रहे है. जिस कारण वो देश के लिए अपना योगदान नहीं दे पा रहे है. एक साक्षर और युवा सबकुछ कर सकता है. उसे मौका मिलना चाहिए.
आज के इस युग में सभी देशो की अर्थव्यवस्था संभालने का कार्य युवा लोग करते है.देश का विकास युवाओ से ही संभव होता है.देश की श्रेष्ठ योद्धा भी युवा ही होता है.युवा देश के विकास के साथ साथ खुद की उन्नति भी कर करने में संभव है.हर राष्ट्र के पास युवा शक्ति सबसे बड़ी शक्ति होती है.
युवा शक्ति हर परस्थिति में डट कर देश के लिए बलिदान तक दे सकती है.युवा शक्ति से ही आज अमेरिका,जापान तथा फ़्रांस जैसे देशो ने तीव्रता से विकास किया है.हमारे देश का विकास भी युवाओ के कंधो पर टिका है.युवा शक्ति ही हमारे राष्ट्र को विकाशसील से विकसित देश बना सकती है.
राष्ट्र निर्माण से क्या तात्पर्य है?
किसी भी राष्ट्र की सामाजिक,आर्थिक तथा अर्थव्यवस्था में विकास को ही राष्ट्र निर्माण कहते है.अर्थात राष्ट्र के बुनयादी ढांचे में विकास को ही राष्ट्र निर्माण है.राष्ट्र निर्माण से देश के सभी नागरिको को समान अवसर मिले.राष्ट्र के नियम,कानून तथा कायदों में सुधार तथा शिक्षा व्यवस्था और अन्य सभी व्यवस्थाओ में उन्नति को हम राष्ट्र निर्माण कहते है.
युवा : राष्ट्र की उम्मीद
युवा हर कार्य को जिम्मेदारी से पूर्ण करने के योग्य होते है.पर युवाओ की संख्या कम होते के कारण युवाओ का इतना प्रभाव दिखाई नहीं दे रहा है.जितना फ़्रांस जैसे देशो में दिखता है.युवा मिलकर हर समस्या का समाधान निकाल सकते है.इसलिए तो इन्हें राष्ट्र की रीड की हड्डी मानते है.
आज के अधिकांश युवा शिक्षित है.जो अपनी शिक्षा,बल तथा बुद्धि के बल पर देश की उन्नति करने में समर्थ है.पर सभी बेरोजगार होने के कारण ऐसे कार्य करते है.जो अनपढ़ लोग करते है.जैसे- फैक्ट्री में कार्य,पहाड़ो की कटाई आदि.कार्य करते है.क्योकि उन्हें रोजगार की जरुरत होती है.
कई युवा ऐसे भी है.जो अत्यधिक श्रम नहीं करना चाहते है.इसलिए आज भी हमारे देश के अधिकांश शिक्षित युवा बेरोजगार है.युवा रोजगार के लिए प्रत्येक कार्य करने के लिए तैयार है.इसलिए युवा लोग स्वनिर्मित वस्तुओ का निर्माण भी कर सकते है.इस प्रकार देश को आत्मनिर्भर बनाने में युवा महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है.
देश की उन्नति के लिए युवाओ की ओर ध्यान देना होगा.सभी युवाओ को ऐसा कार्य करवाए जाए जिसके परिणाम स्वरूप हमारे देश को लाभ हो तथा युवाओ को रोजगार मिल सकें.हमारा देश आज दुसरे देशो के अधीन है.हर वस्तु दुसरे देशो से लाते है.
हमारे पास करोडो की संख्या में बेरोजगार होने के बाद भी हा दुसरे देशो से वस्तुए खरीदते है.तथा उन्हें टेक्स देते है.जितना टेक्स देती है.सरकार उन टेक्स से इन वस्तुओ का निर्माण किया जा सकता है.तो फिर विदेशो से इस बोझ को खरीदने की क्या जरुरत है.
आज के युवा अपनी शिक्षा से हर कार्य को आसानी से करने में सक्षम है.इसलिए बेरोजगारों को रोजगार प्रदान कर भारत में ही वस्तुओ का निर्माण किया जाए.जिससे बेरोजगार युवा भी रोजगार प्राप्त कर सकेंगे.तथा दुसरे देशो की गुलामी के साथ साथ आर्थिक बचत भी होगी.
युवा रोजगार के लिए उत्साहित है.इस पर ध्यान देने क जरुरत है.युवाओ को रोजगार प्रदान कर उन्हें एक उचित जीवन जीने का अवसर प्रदान कराया जाए. जब युवा रोजगार से लाभान्वित होंगे तभी युवा देश के निर्माण में सहयोग कर सकेंगे.वर्ना खुद का पेट पालना भी मुश्किल हो जाएगा.
युवाओं की शक्ति
इतिहास के युवाओ की शक्ति का प्रभाव देखा जाता है.जिस कार्य में युवा अपना सक्रीय योगदान देते है.उस कार्य में विजय हमेशा हमारी ही होती है.उदाहारण के तौर पर भारत की आजादी में अनेक युवाओ ने अपना सहयोग दिया तथा कई युवाओ ने बलिदान तक दिया.जिसके परिणाम स्वरूप हमारा देश ब्रिटिश सरकार को भागने में कामयाब हुआ.
युवाओ ने इस प्रकार ने अनेक ऐतिहासिक बदलाव किये है.युवा अपने तन,मन से समर्पण की भावना से हर कार्य को करते है.इसलिए हमें जरुरत है.कि युवाओ को विकास के पथ पर प्रयोग में लाया जाए.जिससे देश का विकास भी किया जा सकें.तथा युवाओ की प्रतिभाओ की पहचान भी की जा सकें.
युवाओ को सलाह की जरुरत है.वे हर कार्य को बड़ी आसानी से करने में सक्षम है.जिस देश में युवाओ का प्रयोग सही तरीके से नहीं किया जाता है.वे देश आज गरीबी के शिकार है.और यही हालात हमारे देश में भी है.इसलिए स्थिति में सुधार की जरुरत है.युवाओ के समुचित विकास की ओर ध्यान केन्द्रित करने की जरुरत है.
एक शिक्षित युवा अपनी सम्पूर्ण शिक्षा के दौरान देश के के विकास के बारे में पढता है.और देश का विकास ही अपना लक्ष्य बनाता है.पर जब शिक्षा पूर्ण करने के बाद देश सेवा का अवसर नहीं मिलता है.तो खामोश होना पड़ता है.इसलिए इत्सुको को अवसर प्रदान किये जाए.
- युवाओ में बचपन से देशभक्ति कूट-कूट कर भरी होती है.
- युवा हर कार्य को करने को सक्षम होते है.
- रचनात्मक बदलाव लाने की क्षमता
- एकता की मिशाल
- बेहतर विचार शक्ति
- सकारात्मक सोच
- समानता की अवधारणा
निष्कर्ष
हमारे राष्ट्र निर्माण में युवा महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है.इसलिए हमें भी युवाओ का सहयोग करना चाहिए.युवाओ को अवसर [प्रदान करने चाहिए.तथा उनके विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाने चाहिए.युवाओ को विशेष अवसर प्रदान कर उनकी प्रतिभा तथा क्षमता का प्रयोग किया जाना चाहिए.
युवाओ को हर परस्थिति में मजबूत बनाना तथा हर कार्य करने में निपुण बनाना जिससे युवा शक्ति किसी भी कार्य को करने में असक्षम न हो.राष्ट्र निमार्ण में युवाओ के साथ मिलकर उनका सहयोग करें.तथा देश के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं.
राष्ट्र निर्माण में युवाओ की भूमिका
राष्ट्र निर्माण के लिए प्रत्येक नागरिक व्यापक रूप से देश के निर्माण में सहयोग करें.तो ही राष्ट्र का निर्माण हो सकेगा.पर युवाओ पर और इसलिए दिया जा आरहे है.क्योकि युवा नेतृत्व कर्ता होते है.जब नेतृत्व कर्ता मजबूत होगा.तो सहयोगी भी मजबूत होंगे.
सभी की सहभागिता से देश का निर्माण किया जाए तथा मुख्य रूप से युवाओ पर जोर दिया जाए तो निर्माण संभव है.युवा हर कार्य को करने में समर्थ रहते है.इसलिए युवाओ का योगदान सर्वश्रेष्ठ होना चाहिए.
युवा की भूमिका
युवा शक्ति मिलकर हर कार्य को कर सकती है.युवा अपनी सूझ बुझ से भी हर कार्य को अंजाम देती है.युवा राष्ट्र की आवाज होते है.देश को प्रगति तथा आकर युवाओ के हाथ में ही होता है.जो युवा करना चाह्रते है.वह कर सकते है.इसलिए इस शक्ति का सदुपयोग कर राष्ट्र निर्माण में इनका प्रयोग करें.
प्रत्येक युवा को अपनी इच्छा के अनुसार कार्य पर लगाना चाहिए.तथा युवाओ के पास अनुभव कम होता है.इसलिए उन्हें सलाह की जरुरत होती है.युवाओ को सही राह दिखाकर उनका समर्थन कर राष्ट्र निर्माण में युवाओ का सहयोग किया जा सकता है.
आज के युवा हार को स्वीकार नहीं करते है.हर बार नए तरीके से लड़ना जानते है.जीत ही उनका अंतिम लक्ष्य होता है.देश के विकास में युवाओ को लगाया जाया जिससे देश का विकास भी हो सकें.
वैसे युवाओ के जीवन में अनेक समस्या आती है.पर युवा शक्ति उन्हें पराजित कर देती है.पर कई ऐसी समस्या है.जो युवाओ के करियर को बर्बाद कर देती है.तथा उन्हें विकास के पथ से पछाड़ देते है.
- गरीबी,शिक्षा का अभाव तथा युवा बेरोजगारी से युवाओ को प्रगति के अवसर नहीं मिल पाते है.
- मार्गदर्शन का अभाव
- कौशल में कमी
- ग्रामीण युवाओ के लिए अवसरों को कमी
- ग्रामीण युवाओ के लिए आर्थिक कमी
- पर्याप्त संसाधनों की कमी
- रोजगार का न मिलना
कुछ युवा शिक्षा से वंचित रह जाते है.तो कुछ शिक्षा के बाद बेरोजगार इस स्थिति में युवाओ के पास धन कमाने का कोई संसाधन नहीं होता है.इसलिए वे कठिन कार्यो को करने के लिए तैयार हो जाते है. जिससे वे धन की प्राप्ति तो कर लेते है.पर अपनी क्षमताओ का प्रयोग नहीं कर पाते है.इसलिए युवाओ के रोजगार के लिए योजनाए चलाई जाए.जैसे सरकार ने बेरोजगार भत्ता योजना की शुरुआत की है.इस प्रकार की अनेक योजनाओ की जरुरत है.
हम देश की प्रगति में कैसे योगदान दे सकते हैं?
प्रत्येक राष्ट्र का विकास देश की जनता पर निर्भर रहता है.देश के विकास में हम अपने योगदान देने के ले अपने कर्तव्यो की पालना करना चाहिए.अपने कर्तव्यो की पालना कर हम देश के विकास म अपना सहयोग कर सकते है.हमें तन,मन तथा ईमानदारी के साथ देश के हर कार्य में अपनी भूमिका निभा कर सहयोग कर सकते है.
अमीर व्यक्ति धन को देश के लिए समर्पित कर आर्थिक सहयोग कर सकते है.तथा सरकारी नौकरी कर देश की सुरक्षा कर सकते है.तथा शिक्षक के रूप में देशवासियों को ज्ञान दे सकते है.इसी से देश का विकास संभव है.सभी को देश के विकास में योगदान के लिए प्रेरित करें.
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