अहंकार पर निबंध- नमस्कार आज हम व्यक्ति के सबसे बड़े शत्रु अहंकार पर निबंध के माध्यम से अहंकार से जड़ी जानकारी पढेंगे.अहंकार जीवन का सबसे बड़ा संकट है.ये जिस पर छा जाता है.उसके जीवन को बर्बाद कर देता है.अहंकार को हम गर्व भी मानते है.इतिहास गंवा है.जो व्यक्ति अहंकारी हुए है.उनका नाश शीघ्र ही हुआ है.जिसमे आप सबसे प्रमुख राजा रावण को ले सकते है.
अहंकार पर निबंध | Essay on Ahankar in Hindi
अहंकार व्यक्ति के लिए दुविधा बन जाता है। व्यक्ति के जीवन के दुखों का कारण अहंकार ही होता है व्यक्ति खुद को श्रेष्ठ समझता है और अहंकारवान बन जाता है पर जब सच्चाई सामने आती है तो वह परेशान होता है.अहंकार का शिकारी खुद के बारे में नहीं सोचता है.वह खुद को दूसरो से बेहतर समझता है.
अहंकारवान व्यक्ति किसी की नहीं सुनता वह हमेशा खुद की बात रखता है जो खुद को अच्छा लगता है वही करता है दूसरों को महत्व नहीं देता व्हाट्सएप नहीं घमंड में डूबा रहता है। जो व्यक्ति अहंकार से मुक्त होता है कुछ नया सीखने का प्रयास करता है पर जो अहंकार मान होता है वह अपने ज्ञान को ही बढ़ा चढ़ा कर मानता है और सबसे ज्ञानी मानता है। पर किसी की सलाह की जरूरत नहीं रखता है और ना ही दूसरों की सलाह को सुनता है।
अहंकार से बुद्धि का नाश होता है अहंकार एक लत है और यह लत जिसको लगती है उसका जीवन बर्बादी की ओर अग्रसर होता है अपने जीवन में गुणों को प्रवेश नहीं देता है और खुद को बड़ा समझ कर दूसरों को नीचा समझता है इसी बीच वह अपने ज्ञान मे बढ़ोतरी नहीं कर पाता है।
अहंकार राजा को रंक बना देता है इसकी कहानी आपने राजा रावण और भगवान राम की कहानी सुनी होगी जिसमें रावण खुद को अहंकारी मानता है घमंडी मानता है तथा खुद को अमर मानता है और अपने इस घमंड में आकर भगवान विष्णु तक से युद्ध करने को तैयार हो जाता है पर रावण की समस्त शक्तियों का अहंकार ही करता है और रावण पर भगवान राम विजय पा लेते हैं। इसीलिए कहते हैं कि अहंकार राजा रावण का भी नहीं चलता है।
हमें अपने जीवन को सफल बनाने के लिए तथा अपने भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए अहंकार कि इस बीमारी को दूर भगाना होगा। अपने जीवन में नम्रता को स्थान देना चाहिए किसी व्यक्ति को नीचा नहीं समझना चाहिए सभी के पास ज्ञान होता है.
अहंकार से व्यक्ति की आंतरिक शक्तियां छीन होती है। अहंकार से मुक्ति के लिए हमें किसी व्यक्ति से तुलना नहीं करनी चाहिए। किसी भी परिस्थिति में खुद को श्रेष्ठ ना समझें अहंकार व्यक्ति के चरित्र को क्षति पहुंचाता है।
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