विश्व पर्यावरण दिवस पर निबंध Essay on World Environment Day In Hindi
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने पर्यावरण की सुरक्षा करेंगे और इससे संरक्षण प्रदान करेंगे क्योंकि हम जहां रहते हैं हमारा संरक्षण पर्यावरण के द्वारा ही किया जाता है इसलिए हमारा भी दायित्व बनता है कि हम प्रकृति को शुद्ध बनाए रखने में अपना योगदान देवें.
विश्व पर्यावरण दिवस एक समारोह मात्र ही नहीं है यह हम सबको याद दिलाता है कि हमारे लिए आवश्यक वायु जल तथा अनेक प्रकार की सामग्रियां हमें पर्यावरण द्वारा प्राप्त होती है धरातल पर स्थित पेड़ पौधे हमारे लिए सबसे मूल्यवान संसाधन है जिन का संरक्षण करना हमारा मूल दायित्व है.
आओ आज पर्यावरण दिवस के इस समारोह के अवसर पर सभी मिलकर यह संकल्प लें कि हम पर्यावरण को सुरक्षा प्रदान करेंगे तथा पर्यावरण को अपना मित्र मानकर हमेशा इसकी रक्षा करेंगे।
पर्यावरण के लिए अपने प्राणों की आहुति देने को भी तत्पर रहेंगे तथा सभी को इसके लिए जागरूक करेंगे।विश्व पर्यावरण दिवस प्रत्येक वर्ष 5 जून को मनाया जाता है। विश्व पर्यावरण दिवस 2024 की थीम भूमि बहाली, मरुस्थलीकरण और सूखा लचीलापन रखी गई है।
विश्व पर्यावरण दिवस की शुरुआत का निर्णय स्टॉकहोम सम्मेलन 1972 में लिया गया। पहला पर्यावरण दिवस 1974 में मनाया गया। पहले पर्यावरण सम्मेलन की थीम केवल एक पृथ्वी थी।
विश्व पर्यावरण दिवस का आयोजन संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के द्वारा किया जाता है। इसमें दुनिया के अधिकांश देश सम्मिलित होते हैं तथा भावी समय में पर्यावरण को लेकर संवेदनशील विषयों पर परिचर्चा करते हैं।
विश्व पर्यावरण दिवस की मेजबानी हर वर्ष अलग-अलग देशों के द्वारा की जाती है। विश्व पर्यावरण दिवस 2024 की मेजबानी सऊदी अरब कर रहा है। विश्व पर्यावरण दिवस के आयोजन के समय सप्ताह भर तक अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी प्रदर्शित की जाती है।
वैश्विक परिदृश्य को ध्यान में रखकर प्रत्येक वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस की थीम रखी जाती है। वर्ष विशेष की थीम ज्वलंत मुद्दों तथा पर्यावरणीय समस्याओं को उजागर करने के साथ ही विशिष्ट उद्देश्यों की पूर्ति भी करती है।
इस दिन विद्यालयों महाविद्यालयों तथा सार्वजनिक स्थलों पर विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन कर पर्यावरण के प्रति जागरूकता को बढ़ावा दिया जाता है।
विश्व पर्यावरण दिवस हमारी पृथ्वी की विशिष्ट सुंदरता को बनाए रखने के साथ-साथ पर्यावरण के संरक्षण के लिए आवश्यक गतिविधियों के लिए एक मंच प्रदान करता है।
इस दिन हमारे देश में सार्वजनिक अवकाश नहीं होता है क्योंकि इस दिन सभी विद्यालय कॉलेज तथा अन्य सार्वजनिक स्थानों पर पर्यावरण दिवस मनाया जाता है
पर्यावरण शब्द परि तथा आवरण दो शब्दों से मिलकर बना है। जिसका शाब्दिक अर्थ हुआ जो हमें चारों ओर से घेरे हुए हैं। पर्यावरण में हमारे आसपास के सभी पेड़ पौधे हवा तथा मिट्टी को भी शामिल किया जाता है।
पर्यावरण वैज्ञानिक रूप से कहे तो हमारे आसपास विद्यमान प्रत्येक वस्तु का निर्माण करती है। अर्थात पर्यावरण का निर्माण जैविक तथा अजैविक घटकों के योग से होता है।
दिनों दिन बढ़ते प्रदूषण के स्तर से पर्यावरण को खतरा देखा जा सकता है। पर्यावरण के प्रमुख घटकों में वायुमंडल जलमंडल तथा स्थलमंडल प्रदूषण की चपेट में आ चुके हैं। प्रदूषण का बढ़ता स्तर पर्यावरण तथा पारिस्थितिकी के लिए खतरे के संकेत पैदा कर रहा है।
प्रदूषण के लिए प्रमुख उत्तरदाई कारकों में उद्योगों से उत्सर्जित धुआ तथा अपशिष्ट पदार्थों के साथ-साथ वाहनों द्वारा उत्सर्जित नाइट्रोजन डाइऑक्साइड भी है। इसके अलावा प्राकृतिक कारणों में ज्वालामुखी विस्फोट जंगलों की आग भी पर्यावरण प्रदूषण का मुख्य कारक है.
अब सवाल यह उठता है कि पर्यावरण हमारे लिए क्यों आवश्यक है या इसे बसाना क्यों जरूरी है। पृथ्वी पर जीवन की उपस्थिति के लिए सबसे प्रमुख उत्तरदाई कारक पर्यावरण है। पर्यावरण हमारा पोषण भी करता है और हमें जीवित रहने के लिए अनुकूल वातावरण भी प्रदान करता है। पर्यावरण के अभाव में हम जीवन की कल्पना नहीं कर सकते .
विश्व पर्यावरण दिवस क्यों मनाया जाता है?
विश्व पर्यावरण दिवस के द्वारा पर्यावरण के प्रति जागरूकता को बढ़ावा दिया जाता है। इस दिन हम लोग एक साथ आकर पर्यावरण के द्वारा जीवन को बेहतर करने पर चर्चा करते हैं क्योंकि मानव और पर्यावरण परस्पर निर्भर है।
प्रत्येक वर्ष की पर्यावरण दिवस की थीम पर्यावरण के किसी गंभीर विषय की ओर हमारा ध्यान आकर्षित करती है। तथा उस समस्या से निपटने के कारगर उपाय भी ढूंढे जाते हैं।
वर्तमान में बढ़ती पर्यावरणीय समस्याओं जैसे प्रदूषण तथा जलवायु परिवर्तन ने मनुष्य को अपनी लालची जीवनशैली को बदलने के लिए प्रेरित किया है। इस समय पर्यावरण संरक्षण तथा पर्यावरण प्रबंधन जैसी अवधारणाओं पर बल देने की आवश्यकताएं महसूस की गई है।
विश्व पर्यावरण दिवस पर निबंध
पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीवा को जीवित रहने के लिए पर्यावरण की जरूरत होती है। पर्यावरण मां की भांति हमारी रक्षा करती है तथा हमें शुद्ध ऑक्सीजन देती है। पर्यावरण से ही आज पृथ्वी पर हम अपना जीवन जी रहे हैं।
हमारे जीवन के लिए जितना जल तथा भोजन जरूरी है उतना ही हमारे लिए पर्यावरण भी जरूरी पर्यावरण के बिना हमें ऑक्सीजन संभव ही नहीं है और यदि ऑक्सीजन नहीं मिली तो व्यक्ति का जीवन भी संभव नहीं है।
पर्यावरण को लगातार प्रदूषित किया जा रहा है और प्रदूषण को कम करने वाले साधन पेड़-पौधों को काटा जा रहा है इसके संरक्षण के लिए पूरे विश्व में 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। पर्यावरण दिवस का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण है।
पर्यावरण संरक्षण से हमारा संरक्षण है। जब तक हमारा पर्यावरण प्रदूषित रहेगा हमारे लिए जीना कठिन होता जाएगा। यदि पर्यावरण प्रदूषण इसी प्रकार बढ़ता गया तो प्रकृति का संतुलन बिगड़ जाने के कारण संपूर्ण पृथ्वी नष्ट हो सकती है। और इसके भोगी मानव जाति होगी।
पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए भारत सहित विश्व के अनेक देशों में 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का प्रमुख कारण पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता का फैलाना है।
हमें अपनी भूमिका को निभाते हुए पर्यावरण दिवस के उपलक्ष पर पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने की शपथ लेनी चाहिए। पर्यावरण संरक्षण एक व्यक्ति एक समूह संभव नहीं है इसके लिए देश के प्रत्येक नागरिक को जागरूक होकर पर्यावरण संरक्षण के लिए कदम उठाने चाहिए। लोगों को इसके लिए जागरूक करना चाहिए।
विश्व पर्यावरण दिवस पर नारे Slogans On World Environment Day
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''जागरूक देश की एक ही पहचान
नहीं होगा पर्यायवरण को नुकसान''