तेलंगाना पर निबंध Essay on Telangana in Hindi
तेलंगाना राज्य भारत में एक भूमिगत क्षेत्र से घिरा राज्य है जो उच्च दक्कन पठार पर भारतीय प्रायद्वीप के दक्षिण-मध्य खंड पर स्थित है। 2011 की जनगणना के आंकड़ो के आधार पर यह भारत का ग्यारहवां सबसे बड़ा राज्य और बारहवां सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है।
भारत एक राज्यों का संघ है. भारत में वर्तमान में 28 राज्य है. जिसमे तेलंगाना प्रमुख है. तेलंगाना हैदराबाद रियासत का ही भाग हुआ करता था. जो स्वतंत्रता के बाद आंध्रप्रदेश में मिल गई.
तेलंगाना को आंध्रप्रदेश से भाषा के आधार पर किया गया था. जिसमे तेलंगाना में तेलगु भाषा के अनुनायी को शामिल किया गया. इस राज्य का नाम तेलंगाना इसी आधार पर दिया गया है.
तेलंगाना भारत का दक्षिणी राज्य है. ये राज्य 2 जून 2014 को आंध्रप्रदेश से अलग कर बनाया गया था. इस राज्य की तथा आंध्रप्रदेश की १० साल तक सम्मलित रूप से हैदाराबाद को राजधानी घोषित किया गया.
आंध्रप्रदेश में रहने वाले सभी तेलगु भाषी लोग अपना एक अलग राज्य बनाने के प्रयास में लम्बे समय तक लगे रहे. जिसके बाद २०१४ में सर्वमान्य इसे राज्य के रूप में घोषित किया.
ये राज्य हैदराबाद प्रान्त का हिस्सा था, जो 17 सितंबर 1948 को देश में विलय हुआ था. देश में अनेक राज्यों को भाषा के आधार पर अलग किया गया. जिसमे आंध्रप्रदेश को 1 नवंबर 1953 को मद्रास प्रान्त से अलग किया.
उस समय आन्ध्र भाषा के लोगो के लिए इस राज्य का नाम आंध्रप्रदेश रखा पर उस राज्य के तेलगु भाषी लोगो ने इसका विरोध किया. जिस कारण इन्हें कुछ विशेष अधिकार प्राप्त हुए.
आंध्रप्रदेश राज्य बनाने के बाद 1969 में तेलगु लोगो ने आन्दोलन शुरू किये. जिसमे उन्होंने पुरे राज्य में तहलका मचा दिया. पर इस घटना में ३०० से अधिक लोग मारे गए.
इस हिंसक घटना के बाद नेताओ में आपसी बहस होने लगी. तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आंदोलनकारियों को विशेष अधिकार देने का फैसला किया लेकिन राज्य सरकार ने इसे अमान्य कर दिया.
बढ़ते विरोध और अपने अलग राज्य की नीव को मजबूत जब मिली. तब कुछ नेताओ ने इस आंदोलनकारियों का साथ दिया. कांग्रेस की सरकार लगातर हार का सामना करने के कारण उन्होंने इस राज्य को अलग बनाने के लिए कदम उठाए.
1999 में इस राज्य की गठन की मांग होने लगी. इस समय ''तेलंगाना राष्ट्र समिति'' नामक राजनैतिक पार्टी का गठन किया गया.इसके बाद २००९ में भूख हड़ताल की गई.
आंदोलनकारियों का विरोध तथा राजनैतिक दवाब के कारण 3 अक्टूबर 2013 को तेलंगाना राज्य बनाने के प्रस्ताव को मंजूर कर दिया गया. जो 2 जून 2014 को भारत का राज्य बन गया.
तेलंगाना राज्य क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का 12 सबसे बड़ा राज्य है. इस राज्य का क्षेत्रफल 112,077 वर्ग किलोमीटर है. इस राज्य में कुल 31 जिले है. जनसंख्या के अनुसार भी ये राज्य देश में १२ स्थान प्राप्त करता है.
इस राज्य की राजभाषा तेलगु तथा उर्दू है. यहाँ के अधिकतर लोग तेलगु भाषा बोलते है. हैदराबाद की अधिकारिक भाषा उर्दू थी. लेकिन अब तेलगु है. यहाँ तेलगु भाषा में ही अध्ययन करवाया जाता है.
इस राज्य सभी धर्मो के लोग निवास करते है. पर भाषा इस राज्य की एकता का कारण है. यहाँ 84% हिन्दू, 12.4% मुस्लिम और 3.2% सिक्ख, ईसाई रहते है.
तेलंगाना के लोग काफी मिलझुलकर रहते है. यहाँ अनेक पर्व, उत्सव तथा महोत्व मनाए जाते है. जो सभी मिलकर मनाते है. यहाँ के महोत्सव ककातिया महोत्सव" और दक्कन महोत्सव हैं.
यहाँ के त्योहार बोनालू , बाथुकम्मा , दशहरा , उगादी , संक्रांति , मिलद अन नबी तथा रमजान आदि है. जो बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाए जाते है.
इस राज्य की संस्कृति अपने आप मे समृद्ध है. पर इस राज्य में दक्षिणी राज्यों का काफी प्रभाव देखने को मिलता है. यहाँ फारसी, मोगल, कुतुबशाही और निजाम संस्कृति काफी प्रचलित है.
तेलंगाना राज्य में कुल वर्तमान में 31 जिले है. जो पहले 21 थे. पर 2016 में पुनर्गठन कर १० जिले बनाए गए. इस राज्य का सबसे बड़ा शहर हैदराबाद है. जो यहाँ की राजधानी भी है.
सिद्धिपेट, जनगाव, विकाराबाद, जयशंकर, जगतियल, पेदापल्ली, वारंगल(ग्रामीण), यदादरी, कमारेड्डी, मेदक, मन्चेरियल, महाबुबाबाद, राजन्ना, असिफाबाद, कोठागुदेम, वानापर्थी, सुर्यपेट, निर्मल, नगरकुर्नूल, जोगुलाम्बा, और मेदचल/मल्कैगिरी
2016 के बाद बनाए गए जिले हैदराबाद, आदिलाबाद, महबुबनगर, मेदक, करीमनगर, वारंगल, निजामाबाद, रंगा रेड्डी, खम्मम और नलगोंडा.
देश की महान हस्तियों में शुमार जाकिर हुसैन, सरोजनी नायडू, सानिया मीरजा और वी.वी.वी.लक्ष्मण जैसे लोग इस राज्य से है. ये राज्य पर्यटन की दृष्टि से भी काफी समृद्ध है.
हैदराबाद भारत का दूसरा सबसे श्रेष्ठ पर्यटन स्थल है. इस राज्य के राजकीय पशु हिरन और राजकीय पक्षी नीलकंठ है. राजकीय फूल टंगड़ू और राजकीय वृक्ष जामई है. तथा राजकीय फल आम, राजकीय खेल कबड्डी और राजकीय नदी गोदावरी है.
तेलंगाना के प्रमुख पर्यटन स्थलों में निम्न है-
- वारंगल (पाखल झील, रामप्पा झील, हजार स्तंभ मंदिर, वारंगल का किला, श्री विद्या सरस्वती शनि मंदिर, कुलपक्षी जैन मंदिर)
- हैदराबाद ( चार मीनार, फलकनुमा पैलेस, चौमहल्ला पैलेस,मक्का मस्जिद ,आसमन गढ़ पैलेस, तारामती बारादरी, पुरानी हवेली, बेला विस्टा, शाही मस्जिद, आनंद बुद्ध विहार, बिड़ला मंदिर,जगन्नाथ मंदिर.
- मेदक (कैथेड्रल चर्च, सिद्दीपेट धार्मिक स्थान, गोतम गुट्टा हिल, पोखराम वन्यजीव अभयारण्य, लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर, रामलिंगेश्वर मंदिर, पुरातत्व संग्रहालय, झारसंगम पूजा स्थल, अल्लाद्रुग पूजा का स्थान
- रंगारेड्डी (अनंतगिरि पहाड़ी, उस्मान सागर झील, केसरगुट्टा, शिव लिंगम, अनंतगिरी हिल्स, शमीरपेट झील, दुर्गम चेरुवु झील, हिमायत सागर पिकनिक स्पॉट, महेश्वरम, केसरगुट्टा धार्मिक स्थल, ढोला री रानी)
- आदिलबाद (सरस्वती मंदिर, महात्मा गांधी पार्क व कला आश्रम)
- महबूबनगर (कोइलसागर बांध, अंजनीस्वामी मंदिर, मल्लेला थीर्थम झरना, रंगनायका स्वामी मंदिर, लक्ष्मी वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर, बड़ा तालाब, मयूरी नर्सरी, खिला घानपुर)
- निजामाबाद (श्रीराम सागर बांध, अशोक सागर, अली सागर बांध, श्री नीलकंठेश्वर मंदिर, निज़ामाबाद का किला, निजाम सागर बांध, दोमाकोंडा का किला.
ये राज्य न केवल यात्रा की दृष्टि से आकर्षित करता है. बल्कि यहाँ अनेक प्रकार के भोजन भी बनाए जाते है. जो बहुत स्वादिष्ट होते है. आपको कभी मौका मिले तो यहाँ का भोजन जरुर खाना.
यहाँ के भोजन में बन्धु लड्डू, पायसम, शीर खुरमा, प्याज पकोड़े, वाडस, अप्पादम, इडली, बोब्बाल्टू, पुथरेस्कुलु, हैदराबादी बिरयानी, कबाब, गोंगुरा मटन, कोडी पुलुसु, मोगलाई शवर्मा, कोडी इगुरू काफी प्रसिद्ध है.
तेलंगाना में यात्रा करने का सबसे अच्छा समय सर्दी ऋतू का होता है. क्योकि इस समय यहाँ का तापमान सामान्य रहता है. जिससे यात्रा का आनंद ओर भी बढ़ जाता है.
देश की पवित्र नदियों में से एक गोदावरी इस राज्य की ही नदी है. इस नदी को दक्षिण की गंगा के नाम से जानते है. यहाँ काली मिटटी पाई जाती है. जहा कपास की फसल श्रेष्ठ होती है.
इस राज्यकी साक्षरता दर काफी कमजोर है. यहाँ के 66 प्रतिशत लोग साक्षर है. जो अन्य राज्यों की अपेक्षाकृत स्थिति काफी कमजोर है. यहाँ शिक्षा की ओर ध्यान दिया जा रहा है.
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