शेर पर निबंध | Essay On Lion in Hindi जंगल के सबसे खूंखार जानवरों में शहर सबसे ऊपर स्थान रखता है। यही वजह है इसका भय न सिर्फ जंगल के अन्य वन्यजीवों पर होता है बल्कि हम इंसान भी इनसे खूब डरते हैं। अगर आपको कक्षा में या परीक्षा में शेर पर निबंध लिखने को कहा गया है तो आज हम आपके लिए सरल एवं सहज शब्दों में उपयोगिता निबंध साझा करेंगे। जो आपके बेहद काम आएंगे, तो इस पोस्ट को शुरू से लेकर अंत तक अवश्य पढ़ें।
शेर पर निबंध | Essay On Lion in Hindi
शेर पर निबंध -1
मजबूत कद काठी और अंदर मौजूद अपार ताकत की वजह से शेर को जंगल का राजा कहा जाता है। यह मांसाहारी जानवर होता है। इसीलिए यह अपना पेट पालने के लिए जंगलों में अन्य जानवरों पर आश्रित रहता है और उनके मांस को खा कर के जिंदा रहता है।
शेर सबसे अधिक जंगली भैंसे, जिराफ और गेंडे का शिकार करता है। हालांकि इसके अलावा भी यह जेबरा जैसे जानवरों का भी शिकार करता है।
शेर का वजन काफी भारी होता है। इसका वजन 250 किलो के आसपास तक हो सकता है और इसकी लंबाई तकरीबन 10 फीट के आसपास होती है। शेर 4 पैरों वाला जानवर है जो 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकता है। इसकी आंखों के बाहरी आवरण का रंग भूरा होता है और मध्य आवरण का रंग काला होता है।
जंगलों में रात के समय शेर की आंखें बहुत ही चमकदार दिखाई देती है। इसके पीछे एक लंबी सी पूछ होती है जिसकी वजह से जब यह तेज गति से दौड़ता है, तो यह अपनी पूछ की सहायता से अपने दौड़ने के संतुलन को बना करके रखता है।
शेर के पंजे में काफी नुकीले नाखून भी उपलब्ध होते हैं जिनका इस्तेमाल वह जानवरों के मांस को फाड़ने के लिए अथवा चीरने के लिए करता है।
शेर के सिर के आसपास काफी बड़े-बड़े बाल होते हैं और इसके शरीर पर भूरे रंग के बाल होते हैं। यह शाम के समय ही शिकार करने के लिए निकलते हैं
और दिन के समय में यह पेड़ की छांव में आराम करना पसंद करते हैं। इन्हें झुंड में रहना ही पसंद होता है और मादा शेरनी के साथ संभोग करके यह संतान पैदा करते हैं।
एक शेर के जीवित रहने की उम्र 10 साल से लेकर 15 साल तक होती है और जब कभी शेर अगर अधिक भूखे होते हैं, तो यह इंसानों को भी अपना शिकार बना लेते हैं।
इनके जबड़े काफी मजबूत होते हैं और इनके मुंह में नुकीले दांत होते हैं। इसलिए जब यह अपने मुंह से किसी को पकड़ते हैं तो उसका दम निकाल कर के ही मानते हैं।
शेर पर निबंध -2
जंगल का राजा कहा जाने वाला शेर बहुत ही हिंसक प्राणी होता है, जो मांसाहारी होता है। इसे सिंह के नाम से भी जाना जाता है और अंग्रेजी भाषा में इसे लायन कहते हैं। शेर का रंग रूप दूसरे जंगली प्राणियों से काफी अलग होता है।
यह शरीर से बहुत ही ताकतवर और बड़ी कद काठी के होते हैं। जंगली शेर अधिकतर जंगल में जिराफ, गैंडा, सियार, हिरण, जेब्रा, जंगली भैंसा का शिकार करते हैं और इनके मांस को खा करके अपना पेट भरते हैं।
जानवरों के मांस को चीरने के लिए शेर के पंजे में मौजूद नाखून काफी काम आते हैं, साथ ही इनके मुंह के अंदर भी काफी नुकीले दांत होते हैं और जब यह अपने जबड़े से किसी जानवर को पकड़ते हैं तो उसका बच पाना मुश्किल ही होता है।
हमारे भारत देश के अशोक स्तंभ पर भी शेर का निशान छपा हुआ है। दुनिया भर में तकरीबन 12 से भी अधिक शेर की प्रजातियां पाई जाती है। शेर के टोटल 4 पैर होते हैं और अपने मजबूत पैरों की सहायता से यह 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ लेता है।
इनकी बॉडी में छोटे-छोटे बाल होते हैं जिनका रंग भूरा होता है और इनके सिर के आसपास काफी बड़े बड़े बाल होते हैं जिससे यह काफी भयानक दिखाई देते हैं।
इनकी बॉडी में पीछे की साइड एक पूछ होती है और इनकी आंखें बहुत चमकदार होती हैं। रात में इनकी आंखें काफी चमकीली दिखाई देती है।
शेर की आंखों का बाहरी आवरण भूरे रंग का और बीच का आवरण काले रंग का होता है। इनके दो कान भी होते हैं, जिसकी सहायता से यह दूसरे जानवरों की या फिर किसी भी ध्वनि की आहट सुन सकते हैं।
एक जवान शेर के मुंह में तकरीबन 30 दांत होते हैं और यह सभी के सभी दांत बहुत ही नुकीले और मजबूत होते हैं। अधिकतर शेर पहाड़ों में या फिर जंगलों में रहना ही पसंद करते हैं और इन्हें झुंड में रहना ज्यादा अच्छा लगता है।
शेरों के झुंड में 10 शेर से लेकर के 20 शेर तक हो सकते हैं और उनमें से जो सबसे ताकतवर शेर होता है, वही झुंड का मुखिया होता है। शेर शाम के समय शिकार करना पसंद करते हैं.
और दिन भर यह आराम करते हैं। शिकार करने के लिए यह लंबी घासो में छिप जाते हैं और फिर बड़ी ही बारीकी से घात लगा करके अपने शिकार का शिकार करते हैं।
शेर तकरीबन 10 साल से लेकर के 15 साल तक जिंदा रहते हैं और दुनिया के सबसे खतरनाक शेर भारत के अलावा साउथ अफ्रीका के जंगलों में पाए जाते हैं। इनकी दहाड़ बहुत ही खतरनाक होती है।
शेर पर निबंध -3
अंग्रेजी भाषा में शेर को लायन कहा जाता है जो कि जंगलों में रहने वाला एक बहुत ही खतरनाक और हिंसक प्राणी है। इसे जानवरों का राजा भी कहा जाता है।
हिंसक प्राणी होने के बावजूद दुनिया के अलग-अलग चिड़ियाघर में शेरों को रखा गया है, ताकि लोग पास से शेरों को देखने का आनंद उठा सके। हमारे भारत देश में भी कुछ जंगलों में लोगों को जंगल सफारी करने का मौका दिया जाता है ताकि वह पास से शेरों को देख सकें।
हिंसक होने की वजह से इंसान इनसे दूर रहना ही पसंद करता है। शेर मांसाहारी प्राणी होते हैं। इसीलिए यह जंगली जानवरों का शिकार करते हैं।
इन्हें जंगली जानवरों के तौर पर अधिकतर जेब्रा, जिराफ, जंगली भैंसा, जंगली सूअर, हिरन जैसे जानवरों का शिकार करते हुए देखा जाता है। इन्हें दिन भर आराम करना पसंद होता है और यह शाम के समय भूख लगने पर शिकार करने के लिए निकलते हैं।
यह शिकार करने के लिए अक्सर घात लगाकर के बैठते हैं और जैसे ही समय आता है वैसे ही यह अपने शिकारी पर हमला कर देते हैं और उसे अपने मुंह में मौजूद नुकीले और मजबूत दांतो से पकड़ लेते हैं जिससे पकड़े हुए जानवर का दम घुट जाता है और उसकी मृत्यु हो जाती है।
जो नर शेर होता है, उसका औसत वजन 180 किलो से लेकर के 190 किलो के आसपास में होता है। वही मादा शेरनी का वजन 125 किलोग्राम के आसपास में होता है।
शेर के गर्दन के आसपास में काफी बड़े बड़े बाल होते हैं और इनके सर के दोनों साइड में एक एक छोटे छोटे कान होते हैं, जिनसे यह किसी भी ध्वनि को सुनते हैं। इसके अलावा पीछे की साइड में एक पूछ भी होती है जिसके आखरी छोर पर थोड़े से लंबे बाल होते हैं।
इनकी बॉडी का रंग भूरा होता है और इनकी पूरी बॉडी पर छोटे-छोटे बाल होते हैं। इनके बारे में रोचक बात यह है कि यह तकरीबन 20 घंटे की नींद लेते हैं और उसके बाद जो समय बचता है, उसमें यह शिकार करते हैं। इनके दौड़ने की स्पीड 80 किलोमीटर प्रति घंटे की होती है। इसलिए यह आसानी से किसी भी अन्य जानवर को अपना शिकार बनाने में कामयाब हो जाते हैं।
जैसे जैसे शेर की उम्र बढ़ती जाती है, वैसे वैसे ही इनकी बॉडी पर बुढ़ापे का असर भी दिखाई देने लगता है। बुढ़ापे के दरमियान इनकी बॉडी के अधिकतर बाल झड़ जाते हैं। किसी शेर को अगर 4 दिन तक पानी ना मिले तो भी यह जिंदा रह सकता है परंतु बिना भोजन के इनका एक दिन भी जिंदा रहना मुश्किल होता है।
दुनिया में सबसे ज्यादा संख्या भारत के शेरों की है और भारत में गुजरात के गिर जंगल में काफी खूंखार शेर पाए जाते हैं। यह बिल्ली की प्रजाति के ही होते हैं और यह झुंड में रहना पसंद करते है।
शेर बहुत ही आलसी जानवर भी होता है। इसीलिए यह 20 घंटे की नींद लेते हैं और यह अक्सर दूसरे जानवर के द्वारा किए गए शिकार को खाना ही पसंद करते हैं.
और जब कभी इन्हें दूसरे जानवर के द्वारा किया गया शिकार प्राप्त नहीं होता है तो यह मजबूरी में खुद से शिकार करते हैं। एक शेर को हर रोज तकरीबन 16 पाउंड मास की जरूरत पड़ती है, वही शेरनी रोजाना 11 पाउंड मांस खाती है।
निष्कर्ष
तो साथियों इस लेख को पढ़ने के पश्चात आपको शेर की विषय पर लिखने के लिए कई आइडियाज मिल चुके होंगे। अगर आपको संबंधित लेख में जानकारी पसंद आए तो इसको शेयर करना बिल्कुल न भूलें।
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