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अन्तर्राष्ट्रीय ओलंपिक दिवस पर निबंध 2024 | Essay On International Olympic Day In Hindi

अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस पर निबंध Essay On International Olympic Day In Hindi 2024- विश्व का सबसे बड़ा मंच जहा सभी खिलाडियों को अपनी प्रतिभा अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर प्रदर्शित करने का अवसर मिलता है. वह होता है, ओलम्पिक खेल. 

इस खेल को महत्व देते हुए हर साल अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पिक दिवस मनाया जाता है. आज के आर्टिकल में हम अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस के बारे में जानें इस खास दिन के महत्व और इतिहास समेत हर जरूरी जानकारी.

अन्तर्राष्ट्रीय ओलंपिक दिवस पर निबंध Essay On International Olympic Day In Hindi

अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस पर निबंध Essay On International Olympic Day In Hindi

ओलम्पिक खेलो ने भारत को विश्वभर में एक अलग पहचान दिलाई है. विश्व के सभी देश इन खेलो में भाग लेते है. तथा सभी के बीच प्रतिस्पर्धा होती है. हर चार साल के बाद ओलम्पिक खेलो का आयोजन किया जाता है.

ओलम्पिक के आयोजन से दुनियाभर के महान खिलाडियों की पहचान बनती है. तथा देश का नाम ऊँचा होता है. भारत ओलम्पिक खेलो में अपना दबदबा बनाए हुए है. हर साल ओलम्पिक खेलो को सम्मान देने के लिए 23 जून अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस मनाया जाता है.

23 जून 1894, पेरिस, फ़्रान्स में ओलम्पिक की शुरुआत की गई थी. तथा हर वर्ष 23 जून को हम स्थापना दिवस के अवसर पर इस दिवस को मनाते है. यह दिवस खेल और स्वास्थ्य को समर्पित है.

अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति का मुख्यालय स्वीटजरलैंड में है. इसका वर्तमान अध्यक्ष थॉमस बाच है. पहले ओलम्पिक के अध्यक्ष देमित्रिस विकेलस थे. जिन्होंने अपनी अध्यक्षता में पहला ओलम्पिक सत्र सम्पन्न किया.

ओलम्पिक दिवस के अवसर पर हम सभी को खेलो को अपने जीवन में महत्व देने के लिए प्रेरित किया जाता है. खेलो के महत्व को जीवन में उजागर करने के लिए इस दिवस का आयोजन किया जाता है.

ओलम्पिक खेलो में शीतकालीन और ग्रीष्मकालीन खेलो का आयोजन किया जाता है. इसमे तकरीबन २०० से अधिक देश भाग लेते है. ओलम्पिक खेलो की शुरुआत 23 जून 1894 को की गई थी.

ओलम्पिक डे रन के दिन दौड़ लगाई जाती है. जिसमे सभी भाग लेते है. तथा सभी को स्वस्थ रहने के लिए प्रेरणा देते है. ओलम्पिक रन डे की शुरुआत १९८७ में की गई थी. इस दिन पहली बार दौड़ की प्रतियोगिता की गई.

ओलम्पिक दिवस के इस अवसर पर ओलम्पिक रन प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है. इसमे हर उम्र के लोग भाग लेते है. २०१४ में १०१ वर्ष की महिला ने इसमे भाग लेकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था, 

पर इस बार 106 वर्ष की बुजुर्ग महिला प्रतिभागी ने इसमें भाग लेकर उनका रिकॉर्ड तोडकर अपना रिकॉर्ड कायम किया.

ओलंपिक खेलों मे भारत को मेडल

भारत अभी तक ओलम्पिक खेलो में अपना बेहतर प्रदर्शन कर विश्वभर में सुर्खिया बटोर रहा है. भारत ने अभी तक कुल 28 ओलम्पिक पदक जीते है. जिसमे 9 स्वर्ग पदक, 6 सिल्वर पदक और 11 कास्य पदक जीते है. जिसमे सर्वाधिक पदक भारत की हॉकी टीम ने भारत को दिलाए है.

पहली बार कब मनाया गया था?

ओलम्पिक की शुरुआत 1894 में हुई पर ओलंपिक दिवस पहली बार 23 जून 1948 को मनाया गया था. जिसमे नौ देशो ने भाग लिया था. 

जिसमे भारत सहित पुर्तगाल, ग्रीस, ऑस्ट्रिया, कनाडा, स्विट्जरलैंड, ग्रेट ब्रिटेन, उरुग्वे, वेनेजुएला और बेल्जियम ने पहली बार ओलम्पिक दिवस का आयोजन किया. तथा सभी को ओलम्पिक से अवगत करवाया.

ओलंपिक दिवस के दिन लोग क्या करते हैं?

पिछले कुछ सालो से ओलम्पिक दिवस में हो रहे कार्यक्रम में काफी सुधार देखने को मिला है. पहले केवल एक दौड़ तथा कुछ खेल खेले जाते थे. पर आज इसका बड़े स्तर पर आयोजन किया जाता है. 

ओलंपिक दिवस के लिए अब तीन स्तम्भ बनाए गए है, जो सभी के लिए मददगार साबित हो रहे है, जो आगे बढ़ो', 'सीखो' और 'खोजो' इस प्रकार है. इन स्तम्भों की रणनीति के अनुसार नए नए खेल खेले जाते है. तथा सभी की क्षमताओ की पहचान की जाती है.

ओलम्पिक कई देशो में आज विद्यालय पाठ्यक्रम में शामिल है. जिसके माध्यम से ओलम्पिक से सभी विद्यार्थियों को परिचित करवाया जा सकता है. तथा सभी को खेलो के महत्व के बारे में पढाया जाता है.

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