हिंदी भाषा का महत्व पर निबंध | Essay on Importance of Hindi Language- नमस्कार दोस्तों आप सभी का आज के हमारे इस आर्टिकल में स्वागत है, आज हम हमारी मातृभाषा और राष्ट्रीय भाषा हिंदी के महत्व को समझेंगे.
हिंदी भाषा का महत्व पर निबंध | Essay on Importance of Hindi Language
भारत की मूल भाषा तथा हमारी संस्कृति की आन बान शान दुनिया की प्राचीनतम भाषाओ में से एक भाषा हिंदी है. हिंदी हम भारतीयों की पहचान है. हिंदी भारत के अलावा भी नेपाल, मॉरिशस, फिजी, गयाना, सूरीनाम जैसे देशो में बहुयात में बोली जाती है.
हमारे देश में हिंदी को सबसे अधिक मान्य भाषा मानते है. यह भाषा देश में सबसे अधिक बोली जाती है. तथा समझी जाती है. इसी कारण इस भाषा को 14 सितम्बर 1949 को राजभाषा का दर्जा दिया गया था. भारत में राजभाषा तथा राष्ट्रभाषा का दर्जा दोनों हिंदी को ही प्राप्त है.
हिंदी भाषा की जननी भाषा संस्कृत को माना जाता है. वैदिक संस्कृत, संस्कृत पालि, प्राकृत, अपभ्रंश, अवहट्ट, हिन्दी इसी क्रम से हिंदी का जन्म हुआ है. हिंदी अन्य भाषाओ की तुलना में इतनी प्राचीन नहीं है, पर इसे समझने में सरलता और आसानी होती है. जिस कारण इसका विकास तेजी से हुआ.
हिंदी हर कोई सीख सकता है. यह एक सरल भाषा है. यह भाषा एक ऐसी भाषा है, जो भाव को भी प्रकट कर सकती है. हिंदी एकता की प्रतीक है. हिंदी भारतीयों को एक सूत्र में बांधती है. और एक सामूहिक पहचान दिलाती है.
भारतीय संस्कृति तथा भारतीयता का दुनियाभर में प्रचम लहराने में हिंदी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. हिंदी के आधार पर हम भारतीयों को एक अलग पहचान का दर्जा मिलता है. पर आज हमारी इस मातृभाषा के महत्व को हम भुलाकर विदेशी भाषाओ को अपना रहे है.
हमारे देश की मातृभाषा के ज्ञाता को हम गंवार और विदेशी भाषाओ के ज्ञाता को हम ज्ञानी मानते है. यह हमारे लिए बड़ी विडमन्ना की बात है. हमे जीवन में हिंदी को अपनाकर इसका विकास करना चाहिए.
हिंदी हमारी भाषा है, इसका विस्तार करना तथा सम्मान करना हमारा कर्तव्य है. हिंदी को भविष्य में दुनिया की सबसे लोकप्रिय भाषा बनाने के लिए हमें इसका प्रचार-प्रसार करना चाहिए.
हिंदी का महत्व
हिंदी भाषा का प्रचार-प्रसार पर निबंध- हिंदी एक भाषा नहीं भारत की पहचान है. यह हमारे नैतिक मूल्यों, संस्कारो और संस्कृति का प्रतीक है. यह सरल सहज और समझने की दृष्टि से बहुत ही सुगम भाषा है. यह विश्व की सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओ में तीसरे स्थान पर आती है. इस आधार पर ही हम इसके महत्व को समझ सकते है.
हिंदी हमारे गौरवान्वित इतिहास और आधुनिक उन्नति के बीच का सेतु है. हिंदी भारत की राजभाषा है. हिंदी भारतीय सविंधान की अधिकारिक भाषाओ में से एक है. इस भाषा को हम राष्ट्रीय भाषा भी मानते है.
हमारे भारत में बढती विदेशी तकनीक और इन्टरनेट पर चलने वाली भाषाओ में हिंदी का वर्चस्व न होने के कारण आधुनिक ज़माने के लोग अंग्रेजी जैसे भाषाओ की ओर बढ़ रहे है. जो हिंदी के विकास के लिए समस्या का विषय है.
हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए भारतीय सरकार द्वारा इसे 14 सितंबर, 1949 को राजभाषा का दर्जा दिया गया. तथा हर साल १४ सितम्बर को हिंदी दिवस मनाकर सभी नागरिको में हिंदी के प्रति रुझान बढ़ाने का प्रयास कर रही है.
पहली बार १९५३ में हिंदी दिवस मनाया गया तथा सभ को हिंदी के प्रति सम्मान प्रेम और इसके विकास करने की जिम्मेदारी दी गई. हर भारतीय का नागरिक होता है, कि वह अपनी मातृभाषा हिंदी को बढ़ावा दें तथा विदेशी भाषाओ का बहिष्कार करें.
हर साल हिंदी को बढ़ावा देने के लिए हिंदी सप्ताह का आयोजन किया जाता है. तथा हिंदी दिवस के अवसर पर कार्यालयों में सांस्कृतिक कार्यक्रम होते है. जिसमे हिंदी के महत्व को बताया जाता है. तथा प्रतियोगिताओ का आयोजन किया जाता है.
भारत सरकार हिंदी भाषा के लिए बेहतर कार्य करने वाले लोगो को पुरस्कार के रूप में राजभाषा कीर्ति पुरस्कार देती है. हिंदी भाषा में अच्छा लिखने वाले सहभागियों को राजभाषा गौरव पुरस्कार देकर उनका हौसला बढ़ाया जाता है.
सरकार द्वारा हिंदी के विकास के लिए उठाए जा रहे कदम कारगर साबित हो रहे है. लगातार प्रयासों से कंप्यूटर में हिंदी भाषा को जोड़ने से कार्य आसानी से किया जा रहा है. जो हम भारतीय लोगो के लिए तथा हिंदी भाषी लोगो के लिए उपयोगी साबित हुआ है.
सभी विभागों और कार्यालयों की साईट हिंदी बनाकर उस पर हिंदी में कार्य करना पहले की तुलना में आसन हो गया है. सरकार द्वारा शुरू की जा रही नवीन जन कल्याणकारी योजनाओ का हिंदी के माध्यम से सभी को लाभ मिल सकेगा. ''चलो मिलकर मुहीम चलाये, आज ही से हिन्दी अपनाए''