अंग तस्करी पर निबंध Essay on Organ Trafficking in Hindi- नमस्कार दोस्तों आपका स्वागत है, आज के हमारे इस लेख में साथियों अंग तस्करी या बाल तस्करी बहुत तेजी बढती जा रही है, जिसका कारण जन में जागरूकता या सतर्कता का ना होना है. आज के लेख में हम इसी के कुछ पहलुओ के बारे में जानेंगे.
अंग तस्करी पर निबंध Essay on Organ Trafficking in Hindi
हमारे देश में अनेक अवैध कार्य किये जाते है.पर अंग तस्करी जैसा अवैध कार्य भी हमारे देश में होता है.लोग अपने लालच को पूरा करने के लिए गरीब के अंग को निकालकर किसी दुसरे व्यक्ति को लगा देते है.
जो उन्हें खूब पैसे देता है.इस प्रकार अंग तस्करी हमारे लिए बहुत बुरा होने वाला है.जो लोग जिन्दा रह सकते है.उनके अंग चुराकर दुसरे व्यक्ति को लगाना ही अंग तस्करी है.
निबंध – 1 (300 शब्दों में)
किसी भी व्यक्ति के बिना अनुमति उसका अंग चुराना अवैध है.और इस अवैध कार्य को ही अंग तस्करी कहते है.हमारे देश के लिए ये कलंग के समान है.पर पिछले कुछ सालो से अंग तस्करी के अपराध पर रोक लगाई गई है.इसमे जो लोग पकडे गए.उन्हें कड़ी-से कड़ी सजा का प्रावधान किया गया है.
लोगो को स्वच्छत करने के लिए अंगो की काफी जरुरत है.लोगो की इस मांग की आपूर्ति के लिए अंग तस्करी को बढ़ावा दिया जा रहा है.इस तस्करी का शिकार गरीब और अनपढ़ लोग ही होते है.
जो कुछ नहीं जानते है.उन्हें कुछ रुपये देकर अंग निकाल लिया जाता है.और वे शांत हो जाते है.और कई लोग जो अपनी छोटी-मोटी बीमारी होने पर अस्पताल जाते है.उन्हें मरकर अंग निकाल दिया जाता है.
वैसे तो हमारे लिए विज्ञानं की नई तकनीक काफी लाभदायक है.पर यहाँ पर नई तकनीको के कारण ही कई लोग अपनी जान गंवा रहे है.पर इसमे हम तकनीक को दोषी नहीं ठहरा सकते है.क्योकि तकनीक का प्रयोग करने वाला दोषी होता है.ये तकनीक अपने आप किसी के अंग को नहीं चुरा सकती.
आज ये तकनीक नहीं होती तो लोग अन्य किसी तकनीक का प्रयोग कर ये कार्य कर लेते हमें इस पर रोक लगाने के लिए जो तस्करी करते है.
और जो जान बुझकर अपने अंग को बेचते है.उन्हें दोषी ठहराना चाहिए.और जो डॉक्टर अंग तस्करी का काम करते है.उन्हें कड़ी सजा दी जाए.जिससे ओर दुसरे डॉक्टर स काम को न संभाले.
हमारे देश में अंग तस्करी को प्रभावित करने के लिए उन पर रोक लगाने के लिए वैधानिक नियमों का गठन किया गया है.जिससे काफी फायदा भी हुआ है.इस प्रकार हमारे देश को हम इस समस्या से बचा सकते है.इस मामले में पकडे गए.दोषियों के लिए कड़ी सजा का प्रावधान किया जाए.जिससे ये तस्करी कम हो सकें.
अंग तस्करी पर निबंध Essay on Organ Trafficking in Hindi
निबंध-2 (350 शब्द)
मानव शरीर के अंग की वैश्विक स्तर पर काफी जरुरत है.इस जरुरत को पूरा करने के लिए तथा अपना व्यवहार चलाने के लिए अंग तस्करी का सहारा लिया जा रहा है.अंग तस्करी मानव के लिए मानव के द्वारा सबसे बड़ा अपराध बन गया है.
अंग दाताओ की तुलना में अंगो की जरुरत अधिक है.इस जरुरत को आज डॉक्टर पूरा नहीं कर पा रहे है.वे इस जरुरत को पूरा करने के गरीब लोगो का शोषण कर उनके शरीर का अंग चुरा लेते है.ये सबसे बुरा व्यवसाय है.हम उम्मीद करते है.ये व्यवसाय जल्द ही बंद हो.
तस्करी का व्यापार
अंग तस्करी को लोगो ने व्यपार का रूप दे दिया है.जिस कारण ये बहुत तेजी से बढ़ता जा रहा है.लोग अपने व्यापर को बढाने के लिए ज्यादा से ज्यादा अंगो को तस्करी करते है.तथा उन्हें बेचकर पैसे कमाते है.ये गैर क़ानूनी व्यवसाय है.वैज्ञानिको की नई तकनीको से अंग तस्करी को बढ़ावा मिला है.
इस अपराध का शिकार मुख्य रूप से गरीब लोग बन रहे है.जिन्हें जाल में फंसाकर इस अपराध के लिए बाध्य किया जाता है. अंग तस्करी पर सरकार को जल्दी ही कोई कदम उठाना चाहिए.
जिससे इस अपराध में कमी लाई जा सकें. तथा इस काले धंधे पर मुहर लगाई जा सकें. सरकार ऐसे नियम बनाये जिससे दोषी को कड़ी सजा दी जाए.और इस व्यपार पर पूर्ण रूप से रोक लगाई जाए.
अंग तस्करी के कारण
अंग तस्करी के अनेको कारण है.जिससे इस अपराध को बढ़ावा मिल रहा है.अंगो की पूर्ति करने के लिए ये अपराध बढ़ रहा है. इस अपराध के कारणों के अंतिम लेख में विस्तार से समझाया गया है.
निष्कर्ष
हमें किसी भी परस्थिति में अपने अंग को नहीं बेचना चाहिए.क्योकि जो हमारे अंग की कीमत होती है.वह हमें कोई नहीं देता है.हमें इस अपराध का विरुद्ध करना चाहिए.
तथा जहाँ तक हो सके सभी को अंग दान करना चाहिए.जिससे अंगो की आपूर्ति हो सकें. और सरकार से हमें मांग करनी चाहिए.कि जल्दी से जल्दी कोई नियम बनाये और सभी तस्करों को सजा दें.
अंग तस्करी वैश्विक संकट पर निबंध
निबंध 3 (400 शब्द)
प्रस्तावना
आज हमारे देश में अनेक लोग बीमारी से गिरे रहते है.ज्यादातर लोग नशा करते है.जिस कारण उनका शरीर का कोई अंग काम करना बंद कर देता है.तो वह अस्पताल जाता है.पर अंग की इस जरुरत को पूरा करने के लिए अमीर व्यक्ति डॉक्टर को लाखो रुपये देते है.
उन रुपयों के लालच में आकर डॉक्टर किसी दुसरे पेसेंजर का कोई अंग चुरा लेते है.और उसकी मृत्यु हो जाती है.इस प्रकार डॉक्टर एक व्यवसाय भी चलाते है.
और लोगो की जान भी लेते है.हर मांग को डॉक्टर पूरा करें. ये जरुरी नहीं है.जो साधन उपलब्ध नहीं है.वह कार्य करना जरुरी नहीं है.किसी की जान लेकर किसी को अंग देना डॉक्टर का कर्तव्य नहीं है.बल्कि ये गद्दारी है.
अंग तस्करी - वैश्विक स्तर पर बढ़ता एक गंभीर संकट
अंग तस्करी की ये समस्या भारत में ही नहीं बल्कि ये पुरे विश्व में फैली हुई है.हर जगह ये कार्य बड़ी संख्या में होता है.कई लोग अपना जीवन चलाने के लिए अपनी वह अंग बेचते है.
जिसके बिन जिन्दा रहा जा सकता है. जैसे-गुर्दा आदि.और कई बार लोग दवाब डालकर या धमकिया देकर अंग को चुरा लेते है.इस प्रकार अंग तस्करी हमारे लिए संकट बन रहा है.
कई लोग जिन्दा रहते अपने अंग को दान करने का पत्र बना लेते है. अपने अंग को दान करते है.वे कहते है.कि मेरे मरने के बाद मेरे अंग ले सकते हो. पर आज के डॉक्टर इसका पूरा फायदा उठाते है.और जिन्दा व्यक्ति को मार देते है.और अंग चुरा लेते है.
इस स्थिति में उन्हें कोई कुछ नहीं कह सकता क्योकि वे अंग तो ले सकते थे.पर वे उनकी हत्या के मामले में पकडे जा सकते है.पर वे काफी सतर्क होकर इस तस्करी को अंजाम देते है.इस प्रकार ये काम बढ़ता जा रहा है.
कई जगहों पर अंगो को विदेशो में बड़ी दाम में बेचा जाता है.लोगो को अपना अंग देने के लिए कैद किया जाता है.या उन्हें किसी प्रकार से मजबूर किया जाता है. या फिर कुछ रकम देकर ले लिया जाता है. और इसे आगे विदेशो में कई गुना दाम में बेचा जाता है.
लोगो ने इस व्यापार को उचित व्यापर समझा है.पर ऐसे करने वाले जल्दी ही फांसी के फंदे पर होंगे. ये वैश्विक मुद्दा है.इसलिए इसके सरकार को सक्त कदम उठाने चाहिए.और हमें इससे बचने के लिए बनाए गए.सभी नियमो की पालना कर हम अपने जीवन को बचा सकते है.
निबंध – 2 (500 शब्दों में)
प्रस्तावना
अंग तस्करी मानव के अंग को चुराना ही है.मानव का कोई भी अंग बिना अनुमति चुरा लेना अंग तस्करी है.इस अपराध में खासकर मानव के अंगों, ऊतकों, कोशिकाओ आदि को चुराया जाता है.
भारत में अंगों की तस्करी
हमारा देश विशाल देश है.हमारे देश में अधिकांश आबादी गरीब तथा अशिक्षित लोगो की है.इसी कारण आज हमारे देश में इस अपराध को बढ़ावा मिल रहा है. और इसी तस्करी के कारण हमारा देश विकाशसील देश है.
पर इस प्रकार के अपराध निरंतर बढ़ाते गए.तो हमारे देश का विकसित बनने का सपना सपना ही रह जायेगा.भारत में अधिक आबादी गरीबो की है.पर सबसे ज्यादा शोषण भी गरीबो पर किया जाता है.
जो अमीर होते है.वे अपना व्यवहार चलाते है.तथा गरीब भूख मरते है.जब गरीब अस्पताल में जाता है.तो उसे डरा धमाकर या किसी अन्य तरीके से उसका अंग चुरा लिया जाता है.क्योकि उसके पास पैसे नहीं होते है. और वही कोई अमीर व्यक्ति आता है. तो वह पैसे देकर अंग भी खरीद देता है.और अपना इलाज कर लेता है.और गरीब दवाई भी नहीं खरीद पाता है.
हमारे देश में अधिनियम 1994 के अनुसार देश में अंग का व्यवहार किया जाता था.जिससे देश को काफी फायदा भी हुआ पर देश में इस प्रकार के अपराधो के बढ़ते अंग व्यवहार को बंद कर दिया आज जो भी अंग का व्यवहार करता है.
उसे दोषी माना जाता है.पर आज डॉक्टर ओर अन्य लोगो काफी संख्या में अंग तस्करी कर रहे है. हर महीने कई हादसे ऐसे होते है.जिनमे व्यक्ति के मर जाने के बाद उनके शरीर में अंग नहीं होते है.
जिसका कारण यही है.कि उनका अंग निकालने के कारण ही मौत हुई है.इस प्रकार डॉक्टर ये बहुत बुरा काम कर रहे है.डॉक्टर का काम जीवन बचाना होता है.न कि किसी का अंग चुराकर मारना.
कई बार छोटे-छोटे बच्चो को किडनेप कर उनकी किडनिया निकाल दी जाती है.ये सब पैसो के लिए ही होता है.आज व्यक्ति पैसो के लिए कुछ भी करने को तैयार है.लोगो की जान ले लेते है.
लोग सिर्फ धन के लिए ऐसे लोगो को हमारे देश में कोई महत्व नहीं है.ऐसे लोगो को फांसी की सजा होनी चाहिए.ऐसे लोगो की वजह से हमारे देश का नाम बदनाम हो रहा है.
हमारे देश के कलंग है ये लोग इस प्रकार के लोगो से बचकर अपना जीवन व्यतीत करें. ये अपने साथ कुछ भी कर सकते है. डॉक्टर अपने इन कार्यो को बड़ी सावधानी से करते है.
इसलिए कई मामलों में लोगो को पता ही नहीं लगता और ये अपना काम कर लेते है.पर कई बार लोगो की जारुकता इनके इस काले धंधे को पकड़ लेती है.पर इन्हें रंगे हाथो पकड़कर सजा देना सबसे उचित रहेगा.इसलिए हमारे देश को प्रत्येक नागरिक को इन्हें रंगे हाथो पकड़कर सजा दिलाई जाए.तभी इन काले धंधो पर मुहर लगेगी.
हमारे देश हो रहे इस तस्करी पर सरकार जल्दी ही कोई प्रावधान बनाये और जल्दी ही ऐसे लोगो को सजा दी जाए.जिससे हमारा देश सुरक्षित हो सकेगा.अन्यथा ये लोग गरीबो तथा अशिक्षित लोगो को बेच देंगे.इस अपराध को रोकने पर भारत सरकार कदम उठाये यही हम उम्मीद करते है.
Essay on Organ Trafficking in Hindi
निबंध (900 शब्द)
प्रस्तावना
मानव के अंगो को अवैध तरीके से बेचना प्रत्यारोहन करना ही अंग तस्करी है.इस तस्करी में लोग काफी लाभ उठाते है.पर ये गरीब और देश की अर्थव्यवस्था के लिए संकट का कारण है.इससे बचाव के लिए हमें जागरूक होना जरुरी है.
अंग तस्करी के अनेक कारण हो सकते है.जिसमे प्रमुख रूप से ये है-
1.उच्च मांग और कम आपूर्ति
आज रोगियों की संख्या निरंतर बढती जा रही है.पर रोगों का इलाज बहुत कम ही हो रहा है.खासकर ऐसे रोग जिसमे किसी अंग का ख़राब हो जाना इस समय अंग की जरुरत होती है.
पर आज के समय में बहुत कम लोग ही अंग को दान करते है.इसलिए अंग की मांग को पूरा करने के लिए डॉक्टर अंग तस्करी जैसे अपराध को बढ़ावा देते है.
2.निर्धनता
आज हमारे देश अधिकांश लोग निर्धन है.वे अपनी जीविका चलाने के लिए कुछ भी करने को तैयार होते है.वे अपने कर्ज को चुकाने तथा अपने जीवन को सुखी बनाने के लिए अपने अंग को बेच देते है.इस प्रकार अंग तस्करी का एक कारण गरीबी भी है।
3.शिक्षा की कमी
डॉक्टर अधिकांश अंग तस्करी अशिक्षित लोगो की करते है.जिससे वे कुछ भी नहीं समझ पाते है.और वे अपना काम कर लेते है.और कई बार कुछ पैसे देकर भी अंग चुरा लेते है.
पर शिक्षा के अभाव में उन्हें मालूम नहीं होता है.कि हमारा अंग कितना मूल्यवान है.और हमें कितना दाम दिया गया है.यदि शिक्षा की कमी नहीं होती तो शायद इस अपराध को बढ़ावा नहीं मिलता.
4.विकासशील क्षेत्र
विकासशील क्षेत्रों में व्यवसाय का प्रमुख स्रोत अंग तस्करी ही है.वहा के लोग गरीबो तथा अशिक्षित लोगो को डरा धमाका कर या कुछ पैसे देकर उनसे अंग ले लेते है.और आगे जाकर उसे कई गुना दाम में बैचते है.इस प्रकार तस्कर खूब पैसा कमाते है.इसलिए वे इस कार्य को नहीं छोड़ना चाहते है.इसी कारण अंग तस्करी बढ़ रही है.
5.चिकित्सा संस्थाए
चिकित्सा अंग तस्करी का सबसे बड़ा साधन है.पर बिना चिकित्सा लोगो का इलाज भी नहीं किया जा सकता है.इसलिए हम चिकित्सा को बंद नहीं कर सकते पर हम सभी डॉक्टर को जागरूक कर सकते है.चिकित्सा के हर ब्लोक में cctv कैमरा लगा सकते है.जिससे चिकित्सा की पूरी जानकारी रिकॉर्ड हो सकें. और इस स्थिति में डॉक्टर अंग तस्करी को बंद कर सकते है.
6.कानूनी कार्यवाहियों में कमियां
हमारे देश में कई बार अंग तस्करी के मुजरिम सामने आए है.पर अभी तक किसी को कड़ी सजा नहीं दी गई.और न ही आज तक कोई ऐसा नियम बनाया गया है.जिसमे अंग तस्करी के अपराध में व्यक्ति पर कार्यवाही करें.
ये सबसे बड़ा कारण है.यदि नियम बना दिए जाते है.तो अंग तस्करी करने से पहले व्यक्ति में खोप होगा.और अपने भय से लोग इस काम को छोड़ने के लिए मजबूर होंगे.इसे रोकने के लिए सरकार को शक्त नियम बनाने चाहिए.जिसके दायरे में रहकर कोई इस कार्य को करने की हिम्मत भी न कर सकें.
7.मानव तस्करी
अंग तस्करी में डॉक्टर अकेले ही नहीं है.बल्कि लोग भी उनका साथ देने लगे है.तस्कर लोग छोटे परिवारों तथा गरीबो को डराकर या कुछ पैसे देकर अंग निकाल लेते है.और आगे बेचते है.
जिससे वे मजदूरी करते है.इस प्रकार मानव भी बीच में लाभ उठता है.इसलिए ये कार्य मानव ने भी शुरू कर दिया है.ये हमारे लिए बुरा संकेत है.जब मानव मानव को मारने लगेंगे तो हमारे लिए बचाना बहुत मुश्किल होगा.
8.जागरूकता का अभाव
हम अनेक अंग तस्करी के मामले सुनते है.पर कभी-भी किसी ने भी इस पर जागरूकता नहीं दिखाई न सरकार ने और न ही समाज ने इसलिए जागरूकता के अभाव में ये तस्करी बढ़ रही है.
इसलिए हमें इससे मुक्ति पाने के लिए जागरूक होना होगा.और जिस दिन सभी जागरूक हुए उस दिन इस तस्करी पर रोक लग जाएगी.हमारी जागरूकता ही हमें इससे बचाएगी.
अंग तस्करी के प्रभाव
अंग तस्करी से समाज पर बहुत बुरा प्रभाव देखने को मिलता है.ये कार्य जो तस्कर करते है.वे खूब मजदूरी करते है.इस लालच में आकर और भी लोग इस धंधे को शुरू करते है.
इस प्रकार तस्करों की संख्या बढती जा रही है. हमारे देश में हर तरह से गरीबो के साथ शोषण हो रहा है.इससे गरीब परेशान है.इस तस्करी से मानवता को ठेस पहुंचती है.लोग एक-दुसरे को पैसो के लिए मारने लगे है.इसे बड़ा प्रभाव क्या हो सकता है.
लोगो में इतना खोप है.कि वे आज कोई बीमारी होने पर अस्पताल नहीं जाते है.उनका मानना होता है.कि डॉक्टर छोटी-मोटी बीमारी को बढ़ा-चढ़ाकर बड़ी बीमारी बताते है.और इस प्रकार अंग चुरा लेते है.इसलिए कई लोग घर में ही मर जाना उचित समझते है.
लोग बच्चो के साथ भी यही अपराध करते है.उन्हें उठाकर ले जाते है.और फिर उनके अंगो को बेचकर बदले में काफी पैसे कमाते है.और बच्चे को मार देते है.इसलिए लोग बच्चो को विद्यालय नहीं भेजते है.क्योकि उनमे भय होता है.कि कई कोई तस्कर उनके बच्चे का अपहरण न कर लें. इसलिए वे अपने बच्चो को बचाने के लिए अशिक्षित ही रखते है.
निष्कर्ष
अंग तस्करी के इस अपराध को हम सरकार की सहायता लेकर अपनी जागरूकता को बढाकर रोक सकते है.अंगो की मांग को पूर्ति के लिए हमें सहयोग करना चाहिए. जिससे अंग तस्करी या अंग चुराने की जरुरत न पड़े.
हर व्यक्ति को एक अंग दान कर देना चाहिए.जिससे आने वाली पीढियों को इस समस्या से छुटकारा मिल सकें.इस अपराध से जिन्दा व्यक्ति का बिना अनुमति अंग निकल दिया जाता है.पर हम इसे रोकने के लिए अपना पंजीयन बनाकर मरने के बाद अपने अंग को दान कर सकते है.