हरियाणा पर निबंध Essay On Haryana In Hindi- नमस्कार दोस्तों राज्य दर्शन की श्रृंखला के अंतर्गत आज हम एक बार फिर भरते के एक और महत्वपूर्ण और सुन्दर राज्य पर निबंध लेकर आए है. आज का लेख भारत के हरियाणा राज्य पर है.
हरियाणा पर निबंध Essay On Haryana In Hindi
भारत देश कई सालो की गुलामी सहने के बाद 1947 को आजाद हुआ. इसके साथ ही भारत का विभाजन भी हुआ जिसमे पाकिस्तान एक नया देश बना. पर उस समय हरियाणा राज्य का कोई आस्तित्व नहीं था.
हरियाणा उस समय पंजाब का भाग हुआ करता था. जिसका विभाजन हुआ जिसका कुछ भाग पाकिस्तान में और कुछ भाग भारत को आया. इस भारतीय पंजाब से 1 नवंबर, 1966 को एक नए राज्य का गठन किया गया. जिसे आज हम हरियाणा, यानी बलिदान और शक्ति के प्रतीक की भूमि को जानते है.
यह राज्य वीरता, सहस और सुरवीरो की भूमि है, आज भी हरियाणा के लोग कुश्ती, कब्बडी जैसे गेम में अपना जोहर दिखाते है. हरियाणवी भाषा इनकी अपनी शान है, तथा पहचान है.
हरियाणा उत्तर भारत का एक राज्य है इसकी राजधानी चण्डीगढ़ है। जो पंजाब की राजधानी भी है. इसकी सीमायें उत्तर में पंजाब और हिमाचल प्रदेश, दक्षिण एवं पश्चिम में राजस्थान से जुड़ी हुई हैं। यमुना नदी इसके उत्तर प्रदेश राज्य के साथ पूर्वी सीमा को प्रदर्शित करती है।
हरियाणा वह प्रदेश है, जहा वेदों को रचा गया था. ये वह भूमि है, जहा कुरुक्षेत्र का युद्ध हुआ था. इस पवित्र भूमि का इतिहास बहुत ही गौरवान्वित करने वाला है.
मेरा हरियाणा केवल इतिहास में ही नहीं बल्कि आज भी सर्वश्रेष्ठ राज्यों में गिना जाता है. मेरे हरियाणा में ही अर्जुन को कृष्ण द्वारा गीता का उपदेश दिया गया था.
भारत एक कृषि प्रधान देश है, इसमे हरियाणा राज्य का महत्वपूर्ण योगदान है. हरियाणा कृषि के क्षेत्र में बहुत विकसित है. यहाँ अधिकांश लोग कृषि पर निर्भर रहते है. यहाँ मानसूनी कृषि की बजाय सिंचाई करके कृषि की जाती है.
यहाँ की कृषि का स्तर चरम पर है. और आज भी यहाँ कई संस्थाए कृषि विकास में कार्य कर रही है. यहाँ पारम्परिक कृषि को आधुनिक तरीको से किया जाता है. मेरे हरियाणा में गेंहू और चावल को उगया जाता है, जो देश की प्रमुख खाद्यान्न फसल है.
कृषि कार्यो के साथ ही यहाँ पशुपालन भी किया जाता है. यहाँ आपको हर घर में पशु देखने को मिलते है. यहाँ के परिश्रमी लोग बहुत ही शक्तिशाली होते है. गीता फौगाट, सुशील कुमार, साक्षी मालिक और बजरंग पुनिया जैसे कुश्ती के महान खिलाडी इस राज्य से ही है.
यहाँ के लोग गाय का दूध और दही खाना पसंद करते है. यदि भारत में वीरता के मामले में सर्वेक्षण किया जाए तो हरियाणा सबसे आगे आएगा. क्योकि यहाँ के लोगो की वीरता का कोई जवाब ही नहीं है. भारत के हर युद्ध में इस राज्य के लोगो का महत्वपूर्ण योगदान रहा है.
हरियाणा राज्य शिक्षा के क्षेत्र में तथा खेलकूद के क्षेत्र में तेजी से उन्नति कर रहा है. यहाँ ओद्योगिकरण भी तेजी से बढ़ता जा रहा है. हरियाणा राज्य से हमारा देश अनेक वस्तुए विदेशो में निर्यात करता है.
मेरे राज्य के लोग वीर, पराक्रमी और साहसी होते है. वे हमेशा सभी के लिए अच्छा सोचते है. इसलिए हमारे राज्य में एकता की मिशाल देखी जा सकती है. मेरे राज्य ने हमेशा सभी का सिर ऊँचा रखा है. और हमेशा ये राज्य सभी को गौरवान्वित करता रहेगा.
Mera Haryana Essay In Hindi
हरियाणा भारत के सुन्दर राज्यों में से एक है, ये राज्य अपनी संस्कृति के लिए विश्व प्रसिद्ध है. हरियाणा पंजाब का ही भाग हुआ करता था. बाद में इसे लग राज्य का दर्जा दिया गया.
हरियाणा आज के समय का भारत का दूसरा सबसे धनी राज्य है. तथा पुरे देश में में सबसे अमीर ग्रामीण इलाके भी हरियाणा में स्थित है. हरियाणा भारत का तीसरा सबसे सुन्दर राज्य है., जो अपनी एक अलग पहचान है.
मेरे राज्य हरियाणा की भूमि का वर्णन पौराणिक धर्म ग्रंथों और भारतीय इतिहास में मिलता है. रामायण के युद तथा महाभारत में हुए कोरवो और पांडवो का युद्ध हरियाणा के कुरु क्षेत्र में हुआ था.
हरियाणा को भारत के प्राचीनतम राज्यों में गिना जाता है. इसका वर्णन वैदिक सभ्यता और भारतीय वैदिक काल में मिलता है. माना जाता है, कि इस राज्य का निर्माण देवो द्वारा किया गया था.
हरियाणा को वैदिककाल में ‘ब्रह्मावर्त’ कहा जाता था.जिसके बाद महाभारत में इसे बहुधान्यक’ नाम दिया. जो वर्तमान में हरियाणा के नाम से जाना जाता है. मनुस्मृति में इस राज्य को हरियाणा नाम दिया गया.
मेरे राज्य को हरियाणा नाम यह की प्राकृतिक दशा को देखकर दिया गया. यहाँ आज भी प्रकृति की सुन्दरता को देखा जाता है. यहाँ के पेड़ पौधे और वन इस राज्य को हरा भरा बनाते है.
हरियाणा पर 10 वाक्य 10 line on haryana in hindi
- हरियाणा भारत का उत्तरी-पूर्वी राज्य है. जो अपने हरे भरे वातारवरण के लिए प्रसिद्ध है.
- हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ है, जो पंजाब की राजधानी भी है.
- हरियाणा पंजाब उत्तरप्रदेश तथा दिल्ली के साथ सीमाए तय करता है.
- हरियाणा 1 मई 1966 को एक राज्य बना. इससे पूर्व हरियाणा पंजाब का ही भाग था.
- हरियाणा राज्य का वर्णन वैदिककाल में मिलता है. कोरवो और पांड्वो का युद्ध हरियाणा के कुरुक्षेत्र में हुआ.
- इस राज्य को ब्रह्मावृत तथा बहुधान्यक राज्य के नाम से जानते है.
- भारत का दूसरा सबसे अमीर राज्य हरियाणा है, तथा ग्रामीण इलाको में सबसे अमीर राज्य है.
- इस राज्य में सबसे पहले 1970 तक सम्पूर्ण हरियाणा में बिजली की व्यवस्था कर दी गई.
- हरियाणा के अधिकांश लोग कृषि पर निर्भर होते है, यहाँ की फसले गेंहू, बाजरा तथा चावल प्रमुख है.
- हरियाणा राज्य के पर्यटन स्थलों में कुरुक्षेत्र तथा पानीपत प्रमुख है.
हरियाणा राज्य भारत के उत्तरी भाग में बसा एक वन्य क्षेत्र है. जहा की हरियाली बहुत सुंदर है. जिस कारण हरियाली से इस राज्य का नाम हरियाणा रखा गया. हरियाली इस राज्य की मुख्य पहचान है.
हरियाणा राज्य की राजधानी चंडीगढ़ है, जो सयुक्त रूप से पंजाब की राजधानी भी है. हरियाणा तथा पंजाब का उच्च न्यायालय भी चंडीगढ़ में ही स्थित है. चंडीगढ़ इस राज्य का भाग है, जो बहुत सुंदर है.
हरियाणा राज्य की हरियाली के कारण इसे भारत का ग्रीनलैंड कहते है. हरियाणा का क्षेत्रफल 44212 वर्ग किलोमीटर है, ये क्षेत्रफल की दृष्टि से भरता का 20 वां सबसे बड़ा राज्य है.
भारत के इस हरे भरे राज्य की सीमाए उत्तर में पंजाब तथा हिमाचल प्रदेश, दक्षिण एवं पश्चिम में राजस्थान से तथा पूर्व में दिल्ली शहर से लगती है. यमुना नदी भी इस राज्य की सीमा तय करती है.
हरियाणा राज्य का इतिहास काफी प्राचीन रहा है. इस राज्य का उल्लेख प्राचीन सभ्यताओ सिन्धु घाटी सभ्यता तथा दैनिक सभ्यता में मिलता है. इस राज्य को देवो का राज्य माना जाता है. इस राज्य के बारे में कहा जाता है, कि इस राज्य का निर्माण देवो ने किया था.
इस राज्य के इतिहास में भारतीय इतिहास और महाभारत काल के युद्ध भी हुए. जिसमे कोरवो और पांड्वो के बीच की लड़ाई इस राज्य में स्थित कुरुक्षेत्र में हुए थे. जो इस राज्य का प्रमुख पर्यटन स्थल भी है.
हरियाणा राज्य में केवल महाभारत के युद्ध ही नहीं हुए यहाँ पर अनेक आक्रमण किये गए. जिसमे इसे सिकन्दर ने भी इस पर आक्रमण किया. और इसे मुगलों द्वारा भी आक्रमण का सामना करना पड़ा.
मुगलकालीन समय में हुए पानीपत के युद्ध भी इस राज्य के पानीपत स्थन पर ही हुए थे. पानीपत हरियाणा का प्रमुख पर्यटन स्थल है. यहाँ अंक यात्री भ्रमण करने के लिए आते है.
हरियाणा राज्य 1 मई 1966 को पंजाब राज्य से अलग राज्य के रिप में पहचान बनाई. इससे पूर्व पंजाब राज्य में वर्तमान अरुणाचल प्रदेश तथा हरियाणा भी शामिल थे, जिन्हें 1966 में राज्य के रूप में पहचान मिली.
1 मई के दिन हरियाणा तथा अरुणाचल प्रदेश का गठन हुआ. इस दिन को हरियाणा राज्य का स्थापना दिवस के रूप में मनाते है. हरियाणा भारत का 17 वां राज्य बना.
हरियाणा राज्य के अधिकांश लोगो का व्यवसाय कृषि है, यहाँ के लोग खेती बड़े क्षेत्र में करते है. यहाँ उपज भी बड़ी मात्रा में होती है. जिस कारण यहाँ के ग्रामीण लोग सबसे अमीर लोग है. जो खेती की उपज के कारण अमीर है.
इस राज्य में की जाने वाली खेती सिंचाई और वर्षा के माध्यम से की जाती है. यहाँ आपको बारहमासी फसले देखने को मिलेगी. जो सिंचाई और वर्षा के कारण हो पाता है.
हमारे देश में सबसे अधिक ट्रेक्टर तथा मोटर साइकिल का निर्माण हरियाणा में ही किया जाता है, जिस कारण इस राज्य की अधिकतम आय साधनों के व्यापार से होती है. इस राज्य में आपको अलग अलग तरह के तथा शौक़ीन ट्रेक्टर देखने को मिल जायेंगे.
हरियाणा राज्य में धन सम्पदा सबसे अधिक है, यहाँ पिछले कुछ सालो से काफी विकास हुआ है. आंकड़ो के अनुसार 2030 तक हरियाणा भारत का सबसे अमीर देश बन जायेगा. जो इसकी सबसे बड़ी उपलब्धि होगी.
हरियाणा राज्य न केवल धन सम्पदा में अव्वल है, बल्कि इस राज्य का शिक्षा स्तर भी देश के औसत से अधिक है. इस राज्य में शिक्षा के ली कई निशुल्क कॉलेज खोले गए है. इस राज्य में बालिकाओ की शिक्षा की ओर सबसे अधिक ध्यान दिया जा रहा है. यहाँ बालिकाओ को स्नातक तक की शिक्षा निशुल्क होती है.
इस राज्य में सबसे अधिक आईपीएस ऑफिसर है, एक आईपीएस ऑफिसर बनाना कितना कठिन है. ये अनुमान आप भी लगा सकते है. पर यहाँ आपको हर शहर गाँव में आईपीएस ऑफिसर आसानी से मिल जाएगा.
राज्य के रूप में हरियाणा के उद्भव के लिए ऐतिहासिक पहलू
हमारे देश की आजादी में हरियाणा के लोगो का विशेष महत्व रहा है. इस राज्य के लोग भावनात्मक रूप से आज भी देश की सेवा में लगे हुए है.
इस राज्य के लोगो ने अंग्रेजी सरकार का खूब विरोध किया. जिस कारण देश को आजादी मिल सकी. और आज भी यहाँ के लोग देशभक्ति में समाहित है.
हरियाणा राज्य के लोग स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए भी लड़े और आज भी हरियाणा के युवा लोग भारतीय फ़ौज को सबसे अधिक पसंद करते है. यहाँ के लोगो का मानना है, कि मातृभूमि की रक्षा ही हमारे जीवन का लक्ष्य है.
हमारा राज्य हरियाणा जब पंजाब प्रान्त का हिस्सा था, तब इस राज्य में कोई विकास नहीं हुआ. शिक्षा से लेकर व्यवसाय तक सभी क्षेत्रो मी इस राज्य की स्थिति पिछड़ी हुई थी.
1966 में जब हरियाणा को पंजाब से अलग किया गया. उस समय के बाद हरियाणा ने खुद विकास शुरू किया. और धीरे धीरे अपने विकास के स्तर को मजबूत किया. 1970 तक हरियाणा भारत का पहला राज्य बना जिसमे सबसे पहले बिजली सभी घरो में मिल सकी.
बिजली की व्यवस्था को पूर्ण करने के बाद हरियाणा में अन्य विकास का उदय हुआ. जिसमे शिक्षा जल की आपूर्ति और सभी को घरो की व्यवस्था का सम्पूर्ण कार्य संभव हो सका.
इस राज्य में लगातर विकास होने के कारण आज हरियाणा भारत का दूसरा सबसे अमीर राज्य है. इस राज्य के हर घर में आपको सभी सुविधाए प्राप्त हो जाएगी.
राज्य के नाम की उत्पत्ति
हरियाणा शब्द की उत्पति से लेकर अनेक वर्णन मिलते है. जिसमे कुछ वर्णनों का मानना है, कि इस राज्य में हर समय हरियाली ही हरियाली रही थी. जिस कारण इसका नाम हरियाली से हरियाणा पड़ा.
माना जाता है, कि इस राज्य में भगवान ब्रह्मा जी विराजमान रहते थे. और देवताओ ने इस राज्य का निर्माण किया जिस कारण इसे ब्रह्मवर्त, आर्यवर्त और ब्रहमोप्देस के नाम से जानते है.
हरियाणा राज्य के रोहतक जिले के बोहर गांव में स्थित प्राचीन शालिलेख के अनुसार आधुनिक हरियाणा को हरियंक के नाम से जाना जाता था. हरियंक को पहली बार सुल्तान मोहम्मद-बिन-तुगलक द्वारा अंकित किया गया. शिलालेख मिलता है.
हरियाणा दिवस
1 नवम्बर 1966 को हरियाणा एक राज्य बना इस दिन को हर साल हरियाणा दिवस के रूप में मनाते है. हरियाणा दिवस हरियाणा के लोगो द्वारा बड़े हर्षोल्लास और ख़ुशी के साथ मनाया जाता है.
इस दिन हरियाणा की राजधानी से होकर पंचकुला तक एक विशाल रैली का आयोजन किया जाता है. इस दिन सम्पुर्व हरियाणा को दुल्हन की भांति सजाया जाता है.
इस दिन अनेक प्रतियोगिताए की जाती है. तथा इस दिवस पर हरियाणा वासी भाग लेते है. ये दिवस हरियाणा के लिए सबसे बड़ा ख़ुशी का दिवस है. ये उत्सव धर्म विशेष का नहीं है. इस कारण इस उत्सव को सभी लोग मिलकर ख़ुशी से मनाते है.
जलवायु
हरियाणा राज्य की जलवायु हमेशा मौसम के अनुसार ही रहती है. सर्दियों में यः कडकडाती ठण्ड पड़ती है, और गर्मियों में यहाँ की धुप का कोई तोड़ नहीं होता है. वहीं वर्षा ऋतू में यहाँ मुसळधार वर्षा होती है. जो यहाँ के किसानो का मन मोह लेती है.
इस राज्य की सर्दियों में तापमान मात्र 4 डिग्री तक चला जाता है. वहीं गर्मियों में ये 40 के आंकड़े को पार क्र जाता है. इस राज्य में खूब वर्षा होती है. जो कृषि के लिए काफी उपयोगी होती है.
हरियाणा में वर्षा कभी बहुत कम होती है, जिससे अकाल का सामना करना पड़ता है. तो कभी अधिक होती है. जिससे बाढ़ जैसी आपदा का सामना करना पड़ता है. यहाँ वर्षा 200 सेमी से भी अधिक तक जा चुकी है.
धर्म
2011 की जनगणना तक हरियाणा की जनसँख्या २.५ करोड़ थी. जिसमे पिछले कई सालो से काफी वृदि हुई है. हरियाणा जाटो का राज्य है. यहाँ अधिकांश जाट लोग रहते है.
हरियाणा राज्य में सबसे अधिक हिन्दू धर्म के अनुनायी रहते है. जो 87.46% के साथ सबसे अधिक है. हिन्दुओ के आलावा 7.03% इस्लाम, 4.91% सिक्ख, .21 जैन, .20 इसाई, 0.03 बौद्ध और अन्य लोग रहते है.
इस राज्य में सबसे अधिक हिन्दू है. इसके साथ साथ मुस्लिम और अन्य धर्म के लोग भी यहाँ रहते है. पर सभी धर्मो के लोग यहाँ होने के बाद भी एकता के साथ जीवन बिताते है.
भाषाएं
हरियाणा राज्य में सबसे अधिक हिंदी भाषा बोली जाती है. यहाँ 87 प्रतिशत हिंदी के साथ साथ पंजाबी, उर्दू, बंगाली, नेपाली, अंग्रेजी और अन्य भाषाए बोली जाती है.
हरियाणा की अधिकांश आबादी हिंदी भाषा बोलती है. जिस कारण यहाँ की अधिकारिक भाषा हिंदी है. यहाँ के लोग हरियाणवी, पलवल, बागरी और मेवाती बोली बोलते है.
पर्यटन स्थल
भारत एक ऐसा देश है, जहा हर क्षेत्र में आपको देखने लायक स्थल मिल जायेंगे. भारत के हरियाणा में भी आपको कई स्थल मिलेंगे. जो आपके दिल को छू जायेंगे. हरियाणा प्राकृतिक रूप से सबसे सुंदर राज्य है.
हरियाणा का सबसे प्रमुख पर्यटन स्थल कुरुक्षेत्र है, कुरुक्षेत्र के मैदान में महाभारत के युद्ध हुए थे, जिसमे कोरवो और पांड्वो के मध्य 100 दिन तक लड़ा गया युद्ध कुरुक्षेत्र में ही हुआ था.
इस राज्य का दूसरा सबसे बेहतरीन स्थल पानीपत है, जो मुगलों के समय की सबसे सुंदर स्थल था. इस भूमि के लिए कई बार युद्ध लड़े गए. पानीपत के प्रमुख तीन युद्ध इस स्थल पर लड़े गए. और आज ये पर्यटन का प्रमुख स्थल है.
माता मनसा देवी ये मंदिर हिन्दू का प्रमुख आस्था का स्थान है. ये पंचकुला जिले में स्थित है. ये मंदिर हिन्दुओ की देवी माता मानसी का मंदर है. ये हरियाणा का प्रमुख पर्यटन स्थल है.
- पंजोखरा साहिब गुरुद्वारा
- किंगडम ऑफ़ ड्रीम्स
- कल्पना चावला तारामंडल
- ब्रह्मदेव कुरुक्षेत्र
- स्टार स्मारक
- रानीला जैन मंदिर
- कुरुक्षेत्र पैरोरमा
- नाहर सिंह महल
- कर्ण झील
- माता मनसा मंदिर
- यांविन्द्र गार्डन
- नाडा साहिब गुरुद्वारा
- अग्रोहा
- बड़खल झील
- कालका
- कर्ण झील
- मोरनी हिल्स
- पिंजौर
- सुल्तानपुर राष्ट्रीय अभ्यारण्य
- सूरजकुण्ड
- तिल्यार झील
मेले और त्यौहार
हरियाणा में समय समय पर अनेक त्योहर मनाए जाते है. हरियानी उत्सव यहाँ का सबसे लोकप्रिय उत्सव है. जो बड़ी लग्न के साथ मनाए जाते है. यहाँ त्योहारों पर मेलो का आयोजन भी किया जाता है. जो निम्नलिखित है-
- सूरजकुंड मेला
- हरियानी उत्सव
- कुरुक्षेत्र महोत्सव
- पिंजौर हेरिटेज फेस्टिवल
- कार्तिक सांस्कृतिक
- महोत्सव हरियाणा
- होली का त्यौहार
- दिवाली महोत्सव
- गुग्गा नामी महोत्सव
- गंगोर त्यौहार
- सांझी
खेल
हरियाणा के लोग सबसे अधिक खेलो और खेती में व्यस्त रहते है. यहाँ हर त्यौहार पर खेल खेले जाते है. खेल की बिना यहाँ पार्टिया भी अधूरी रहती है. यहाँ के प्रमुख खेल कुश्ती, मुक्केबाज़ी, ऐथलेटिक्स,हॉकी और कबड्डी है.
प्रसिद्ध खिलाडी- हरियाणा में आपको एक से बढ़कर एक खिलाडी मिल जायेंगे. खेल चाहे क्रिकेट या हॉकी या कोई और खेल भी क्यों न हो यहाँ के लोग सबसे अव्वल ही रहते है. यहाँ के प्रसिद्ध खिलाडी निम्न है-
- मनोज कुमार (मुक्केबाजी)
- जितेन्द्र (मुक्केबाजी)
- विजेन्द्रसिंह (मुक्केबाजी)
- अखिल कुमार (मुक्केबाजी)
- विनेश फौगाट (महिला कुश्ती )
- बबिता फौगाट (महिला कुश्ती )
- गीता फौगाट (महिला कुश्ती )
- सुशील कुमार (कुश्ती)
- अमित कुमार (कुश्ती)
- कपिलदेव (क्रिकटर)
- अरविंद केजरीवाल
- ओमप्रकाश चौटाला
- कल्पना चावला
- लाला लाजपत राय
- साइना नेहवाल
- मल्लिका शेरावत
- वीरेन्द्र सहवाग
खान-पान और पहनावा
हरियाणा राज्य के खाने के बारे में न जाने तो क्या ही जाना. हरियाणा राज्य में सबसे श्रेष्ठ भोजन बनाया जाता है. इस राज्य में जिन लोगो ने भोजन किया है, वे जीवनभर इसे नहीं भूल सकते है. यहाँ के भोजन का स्वाद ही अलग है.
इस राज्य का मुख्य भोज मक्के की रोटी और साग सरसों का साग होता है. जो यहाँ का सबसे प्रसिद्ध भोज है. यहाँ के लोग दही और घी के बिना भोजन नहीं करते है. यहाँ गुड रोटी और प्याज रोटी को नास्ते के रूप में खाया जाता है.
के साथ गर्म गर्म मक्के की रोटियां, यही हरियाणा का मुख्य भोजन है। हां रोटियों पर घी या मक्खन तथा साथ में गुड़ भी होन चाहिए। शायद इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि हरियाणा के लोगों को कैसा खाना ज्यादा पसंद है।
हरियाणा राज्य की पौशाके हमारे देश की संस्कृति की याद दिलाती है. हरियाणा की संस्कृति भारत संस्कृति के समक्ष है. यहाँ के लोग धोती कुर्ता तथा पैरो में पगरकी पहनने की शौक़ीन होते है.
इस राज्य की महिलाओ का पहनावा भी ख़ास है. यहाँ की महिलाए कुर्ती और दामन पहनती है. और घूँघट के रूप में सूती की सुन्दरी यहाँ की पहचान है.
नदियाँ, नहर और झीले
हरियाणा राज्य में हरियाली का मुख्य कारण यहाँ की नदिया नहरे और झीले है, जो यहाँ के पेड़ पौधों को जल देती है. यहाँ के अधिकांश लोग नदियों से जल पीते है. यहाँ नदियाँ नहरे तथा झीले क्रमशा दी गई है-
नदियाँ
- सरस्वती नदी
- यमुना नदी
- घग्घर नदी
- टांगरी नदी
- मारकंडा नदी
- साहिब नदी
- कृष्णावती नदी
- इंदौरी नदी
- दोहन नदी
नहरे
- लोहारू सिंचाई योजना
- भाखड़ा नहर
- गुरूग्राम में हर
- सतलज यमुना लिंक नहर परियोजना
- पश्चिमी यमुना नहर
- हथिनी कुंड बैराज परियोजना
- जुई सिंचाई योजना
- नांगल स्थापक सिंचाई योजना
- भिवानी स्थापक सिंचाई योजना
झीले
- तितलीयार
- कर्ण झील
- हाथी कुंड
- दमदमा झील
- ब्रह्मसरोवर झील
- भिंडावास झील
- बड़खल झील
- ब्लू बर्ड झील
- कोटला झील
वन्य जीव अभयारण्य, उद्यान तथा संरक्षित क्षेत्र
हरियाणा राज्य अपने वनों के लिए काफी प्रसिद्ध है. यहाँ हरियाली छाई रहती है. यहाँ वन्य जीवो के संरक्षण के लिए कई अभ्यारण्य है. जिसमे सबसे बड़ा उद्यान कलेसर राष्ट्रीय उद्यान है.
यहाँ विभिन्न प्रजातियों के वन्य जीवो पाए जाते है, जिनका संरक्षण वन विभाग द्वारा किया जाता है. जिसमे काला हिरण, नीलगाय, पैंथर, लोमड़ी, नेवला, सियार और जंगली कुत्ता आदि प्रमुख है.
- कलेसर वन्य जीव अभयारण्य, यमुनानगर (राष्ट्रीय उद्यान)
- सुल्तानपुर नेशनल पार्क, गुड़गांव (राष्ट्रीय उद्यान)
- संरक्षण गृह सरस्वती वन्य अभ्यारण्य
- मिनी चिड़ियाघर
- हिरण उद्यान
- हिरण पार्क
- हिसार
- प्रजनन केंद्र
जिले
हरियाणा राज्य की स्थापना के समय इस राज्य को 6 मंडलों में विभाजित किया गया. जिसमे आज 22 जिले बने हुए है, जो इस राज्य की व्यवस्था को बनाए रखते है. हरियाणा के सभी जिलो की सूची-
- अम्बाला जिला
- करनाल जिला
- कुरुक्षेत्र जिला
- कैथल जिला
- गुड़गांव जिला
- जींद जिला
- झज्जर जिला
- दादरी जिला
- पलवल जिला
- पंचकुला जिला
- पानीपत जिला
- फतेहाबाद जिला
- फरीदाबाद जिला
- भिवानी जिला
- महेंद्रगढ़ जिला
- मेवात जिला
- यमुनानगर जिला
- रेवाड़ी जिला
- रोहतक जिला
- सिरसा जिला
- सोनीपत जिला
- हिसार जिला
हरियाणा का सबसे बड़ा जिला सिरसा है. जिसका क्षेत्रफल 4277 वर्गकिलोमीटर है. तथा सबसे छोटा जिला पंचकुला है. जिसका क्षेत्रफल 898 वर्ग किलोमीटर है.