मेरा राज्य नागालैंड पर निबंध Essay On Nagaland in Hindi नमस्कार दोस्तों आज हम भारत के एक ऐसे राज्य के बारे में पढेंगे. जो भारत का ही हिस्सा होने के बाद भी वहां की भाषा संस्कृति, वेशभूषा तथा खान-पान अलग है. आज हम भारत के उत्तरी-पूर्वी राज्य नागालैंड के बारे में पढेंगे.
नागालैंड पर निबंध | Essay On Nagaland in Hindi
हमारे देश विवधता वाला देश है, भारत के सभी राज्यों की संस्कृति तथा वेशभूषा और खान पान लगभग सामान ही होते है. पर हमारे देश का एक राज्य नागालैंड इन सभी राज्यों से भिन्न है.
नागालैंड भारत के उतरी-पूर्वी भाग में बसा एक राज्य है, जो अपनी संस्कृति भाषा और खान पान के लिए अपनी अलग पहचान बनाता है. ये राज्य सबसे अधीन जनजातियो वाला राज्य है.
नागालैंड पर 10 लाइन Information about Nagaland in Hindi
- नागालैंड भारत का पूर्वी भाग में बसा एक राज्य है. नागालैंड की स्थपना 1 दिसम्बर 1963 को हुई.
- इस राज्य की राजधानी कोहिमा है. जो इस राज्य का सबसे सुन्दर जिला है.
- इस राज्य का क्षेत्रफल 16,579 किलोमीटर है, तथा क्षेत्रफल की दृष्टि से ये राज्य भारत का 26वां राज्य है.
- नागालैंड राज्य की जनसंख्य तक़रीबन 23 लाख है, जिसके आधार पर ये भारत का 25वां बड़ा राज्य है.
- नागालैंड में सबसे अधिक अंग्रेजी भाषा बोली जाती है, यहाँ की अधिकारिक और राजकीय भाषा अंग्रेजी है.
- भारत के सभी राज्यों की तुलना में यहाँ 88% इसाई लोग रहते है, जो देश में इसाई धर्म में सबसे अधिक है.
- यहाँ के पहाड़ी इलाको में सबसे ऊँची छोटी सरामती है, जो इसे बर्मा से अलग करती है.
- नागालैंड का राजकीय पशु मिथुन, पक्षी ब्लाईद ट्रंगोपेन, वृक्ष बादाम तथा राजकीय फूल बुरांश का फूल है.
- इस राज्य में एकमात्र हवाई अड्डा दीमापुर में स्थित है.
- नागालैंड में 1 दिसम्बर से 10 दिसम्बर तक ''हॉर्नबिल'' उत्सव का आयोजन होता है.
नागालैंड राज्य पर निबंध Nagaland Essay in Hindi
नागालैंड भारत का एक राज्य है. इसकी राजधानी कोहिमा है, जो इसका केंद्र भी है. कोहिमा यहाँ की सबसे बेहतर स्थानों में से एक है. कोहिमा नागालैंड का दूसरा सबसे बड़ा शहर है.
नागालैंड की राजधानी कोहिमा है, पर इस पद का मुख्य दावेदार दीमापुर है, ये जिला इस राज्य का सबसे बड़ा शहर है. दीमापुर इस शहर का सबसे सुन्दर जिला भी है. ये शहर इस राज्य की सर्वाधिक आबादी वाला जिला है.
नागालैंड की सीमाए पश्चिम में असम, उत्तर में अरुणाचल प्रदेश, पूर्व मे बर्मा और दक्षिण मे मणिपुर से लगती है. ये राज्य राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय सीमाए तय करता है. ये राज्य शान्ति का प्रतीक है.
हमारे देश मे 2011 की जनगणना के अनुसार नागालैंड का क्षेत्रफल 16,579 वर्ग किलोमीटर था. इस राज्य की जनसंख्या 19,80,602 थी. जिसमे पिछले कई सालो से घटाव हुआ है. इस कारण ये भारत के छोटे राज्यों में गिना जाता है.
हमारे देश के सभी राज्यों में और सम्पूर्ण देश में लगातार जनसंख्या बढ़ती जा रही है. जो कि एक समस्या बन चूका है, जिस कारण परिवार नियोजन जैसी योजनाओ को चलाने की जरुरत पड़ रही है.
नागालैंड भारत का एकमात्र ऐसा राज्य है. जिसमे जनसंख्या नियंत्रण की बजाय जनसंख्या में वृदि की जरुरत है. यहाँ हर साल जनसंख्या कम होती जा रही है. जो चिंता का विषय है.
नागालैण्ड राज्य में सबसे अधिक जनजातीय रहती है. यहाँ 100 से अधिक जनजाति निवास करती है. पर प्रमुख रूप से यहाँ कुल 16 जनजातियाँ रहती है. जो इस राज्य को जनजातियो का शहर बनाती है.
नागालैंड में अधिकांश जनजाति के लोग होने के कारण ये राज्य पुरे देश के सभी राज्यों से अलग होने के साथ साथ अपने राज्यों में भी अलग अलग रीती रिवाज संस्कृति और वेशभूषा रखता है.
इस राज्य में सभी जनजाति के लोग अपनी अपनी अलग भाषाओ का इस्तेमाल करते है, वही यहाँ लोग सबसे अधिक अंग्रेजी भाषा बोलते है. इसी कारण इस राज्य की राजकीय भाषा अंग्रेजी है.
नागालैंड राज्य के लोगो को देखाकराप अनुमान भी नहीं लगा सकते है, कि ये लोग भारतीय है, यहाँ लोग अपना अलग देश मानते है, ये भारत का एकमात्र ऐसा राज्य है, जहा जाने के लिए अनुमति की जरुरत होती है.
इस राज्य में बिना अनुमति तथा बिना कागजाद के जाना गुनाह है, यहाँ के लोग आदिमानव की तरह अपना जीवन व्यतीत करते है. जिस कारण यहाँ हमें जाने खुद को आफत में डालने के समान है.
नागालैंड के लोगो का भोजन यहाँ की प्रमुख पहचान है, तथा यहाँ का भोजन अन्य किसी राज्य में नहीं किया जाता है. इस राज्य में कुत्ते के मॉस को खाया जाता है, जो भोजन भारत में ही नहीं पुरे विश्व में संबसे अलग है.
भारत के कुछ ही राज्य है, जहा इसाई धर्म के लोग सबसे अधिक होते है, उन्ही में से एक है ये राज्य. इस राज्य में लगभग 86 प्रतिशत लोग इसाई धर्म के है, तथा 9 प्रतिशत हिन्दू और अन्य निवास करते है.
नागालैंड में अनेक जनजाति के लोग होने के कारण काफी विद्रोह हुए, पर आज के समय में देखा जाए तो इस राज्य में सभी जनजाति के लोग एकता से रहते है, इसी कारण भारत को विविधता में एकता का देश कहते है.
आज हमारे देश के सभी राज्यों की भांति इस राज्य में भी नियम कानून बनाए गए है, जिस कारण इस राज्य में होने वाले हिंसा तथा भ्रष्टाचार कम हो रहा है. जो कि एक अच्छा संकेत है.
इस राज्यों के लोग आदिवासी होने कारण यहाँ विकास की दर बहुत धीमी चल रही थी. पर धीरे धीरे सुधारो के कारण आज इस राज्य की आर्थिक दर 10 प्रतिशत तक पहुंची है.
नागालैंड में आर्थिक विकास के साथ सामाजिक और शिक्षा के स्तर में विकास हो रहा है, पिछले कुछ दशको में यहाँ जनसंख्या में कमी आई है. पर पूर्वी राज्यों में सबसे अधिक विकास इस राज्य में हुआ है.
नागालैंड राज्य पहले असम राज्य का एक भाग हुआ करता था. पर 1 दिसम्बर 1963 को भारत सरकार द्वारा इसे 16वें राज्य के रूप में इसे घोषित किया. 1 दिसम्बर के दिन को नागालैंड का स्थापना दिवस मानते है.
ये राज्यों उत्तरी राज्यों की तरह ही पहाड़ी इलाको के क्षेत्रो में से एक है. इस राज्य के सम्पूर्ण क्षेत्रफल का 10 प्रतिशत भाग ही समतल मैदान है, अन्य पहाड़ी इलाको का क्षेत्र है.
यहाँ के पहाड़ी इलाको की सबसे उँची चोटी माउंट सरामति है. जो समुद्री से 3840 मी की ऊंचाई पर है. इस राज्य के पहाड़ इसे बर्मा और अन्य राज्यों असम से जोड़ते है.
नागालैंड में पहाड़ी इलाको के साथ साथ यहाँ वनों का क्षेत्र बहुयात है, यहाँ के वन और प्राकृतिक सुन्दरता को बढाते है. तथा इस राज्य को हरा भरा बनाते है. और यहाँ के वातावरण को शुद्धता प्रदान करते है.
सामाजिक और सांस्कृतिक विरासत:
नागालैंड के लोगो को नागा के नाम से जानते है, इस राज्य के सभी लोग अपनी अलग अलग भाषाओ और संस्कृति की पालना करते है. यहाँ धार्मिक एकता भी नहीं होती है.
यहाँ के लोगो का खान पान भी अलग अलग होता है, जिस कारण लोगो के शारीरिक बदलाव भी होते है. यहाँ के लोग भिन्न भिन्न पहनावे में भी देखे जाते है.
इस राज्य के लोगो की कम ही विशेषताए ही सामान मिलती है, जिसमे शिकार करना सबसा व्यवसाय है. तथा यहाँ शादी से पूर्व शारीरिक सम्बन्ध बनाने की आजादी है. जो कि एक बुरी प्रथा है.
यहाँ के अधिकांश लोग कृषि तथा वस्त्रो की बुनाई को अपना प्रमुख व्यवसाय मानते है. यहाँ के अधिकांश लोग नंगे रहते है, जिस कारण इन्हें नागा राज्य भी कहा जाता है. यहाँ के लोग काले, पीले तथा भूरे रंग के होते है.
नागालैंड के लोगो की बंटवारा धर्म के आधार पार्ना नहीं होता है. यहाँ के लोगो को नागा तथा गैरनागा से पहचान की जाती है. यहाँ के लोग अपने परिवार के नाम का वंश बनाते है. जिस कारण इस राज्य में अनेक वंश है.
इस राज्य में सभी वंशो के लिए एक नियम सामान रूप से कार्य करता है, इस नियम के अनुसार एक ही वंश में विवाह करना निषेध है, परन्तु इस नियम या प्रथा का उलंघन किया जा रहा है.
नागालैंड का इतिहास nagaland history in hindi
आधुनिक नागालैंड का गठन 1 दिसंबर, 1963 को किया गया. और नागालैंड को भारत का 16वां राज्य घोषित किया. यह राज्य 26.6 मिनट उत्तरी अक्षांस से 27.4 मिनट उत्तरी अक्षांस तक है. तथा इसका देशांतरिय विस्तार 96 से 98 डिग्री देशांतर पार्ब स्थित है.
इस राज्य में 16 से अधिक जनजातियों रहती है. जिसमे- अंगामी, आओ, चाखेसांग, चांग, खिआमनीउंगन, कुकी, कोन्याक, लोथा, फौम, पोचुरी, रेंग्मा, संगताम, सुमी, यिमसचुंगरू और ज़ेलिआंग आदि प्रमुख है.
बारहवीं-तेरहवीं शताब्दी के समय में ये राज्य असम का भाग था, उस समय यहाँ के लोगो का संपर्क अहोम के लोग से हुआ. पर् इनका कोई प्रभाव यहाँ के लोगो पर नहीं देखा गया था.
असम राज्य अंग्रेजो का अधीन होने के कारण यहाँ के लोगो पार्ले अंग्रेजो का काफी प्रभाव पड़ा. जिसमे यहाँ की सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा का प्रभाव भी यहाँ अंग्रेजो से ही आया था. यहाँ के लोगो की मांग की वजह से यहाँ की राजकीय भाषा को अंग्रेजी रखा गया था.
भारत जब स्वतंत्रत हुआ तब ये राज्य असम का हिस्सा था, परन्तु 1957 में भारतीय सरकार ने असम के अंतर्गत आने वाले आधुनिक नागालैंड को केन्द्रशासित प्रदेश बना दिया.
1957 में बनाए इस केन्द्रशासित प्रदेश का नाम हिल्स तुएनसांग रखा. ये केन्द्रशासित प्रदेश 4 वर्ष तक ही रहा. इस क्षेत्र के लोग अपने क्षेत्र को राज्य बनाने के लिए मांग करने लगे. जिसके परिणामस्वरूप नागालैंड को एक राज्य बना दिया गया.
जनता की मांग और सरकार के प्रयासों के कारण इस केन्द्रशासित प्रदेश को भारत का 16 वां राज्य बना दिया गया. इस राज्य का गठन 1 दिसम्बर को हुआ जिस कारण हर साल 1 दिसम्बर को नागालैंड स्थपना दिवस के रूप में मनाते है.
त्योहार
नागालैंड को भारत में सबसे अधिक त्योहार मनाने वाले राज्यों में सबसे अग्रणी है. हमारे देश में सबसे अधिक त्योहार मनाने वाला राज्य नागालैंड है, यहाँ थोड़े थोड़े समय बाद त्योहार माने जाते है.
नागालैंड में समय समय प्र त्योहार मनाए जाते है, पर यहाँ के त्योहार कुछ अलग ही प्रकार से मनाए जाते है, नागालैंड के सभी त्योहारों को सभी वंश तथा जनजातियों के लोग मनाते है.
यहाँ के अधिकांश लोग कृषि पर निर्भर होते है. तथा खेती की उपज होने पर अनेक त्योहार मनाए जाते है. जिसमे- मोआत्सु, सेकरेन्यी, नकनयुलेम, सुक्रुनिये, बुशु, त्सोकुम, मिकूंट, ओलंगमोन्यू, चंगगाडी, तोखुएमोंग, मोन्यू एमशे, नगाडा, तुलनी, मोग्मोंग, मेटमन्यू, हेलिबबै आदि प्रमुख है.
कृषि
नागालैंड में सबसे अधिक व्यवसाय खेती का होता है. इस राज्य के 85 प्रतिशत लोगो की आमदनी कृषि होती है. यहाँ के लोग कृषि से अनेक त्योहारों जोड़ते है. यहाँ के देवता निजी लोग है.
इस राज्य के लोग मानसून पार् निर्भर रहते है. तथा कुछ लोग वनों की कटाई को अपना व्यवसाय बना रहे है, जो वातावरण के लिए हानिकारक है.
नागालैंड की अर्थव्यवस्था में कृषि का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. इस राज्य आर्थिक स्थिति कृषि की उपज पर रहती है. नागालैंड के 70 भाग में खेती होती है. यहाँ सबसे अधिक चावल का उत्पादन होता है. तथा यहाँ चावल को सबसे अधिक खाया भी जाता है.
इस राज्य में प्रमुख रूप से दो प्रकार की खेती की जाती है.,जो 'स्लेश' और 'बर्न' खेती है. जिसे वहा की भाषा में झूम का नाम दिया जाता है. इस वर्ष 4 लाख टन खाद्यान्न की भारी उपज हुई.
नागालैंड राज्य में प्रकृति का अपना अनुपम उदहारण है. यहाँ की कुल भूमि की 50 प्रतिशत भाग में वन क्षेत्र है. जिस कारण यहाँ के स्थानीय लोगो को मांस आसानी से प्राप्त हो जाता है.
इस राज्य में केवल पशुओ को व्यापर उया भोजन के लिए प्रयोग नहीं किया जाता है, यहाँ पशुओ को बचाने के लिए सरकार प्रयास कर रही है. इस राज्य में अनेक वन्यजीव अभ्यारण है. जिसमे इंतंकी, पुलीबादजे, फाकिम आदि प्रमुख अभ्यारण है.
जिले
नागालैंड एक छोटा राज्य है. जिसमे 11 जिले है. क्षेत्रफल की दृष्टि से लोंगलेंग इस राज्य का सबसे छोटा जिला है. तथा पेरेन इस राज्य का सबसे बड़ा जिला है. नागालैंड के सभी जिलो की सूची निम्न है-
- कैफाइर जिला
- कोहिमा जिला
- ज़ुन्हेबोटो जिला
- दीमापुर जिला
- ट्वेनसांग जिला
- पेरेन जिला
- फेक जिला
- मोकोक्चुुन्ग जिला
- मोन जिला
- लॉन्गलेन्ग जिला
- वोखा जिला
पर्यटन स्थल
नागालैंड राज्य में अनेक पर्यटन स्थल है, जहा पार्प्र जाकर लोग अपना मनोरंजन कर सकते है. तथा आनंद का अनुभव कर सकते है. लेकिन इस राज्य में यात्रा के लिए RAP की जरुरत पड़ती है.
इस राज्य में हर वर्ष लाखो की संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक आते है. तथा यहाँ के पर्यटन स्थलों की यात्रा करते और यहाँ की संस्कृति खान पान का मजा लेते है.
नागालैंड में अनेक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है, जहा आप जाकर वहा के नज़ारे को देख सकते है. और ऐतिहासिक धरोहर का दर्शन कर सकते है. यहाँ के पर्यटन स्थल निम्नलिखित है-
-
- कोहिमा
- मोकोकचुंग
- दीमापुर
- फेक पर्यटन
- तुएनसांग शहर
- मोन
- जुकू घाटी
- तौफेमा गाँव
- खोनोमा ग्राम
- नागा हेरिटेज विलेज कोहिमा
मंदिर
- दुर्गा मंदिर दीमापुर माता दुर्गा का भव्य मंदिर है. ये इस राज्य का सबसे बड़ा मंदिर है.
- शिव मंदिर ये मंदिर दीमापुर में स्थित है. ये भगवान शिव को समर्पित मंदिर है.
- दुर्गाबाड़ी ये मंदिर भी माता दुर्गा को समर्पित है. ये मंदिर कोहिमा में स्थित है.
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