वन महोत्सव पर निबंध | Essay on Van Mahotsav in Hindi- लोग अपने स्वार्थीपन में न जाने कितना प्रकृति को नुकसान पहुंचाते है. बढती पापुलेशन और उद्योगों ने अपनी जरुरत को पूरा करने के लिए वनों का विनाश शुरू कर दिया है.
जो बड़ी समस्या बनता जा रहा है. वनों की सुरक्षा के लिए वन महोत्सव की शुरुआत की गई. आज के आर्टिकल में हम वन महोत्सव के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे.
वन महोत्सव पर निबंध | Essay on Van Mahotsav in Hindi
वन महोत्सव हर साल जुलाई माह में मनाया जाता है. इस महोत्सव की शुरुआत १९५० में की गई थी. यह एक राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है. इस महोत्सव का उद्देश्य लोगो को वन के प्रति जागरूक करना है.
वन महोत्सव नाम के अनुसार ही पर्यावरण के लिए महोत्सव है. इस महोत्सव के अवसर पर विद्यालय और सरकारी दफ्तरों पर इसका आयोजन किया जाता है. जिसमे सभी अपनी अपनी प्रस्तुति देकर पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाते है.
हर कार्यक्रम में पेड़ पौधे लगाए जाते है. तथा सभी मिलकर वृक्षारोपण करते है. और सोशल मिडिया के माध्यम से सभी लोगो तक पहुंचाते है. जिससे देश के हर नागरिक को इसका महत्व का अवसर मिले.
वन हमें औषधि, लकड़ी तथा फल और छाया देते है. सबसे महत्वपूर्ण जो हमारे जीवन के लिए बहुत ही उपयोगी शुद्ध वायु भी हमें वनों से प्राप्त होती है. वन प्रकृति की सुन्दरता और जीवन में रंगीलापन लाते है.
विद्यालय स्तर पर हर साल १ जुलाई को वन महोत्सव मनाया जाता है. सरकारी दफ्तरों में भी इस उत्सव पर कार्यक्रम होता है. जहा विद्यार्थियों के बीच निबंध, छित्रकला और भाषण प्रस्तुति की प्रतियोगिता का आयोजन कर सभी को वनों के प्रति जागरूक किया जाता है.
इस महोत्सव को मानाने को लेकर इसका उद्देश्य वनों की हो रही निरंतर कटाई को रोककर वनों का संरक्षण करना है. आज अपने स्वार्थ के लिए लोग वनों की कटाई कर रहे है. इसलिए उन्हें जागरूक बनाने के लिए चलाई गई पहल वन महोत्सव है.
बढ़ता उद्योग तथा कृषि क्षेत्र वनों को नष्ट कर रहा है. पर यदि वनों की कटाई चलती रही तो आने वाले समय में वर्षा ही नहीं होगी, क्योकि वर्षा कराने का कार्य वन करते है. इसलिए जहा वन कम होते है. वहा वर्षा कम होती है.
वन का वर्षा से कनेक्शन है. यदि वन को काटते रहे तो एक दिन वर्षा ही नहीं हो पाएगी इस परस्थिति में न बचेगा हमारा जीवन और न ही हमारी खेती इसलिए वनों की कटाई को कम करें. तथा वृक्षारोपण करें.
देश में सुविधा बढाने के लिए वनों की सबसे अधिक कटाई हो रही है. प्राचीन समय में भी वनों की कटाई का सबसे बड़ा कारण रेलवे लाइन थी. और आज भी रेलवे लाइन वनों को काटने के लिए मजबूर कर रही है.
बढ़ता शहरीकरण भी इसका जिम्मेदार है, गाँव के लोग वनों की कटाई शहरी लोगो की तुलना में कम करते है. गाँव के लोग पशुचारण तथा इंधन के लिए लकड़ी वनों से प्राप्त करते है. जिससे वन को नुकसान नहीं होता है.
आज जहा मकान बनाने के लिए फर्नीचर की जरुरत होती है, तो हम वनों को काटते है. यह गलत बात नहीं है, जरुरत होने पर काटना चाहिए. लेकिन हमें एक काटकर दो लगा देना चाहिए. जिससे हमारी जरुरत भी पूरी हो सकें तथा वनों की रक्षा भी की जा सकें.
वनों की तेजी से की जा रही कटाई के कारण वन्य जीव का आस्तित्व खतरे में है. कई बार खबरे आती है, कि जंगली जानवर गाँवों में घुस गए. जिसका कारण वनों की कटाई ही है. जिससे उनका आवास ही नहीं रहता.
वन महोत्सव स्पीच इन हिंदी
आप सभी को मेरा नमस्कार हम जीवन में हर उत्सव को महत्व देते है. तथा सेलिब्रेट भी करते है. पर्यावरण के प्रति प्यार प्रदर्शित करने के लिए आप सभी इस दिवस को मानाने के लिए यहाँ आए है.
वन महोत्सव यह एक ऐसी पहल है, जो हमारे मित्र कहे जाने वाले पेड़ पौधों की रक्षा के लिए मनाया जाता है. हम अन्य पर्व मनाए या ना मनाए कोई फर्क नहीं पड़ता पर वन महोत्सव हमारे लिए बहुत ही जरुरी है.
वन महोत्सव हमें समय समय पर आकर यह याद दिलाता है, कि वन हमारे लिए कितने महत्वपूर्ण है. वन हमारे जीवन का आधार होता है. इसे काटकर हम अपने आधार को काटते है. जिससे हमारे जीवन पर संकट का छा जाएगा.
पिछले कुछ सालो से वनों की कटाई तेजी से बढती जा रही है. लोग वनों की अपना व्यवसाय का साधन मानकर काट रहे है. जो हमारे लिए एक बड़ी समस्या के रूप में सामने आ सकती है.
आज भी कई ऐसे लोग है, जो वनों को केवल छाया देने का ही साधन मानते है, या इसका कोई महत्व नहीं समझते है. पर वन वह साधन है, जिसकी वजह से हमारा जीवन चलता है. वन हमें शुद्ध वायु देता है. जिसके बिना हमारा जीना संभव ही नहीं है.
वन हमारे लिए वर्षा का माहौल बनाकर वर्षा कराने में सहायता करता है. तथा यह फल, फुल, औषधि तथा लकड़ी देता है. यदि हम वनों की लकड़ी का प्रयोग इंधन के लिए ही करें. तो वनों को काटने की जरुरत नहीं है.
यदि घर बनाने में लकड़ी की जरुरत को हम पूरा करना चाहे और वन की रक्षा भी सुनिश्चित करना चाहे तो हम पेड़ को काटकर उसके बदले पेड़ लगा सकते है. जो फायदे का सौदा माना जाता है.
वन प्रकृति की सुन्दरता को बनाए रखता है. तथा हमें अच्छा और शुद्ध वातावरण देता है. आज के इस दिवस का हमारा मुख्य उद्देश्य सभी को जागरूक करना है.
यहाँ पर उपस्थित सभी लोगो से मेरा आग्रह है, कि वनों की रक्षा करें. क्योकि वन ही जीवन का आधार है.
आप सभी एक जिम्मेदार पर्यवरण रक्षक बनकर वनों की रक्षा करें. तथा पेड़ पौधे लगाए पर्यवरण को शुद्ध बनाए. आप सभी ने मुझे समय दिया इसलिए धन्यवाद जय हिन्द वन्दे मातरम..
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