नशा मुक्ति दिवस पर भाषण Speech On Drug Addiction Day In Hindi- नमस्कार दोस्तों आप सभी का हमारे ब्लॉग आर्टिकल पर स्वागत है, आज के आर्टिकल में हम नशा निषेध दिवस के अवसर पर लोगो को नशा मुक्त करने के लिए प्रोत्साहित करने वाले कुछ भाषण लेकर आया हूँ.
नशा मुक्ति दिवस Speech On Drug Addiction Day In Hindi 2024
देशभर में हर साल 26 जून को नशा मुक्ति दिवस मनाया जाता है. नशीली वस्तुओ से देश के बचाव के लिए देश में इस दिवस को बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है. इसका उद्देश्य नशा बंदी है.
भारत में नशीली दवाओं के सेवन करने वालों की संख्या निरंतर दिन-प्रतिदिन बढती ही जा रही है. लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से दुनियाभर में प्रतिवर्ष 26 जून को अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस मनाया जाता है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा के द्वारा अपने एक प्रस्ताव से 7 दिसम्बर 1987 से इसे वैश्विक स्तर पर मनाने का निर्णय लिया था। इसका उद्देश्य लोगों को नशे की बुरी आदत से छुटकारा दिलाना तथा उन्हें नशे से होने वाले दुष्प्रभाव से जन-जन को बचाना हैं।
नशा निषेध दिवस को मादक पदार्थ निषेध दिवस नाम से भी जाना जाता है. यह फैसला देश के लोगो को नशे की लत से सावधान रहने के उद्देश्य से शुरू किया गया है. इस दिन लोगो को नशा छोडकर अपनी नई जिन्दगी की शुरुआत करने की प्रेरणा दी जाती है.
आज का युवा नशे की लत में अपना सारा जीवन बर्बाद कर देते है. एक बार चाहे या अनचाहे नशा जीवन में प्रवेश कर लेता है, तो उससे छुटकारा पाना आसन नहीं होता है. इसलिए सभी को मोटिवेशन की जरुरत है.
यह दिन केवल निषेध के लिए ही नहीं है. इस दिन मादक पदार्थों का उत्पादन करने वाले तथा इसकी तस्करी करने वाले लोगो को भी इस कार्य को छोड़ने की सलाह देता है. इस दिन हम एक नए जीवन की शुरुआत कर सकते है.
एक नशेडी व्यक्ति का जीवन उसका नशे तक ही सिमित होता है. इसलिए हम नशे को छोडकर एक नए जीवन की शुरुआत कर सकते है . तथा सभी के लिए प्रेरणा का साधन बन सकते है.
नशा मुक्ति दिवस पर निबंध
नशा मुक्ति यानी एडिक्शन फ्रीडम एक महत्वपूर्ण पहल है जो मानव्य स्वतंत्रता का प्रतीक के रूप में सामने आ रही है नशा मुक्ति दिवस उन लोगों को समर्पित है जो अपने जीवन में आ रही नशे के रुप में बड़ी दुविधा की जनता और प्रभाव को अपने जीवन से दूर करने के प्रयास में है।
नशा मुक्ति दिवस उन लोगों को समर्पित है जो नशे को अपना जीवन दे चुके हैं तथा यह दिन उन लोगों के मोटिवेशन और समर्थन में है जो नशे से मुक्त होने के लिए अपने आप को रोक देना चाहते हैं नशा मुक्ति दिवस के आयोजन के दौरान देशभर में अनेक सामाजिक संगठन और समय सेवी संगठन सभी अपने अपने स्तर पर देश और समाज को नशे से मुक्त कराने के लिए सभी को जागृत कर रहे हैं तथा आमजन में जागरूकता फैलाकर समुदाय को इन कार्यक्रमों के माध्यम से नशे से मुक्त कराने में अपना योगदान अदा कर रहे हैं।
इस दिवस के अवसर पर नशा मुक्ति से संबंधित सभी जानकार विशेषज्ञ उपस्थित होते हैं तथा नशे से संबंधित समस्याओं का निपटारा करने के विभिन्न तरीके बताए जाते हैं जिनके माध्यम से नशे को मुक्त किया जाए।
इस दिवस का मुख्य उद्देश्य देखा जाए तो एक ही है जो है एक स्वस्थ व्यक्ति और एक नशा मुक्त समाज हो जिसकी जान रचना में सभी का साथ हो और इसके लिए सभी अपना अपना योगदान दे रहे हैं इसके साथ ही यह दिवस व्यक्ति की गुणवत्ता और उसके स्वास्थ्य में सुधार के लिए लोगों को प्रेरणा देता है।
यह दिवस नशे में डूबे लोगों को एक नई उम्मीद के रूप में एक नए जीवन की शुरुआत के रूप में नया जीवन प्रदान करता है यह दिवस नशे से लड़ने की क्षमता प्रदान करता है। इस दिन नशे से मुक्त होना हम आज हमारे लिए संभव है इस प्रकार से सभी को प्रेरित किया जाता है.
यह हमारे समाज के द्वारा उठाया गया सबसे महत्वपूर्ण कदम है जो सभी को नशा मुक्त और एक स्वस्थ जीवन शैली की ओर अग्रसर करने में अपना योगदान अदा कर रहे हैं इस पहल के माध्यम से नशा मुक्त भारत का निर्माण किया जा सकता है।
नशा निषेध दिवस 2024 भाषण
मंचासीन अतिथि गण प्रिय गुरुजनों तथा साथियों जैसा की सर्वविदित है आज हम यहां पर नशा मुक्ति दिवस तथा नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ दिवस अर्थात 26 जून के उपलक्ष में एकत्रित हुए हैं
2 पंक्तियों के साथ में मेरे उद्बोधन की शुरुआत करना चाहूंगा "नशा नाश कर देगा फिर ओके फिरोगे दाने-दाने को, कटोरा हाथ में होगा कोई नहीं देगा खाने को,,,,,
प्यारे साथियों इन पंक्तियों के माध्यम से समझा जा सकता है कि नशा हमारे समाज और हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना घातक है तथा इसके दुष्परिणाम कितने भयानक हो सकते हैं।
आज इस दिन के रूप में मनाने का उद्देश्य यही है कि विश्व को नशीली दवाओं के दुरुपयोग से कैसे अलग रखा जाए तथा समाज में जागरूकता को बढ़ाना जिससे समाज का युवा वर्ग रास्ता भटकने से बस सके और नशे जैसी विकृति से दूर रह सके।
2 पंक्तियां और कहना चाहूंगा,,,,, हम कौन थे क्या हो गए अभी,,,,,, आओ बैठकर भी सारे यह समस्याएं सभी।
हमारा गौरवशाली इतिहास तथा वैदिक परंपरा आयुर्वेद तथा योग जैसी सिद्धियां और वसुदेव कुटुंबकम तथा सर्वे भवंतु सुखी सर्वे भवंतु निरामया जैसे जीवन के सूत्र देने वाली हमारी संस्कृति आज पश्चिमीकरण तथा वैश्वीकरण के अंधानुकरण की वजह से कई विकृतियों से ग्रसित हो चुकी है.
प्यारे साथियों समाज के समक्ष उत्पन्न इन दुष्ट प्रवृत्तियों से बचने के लिए युवाओं का अहम योगदान हो सकता है क्योंकि साथियों युवा का उल्टा शब्द वायु होता है और वायु में कितनी प्राणशक्ति होती है इस सब से हम पहले से वाकिफ है। अब हमें आवश्यकता है.
नशे जैसी दुष्ट प्रवृत्ति से दूर रहने की समाज में जागरूकता फैलाने की तथा इनकी वजह से होने वाले भयानक रोगों तथा शारीरिक हानियों के बारे में सभी लोगों को बताने की।
साथियों हमें दवाओं तथा उनके वास्तविक तथ्यों को सबके साथ शेयर करना होगा। दवाइयों के दुरुपयोग तथा विवेक ही उपयोग से समाज के समक्ष नई चुनौतियां पैदा हुई है इससे व्यक्ति के शारीरिक तथा मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है वही दवाओं के गुणों को कम भी कर देता है।
नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी जैसे मुद्दों के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस 26 जून को मनाते हैं। इस वर्ष इस दिवस की थीम इसी प्रकार डिजाइन की गई है कि जो लोग ड्रग्स का दुरुपयोग कर रहे हैं उनके साथ सहानुभूति और समानुभूति के साथ व्यवहार करके उनको समझाया जाए जागरूक किया जाए। साथियों बचाव ही उपचार है ऐसे में जागरूकता तथा जन जागरण के मुद्दे महत्वपूर्ण हो जाते हैं।
हमारी प्राचीन गौरवमई ग्रंथों में कहा भी गया है पहला सुख निरोगी काया इसलिए साथियों स्वास्थ्य जीवन का आधार है। सभी सुखों में स्वास्थ्य को सर्वोपरि दर्जा देने का मकसद यही रहा है कि व्यक्ति मानसिक शारीरिक रूप से स्वस्थ रहेगा तो उसकी उत्पादक क्षमता अत्यधिक होगी।
किसी विद्वान ने कहा भी है कि एक स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ और तीव्र बुद्धि का विकास हो सकता है इसलिए हमें स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए नशे जैसी दुष्ट प्रवृत्ति तथा दवाओं के दुरुपयोग से बचना होगा तथा इनका विवेकपूर्ण उपयोग करके विभिन्न गंभीर बीमारियों से भी बच सकते हैं।
प्रिय साथियों कोई भी चीज मंच पर बोलने अथवा जागरूकता फैलाने से ही प्राप्त नहीं की जा सकती इसके लिए जरूरी है कि हम इसे अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाएं। जब यह चीजें हमारे आचरण तथा व्यवहार में उतरेगी में तो लोगों के लिए प्रेरणास्रोत का काम करेगी तथा एक पंथ दो काज वाली उक्ति सही हो पाएगी।
इस दिवस के उपलक्ष में आज हम सभी शपथ लेते हैं कि आज के बाद हम ना नशा करेंगे ना करने देंगे। समाज में इसके कुप्रभाव के बारे में प्रचार करेंगे तथा जो लोग नशा कर रहे हैं उन्हें छुड़वाने का प्रयास करेंगे,
साथ ही सरकार से अपील भी करेंगे कि नशे की प्रवृत्ति को बढ़ावा देने वाले कारकों को प्रतिबंधित किया जाए तथा उचित कार्रवाई के द्वारा संज्ञान लिया जाए। हमारा कर्तव्य होगा कि हम प्रतिदिन एक व्यक्ति को इस बारे में जागरूक करेंगे।
धन्यवाद जय हिंद जय भारत वंदे मातरम
ये भी पढ़ें
- प्रदूषण पर निबंध
- राष्ट्र निर्माण में युवा की भूमिका
- बेरोजगारी पर निबंध
- युवा पीढ़ी पर निबंध
- सड़क दुर्घटना पर निबंध
प्रिय दर्शको उम्मीद करता हूँ, आज का हमारा लेख नशा मुक्ति पर भाषण Essay, speech on Nasha Mukti In Hindi आपको पसंद आया होगा, यदि लेख अच्छा लगा तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करे.