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सब्जियों पर निबंध- Essay on Vegetables in Hindi Language

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सब्जियों पर निबंध Essay on Vegetables in Hindi Language

Essay on Vegetables in Hindi Language

सब्जियों के सैकड़ों नामों से हम परिचित हैं. यह पादपों के जड़ तन्ना या पत्तों के रूप में हमें प्राप्त होती हैं जिन्हें आग पर पकाकर खाने के रूप में उपयोग किया जाता हैं.

हरी सब्जियाँ जैसे पालक मेथी, सरसों का साग, सेम फली इत्यादि हमारी सेहत के लिए फायदेमंद होती हैं. सब्जियों को बनाने के लिए अलग अलग विधियों का प्रयोग किया जाता हैं.

विभिन्न सब्जी के मसालों व खट्टे पदार्थों के साथ इसे पकाया जाता हैं. मगर कुछ हरी सब्जियां ऐसी भी होती हैं जिन्हें पकाने की बजाय कच्चे ही खाया जाता हैं.

हमारे जीवन में सब्जियों का अहम स्थान हैं. एक संतुलित आहार में सब्जियां प्रमुख हैं जो हमें प्रोटीन, विटामीन, आईरन और मिनरलस की मात्रा उपलब्ध कराती हैं. जिससे हमारे शरीर का संतुलित विकास एवं वृद्धि होती हैं. 

सब्जियों को अधिक पकाकर खाना सेहत के लिए अच्छा नहीं माना गया हैं. अधिक देर तक ताप पर रखने से विटामिन तत्व लुप्त हो जाते हैं. इसके विकल्प के रूप में हम सूप का उपयोग आसानी से कर सकते हैं.

संसार भर में 80 से अधिक प्रकार की सब्जियां बोई और उपयोग में ली जाती हैं. कई सब्जियों के आयुर्वैदिक फायदे भी हैं. टमाटर प्याज तथा खीर जिनमें प्रमुख हैं.

पुदीना के पत्ते उदर के दर्द को समाप्त करने में मदद करता हैं. प्रत्येक व्यक्ति को नित्य हरी सब्जियों का उचित मात्रा में सेवन करना चाहिए. हरी सब्जियां सभी आयु वर्ग के स्त्री पुरुषों के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होती हैं तथा जीवन में स्फूर्ति व ताजगी का संचार करती हैं.

सही मात्रा में सप्ताह भर के भोजन चार्ट में सब्जियों के उपयोग से शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य को अच्छा बनाएं रखने में मदद मिलती हैं. इन सब कारणों से हमें हरी सब्जियों को अपने आहार का अभिन्न अंग बनाना चाहिए।

सब्जियों का इतिहास उतना ही पुराना है जितनी पुरानी मानव सभ्यता. मानव उद्भव के  समय जब मानव पूरी तरह से कंदमूल पर निर्भर था तब से लेकर आज तक हमारी धरती पर कई परिवर्तन हुए।

नई नई खोजों तथा आविष्कारों ने आमूलचूल परिवर्तन हमारी जीवन शैली में किए। सब्जियों की कहानी भी कुछ इस तरह की है जब मानव सब्जियों के बारे में नहीं जानता था तब भी अनजाने में इसका प्रयोग होता रहा।

धीरे-धीरे मानव जागरूक होता गया और इनकी उपयोगिता के बारे में जानता चला गया। अन्य खाद्यान्नों के साथ सब्जियों का प्रयोग भी होने लगा। उसके बाद सब्जियों को पकाना तथा अलग-अलग स्वाद प्राप्त करना जारी रहा।

सब्जियां संतुलित आहार की पूर्ति करते हुए व्यक्ति को स्वस्थ बनाए रखती हैं। वर्तमान में प्रचलित तकनीकों के द्वारा विकसित बायो सब्जियां का तेजी से उपयोग बढ़ रहा है।
कम समय में अधिक उत्पादन तथा आवश्यकतानुसार स्वाद परिवर्तन जैसी तकनीको ने सब्जियों की महत्वता को बढ़ा दिया है।

तेजी से बढ़ती हुई आबादी तथा स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के निराकरण में तथा आवश्यकताओं की पूर्ति में सब्जियां महत्वपूर्ण साबित हो रही है।

भारत में स्वतंत्रता के बाद विभिन्न क्रांतियों के द्वारा सब्जी उत्पादन को बढ़ावा  देकर आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाए गए।

सब्जियां पोस्टिक आहार की पूर्ति के साथ-साथ भूमि की उर्वरता बनाए रखती है। किसानों की आय दोगुनी करने में सब्जियां अपना अहम योगदान दे रही है। सरकार के द्वारा प्रोत्साहन  फल स्वरुप जैविक सब्जियों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है जो देश की दीर्घकालीन आवश्यकताओं के अनुरूप है।


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