प्रकृति की सुंदरता पर निबंध essay on prakriti ki sundarta in hindi: असीम अमूल्य और जीवन में खुशियों के रंग भरने वाली यह प्रकृति की सुंदरता (beauty of nature) को वे लोग ही समझ पाते है इसका सानिध्य प्राप्त करते हैं. आज का हमारा निबंध प्रकृति की असीम सुंदरता पर दिया गया हैं. चलिए इस निबंध स्पीच को पढ़ते है.
essay on prakriti ki sundarta in hindi
प्रकृति में समय समय पर बदलाव होते रहते हैं प्रकृति की सुंदरता बनाए रखने के लिए लोग अपने आस पास की सफाई करते है और पेड़ पौधों को काटने के स्थान पर नयें वृक्ष उगाने चाहिए. जिससे प्रकृति की सुन्दरता बनी रहती हैं.
ऐसे सुन्दरता बनाए रखने में कई बार ज्यादा कचरा इकट्ठा हो जाता है तो समय समय पर कचरे का निस्तारण करते रहना चाहिए. प्रकृति की सुन्दरता सिर्फ किसी एक मानव या समूह पुरे देश को स्वच्छ नहीं बना सकता. लोगों को पेड़ काटने से नहीं रोक सकते.
वनों की अंधाधुंध कटाई जब तक बंद नहीं होगी तब तक प्रकृति की सुंदरता का हम दर्शन नहीं कर पाएगे. सभी लोगों के द्वारा पेड़ों को लगाया जाए प्रकृति की सुन्दरता से हमें कई महत्वपूर्ण लाभ प्राप्त होते हैं. प्रकृति जितनी सुंदर होगी उतने ही हमारे जीवन में सुखदायक पल होंगे.
प्रकृति में पेड़ पौधे ज्यादा होने से वह अधिक सुन्दरता पाती हैं और जब हमारी पृथ्वी की सतह पेड़ पौधों से हरी भरी रहेगी तो हमारी वायु भी स्वच्छ रहेगी लोगों को श्वास के लिए शुद्ध हवा उपलब्ध हो सकेगी. पेड़ पौधें कार्बनडाई ऑक्साइड का उपभोग कर हमें ऑक्सीजन प्रदान करते हैं. इसी प्राणवायु पर हमारा जीवन टिका हैं.
पेड़ों के इसी महत्व को ध्यान में रखते हुए समय समय पर पेड़ लगाने तथा पेड़ बचाने के लिए सामाजिक आंदोलन हुए हैं अंत में यही कहा जा सकता है कि प्रकृति की सुंदरता ही हमारे जीवन के रंग है अन्यथा ये बेरंग और सूखे मरुस्थल से अधिक कुछ नहीं हैं.
रंग बिरंगे फूल, भांति भांति के फल, पशु पक्षी उनकी वाणी, पहाड़, झरने, सूरज की ललिमा, बादलों के बदलते बिगड़ते ढंग, हवा की अठखेलियों, ऋतुओं के आनन्द ये सब हमारी प्रकृति के विविध रूप हैं.
मानव धीरे धीरे प्रकृति से दूर होकर अपनी झूठी मायाजाल की उधेड़ बुन में ही लगा रहता हैं. अगर हम थोड़ा सा समय निकालकर कुदरत की गोदी में जाना आरम्भ करे तो निश्चय ही इसकी सुन्दरता का आभास कर पाएगे.