माँ अपने बेटे के लिए क्या नहीं करती है.वह हर समय अपनी संतान के बारे में सोचती है.तथा खुद से भी बढ़कर अपनी संतान को बनाना चाहती है.माँ अपने जीवन को अपनी संतान के लिए अर्पित करती है.माँ अपने जीवन में अनेक दुख सहन करती है.
माँ हमें इस स्वर्ग रूप में संसार लाती है.इसलिए माँ को जन्म दयानी कहा जाता है.माँ हमारे जीवन की शुरुआत करती है.और अंत तक अपना साथ देती है.हर परस्थिती का सामना करती है माँ.माँ ही हमारे जीवन को संवारती है.
10 Lines on My Mother in Hindi For Student
- माँ हमें जन्म देती है.हमारा पालन-पोषण करती है.
- माँ हमारी पहली मित्र तथा पहली शिक्षक होती है,
- माँ को भगवान से भी बढ़कर माना जाता है.
- मेरी माँ बहुत प्यारी है.वह मुझसे बहुत प्यार करती है.
- मेरी माँ एक आदर्श और धार्मिक महिला है.
- मेरी माँ बड़ो का आदर करती है.तथा बच्चो के साथ प्रेम से रहती है.
- मेरी माँ घर का सारा काम करती है.
- मेरी माँ परोपकारी तथा दयालु है.वह कभी गुस्सा नहीं करती है.
- मेरी माँ मुझे कहानिया सुनाती है.
- मेरे माँ से बढ़कर मेरे लिए इस संसार में कोई नहीं है.
250 शब्द निबंध
मेरी माता जी का नाम अंजला देवी है, जोकि हमारे घर का काम काफी अच्छी तरीके से संभालती हैं। इसके अलावा वह नौकरी को भी अच्छे तरीके से करती हैं। जब मैं सुबह सोता रहता हूं तभी वह मुझसे पहले उठ जाती हैं और मुझे स्कूल जाने के लिए तैयार करती हैं, साथ ही मेरा टिफिन भी रेडी करती हैं।
मेरे पापा जब नौकरी करने के लिए जाते हैं तो मां के द्वारा उन्हें भी टिफिन दिया जाता है। हम सब जब घर से चले जाते हैं तो मेरी मां के द्वारा घर में साफ सफाई और झाड़ू लगाई जाती है और जो भी बिस्तर होते हैं उसे अपनी अपनी जगह पर रखा जाता है।
हमारे घर में पापा मम्मी, मेरी छोटी बहन, मैं और मेरे दादा दादी रहते हैं। मेरी मां के द्वारा मेरे दादा दादी का भी पूरा ख्याल रखा जाता है और उनकी हर छोटी सी छोटी बात को मेरी मां मानती हैं, क्योंकि उनके अनुसार बड़े बुजुर्गों की बात मानना आवश्यक होता है। मेरी मां एक धार्मिक प्रवृत्ति की है।
इसलिए उनका मन पूजा पाठ में ज्यादा लगता है। हमारे घर में जब भी कोई शुभ प्रसंग होता है तो वह बड़े ही चाव के साथ उस शुभ प्रसंग की तैयारी करती हैं।
अगर मैं यह कहूं कि मेरी मां एक आदर्श महिला है तो इसमें कोई बड़ी बात नहीं होगी क्योंकि उनके द्वारा हमेशा हमें अच्छा नागरिक बनने की शिक्षा दी जाती है। मेरी मां दरवाजे पर आने वाले हर भिखारी की यथासंभव सहायता भी करती हैं। मेरी मां करुणा की देवी हैं और मैं उन्हें भगवान की तरह मानता हूं।
मेरी माँ पर निबंध Essay on My Mother in Hindi
मेरी माँ बहुत सुन्दर और प्यारी है.मेरी माँ मुझे बहुत अच्छी लगती है.माँ मुझे बहुत प्यार करती है.मेरी माँ संस्कारवान है.वह हमेशा शांत ही रहती है.
मेरी माँ की आयु लगभग 40 साल है फिर भी वह घर का सारा काम करती है.कभी थकान का नाम ही नहीं लेती है.घर ग्रस्ति का पूरा कार्य मेरी माँ करती है.मै भी मेरी माँ की सहायता करता हूँ.मेरी माँ प्रातः सबसे पहले उठती है.और मै उठने से पहले ही मेरी माँ झाड़ू निकालती है.और सुबह चिडियों को दाना देती है.
मेरी माँ भगवान की बड़ी भक्त है.वह हर रोज भगवान की सेवा करती है.पूजा अर्चना करती है.माँ कभी भी गुस्सा नहीं करती है.वह हमेशा खुश रहती है. मेरी माँ को गन्दगी बिल्कुल पसंद नहीं है.
वह हमारे घर के आस-पास तथा घर में हमेशा सफाई रखती है.और ये कार्य कभी-कभी मुझसे भी करवाती है.मेरी माँ सफाई ही नहीं बल्कि वह हर अमावस्या को एक नया पौधा लगाती है.और उसे पानी देती है.और जिस दिन घर पर नहीं होती है.तो वह मुझे पौधों को पानी देने को कहती है.
मेरी माँ मेरा बहुत ख्याल रखती है.वह मेरे कपड़े भी धोती है.पर मुझे खुद को धोनो के लिए भी कहती है.पर भोली माँ गुस्सा नहीं करती है.और वापस मेरे कपडे धो देती है.मेरी माँ सभी के लिए खाना बनाती है.सभी को खिलाती है.और खाना अच्छा न बने तो डांट भी खाती है.
मेरी माँ भगवान में आस्था रखती है. भगवान की पूजा करती है.तथा सुबह शाम भगवान का दीपक जलाती है.जिससे हमारे घर में हर समय सुख शान्ति बनी रहती है.
मेरी माँ भगवान तथा पुराने ग्रंथो का अध्ययन करती है.और फिर हमें उसका सार सिखाती है.इस प्रकार मेरी माँ मेरे लिए शिक्षक तथा गुरु की भूमिका निभाती है.जो लोग अपने जीवन में सफल होते है.उन पर माँ की दुआ का असर होता है.
माँ मुझे कहानिया सुनाकर हमारा मनोरंजन करती है.साथ ही नानी माँ दादाजी-दादीजी आदि का रोल निभाती है.
मेरी माँ खेल के क्षेत्र में बहुत प्रतिभाशाली थी.
वह आज भी बहुत खिलाडी है.वह अब खुद तो नहीं खेलती है.पर अपनी सभी कलाए हमें सिखाती है.और हमें जो माँ सिखाती है.वह हमारे लिए बहुत काम आता है.इस प्रकार माँ कोच की भूमिका भी निभाती है.इसलिए तो कहते है.कि
''माँ सबकी जगह ले सकती है,पर माँ की जगह कोई नहीं ले सकता है.''
मेरी माँ ज्यादा पढ़ी-लिखी नहीं है. पर वह हिंदी भाषा को आसानी से पढ़ सकती है.और मुझे हकीकत में हिंदी भाषा मेरी माँ ने ही सिखया था.इस प्रकार शिक्षा के क्षेत्र में भी माँ की अहम भूमिका होती है.
मेरी माँ को मै भगवान से भी बढ़कर मनाता हूँ,क्योकि मैंने मेरे जीवन में माँ सामान किसी को नहीं देखा इसलिए सबसे श्रेष्ठ माँ ही है.और मेरा भगवान माँ ही है.इस जीवन में सब कराया माँ का ही है.माँ ने हमें जीवन दिया माँ ने हमें बड़ा किया माँ ने हमें संस्कार दिए.इस प्रकार देखे तो इस जीवन में हमारा कुछ भी नहीं है.सबकुछ माँ का ही है.
मेरी माँ धर्म ग्रन्थ में ज्यादा विश्वास करती है.और वह हमें धर्म ग्रंथो में बताई गए.रास्ते पर चलने को कहती है.माँ ने मुझे नैतिक जीवन के बारे में समझाती है.
जीवन में क्या हमारे लिए उचित है.क्या आपके लिए सही है.क्या गलत है.कौनसी राह पर चलना चाहिए.जीवन में सफलता के क्या लक्षण है.जीवन को सुखी कैसे बनाये.
जीवन में रिश्तो के महत्व किन-किन पर हमें विश्वास करना चाहिए.और किन-किन पर नहीं.किसे दोस्त बनाना चाहिए.किसे नहीं आदि सम्पूर्ण जीवन की प्रोसेस को माँ हमें सिखाती है.किसके साथ किस प्रकार बात करनी है.
माँ हमें बड़े का आदर करना सिखाती है.तथा छोटो के साथ स्नेह से रहने को कहती है. माँ मेरी ख़ुशी में ही अपनी ख़ुशी मानती है.मेरी माँ हमेशा स्वस्थ रहती है.
माँ अपने स्वास्थ्य के साथ साथ मेरे स्वास्थ्य का ख्याल भी रखती है. जिस दिन मै स्नान नहीं करता हूँ,या अन्य दैनिक जीवन के कार्य को नहीं करता हूँ,तो मुझे माँ बहुत डांटती है.पर छोटी बड़ी गलती होने पर माँ मुझे माफ़ कर देती है.और अगली बार ये गलती हुई तो डांट खानी पड़ेगा.इस प्रकार मेरे द्वारा होने वाली गलतियों का सुधार करवाती है.
मेरी माँ बड़े का आदर करती है.वह हमेशा मेरे पिताजी,दादाजी.दादीजी तथा बड़े लोगो का सम्मान करती है.जिससे मुझे बहुत कुछ सीखने को मिलता है.
मेरी माँ हमेशा मुझे कुछ अच्छा करने के लिए प्रेरित करती है.और माँ की उम्मीदों को में पूरा करने के लिए अपने जीवन में हर संभव प्रयास कर रहा हूँ.और कहते है.जहाँ माँ की दुआ साथ हो तो कुछ भी असंभव नहीं है.
मेरी माँ खुद से भी ज्यादा मुझे अच्छा बनाना चाहती है.वह हमेशा मुझे कहानिया सुनाकर कुछ न कुछ सिखाती है.माँ खुद अपने से ज्यादा मेरी सुरक्षा करती है.माँ हमारे घर का मसीहा है.आज तक मेने भगवान को नहीं देखा है.पर माँ में भगवान को महसूस किया है.भगवान माँ से बढ़कर नहीं हो सकते है.माँ मुझे बहुत प्यारी लगती है.मै भगवान से यही प्रार्थना करता हूँ,कि अगले जन्म में भी मुझे ऐसी ही माँ मिले.
''मांगता यह मन्नत की फिर यही जहाँ मिले
नहीं जरुरत जन्नत की फिर यही माँ की गोद मिले''
मेरी माँ पर निबंध Essay on My Mother in Hindi
मेरी माँ एक आदर्श महिला है.वह बहुत भोली भली है.वह सरल और दयालु स्वभाव की है.पर मेरे लिए वह सबकुछ है.वह मेरा भगवान है. वह मेरा हर समय साथ देती है.हर मुशीबत में वह मेरे साथ रहती है.
मेरी मुशीबत को वह अपनी मुशीबत समझती है.मेरी माँ हमेशा घर के कार्य में व्यस्त रहती है.वह अपने कर्मो से मुझे जीवन जीना सिखाती है.
मेरी माँ मेरा बहुत ध्यान रखती है.वैसे तो वह मुझे कुछ नहीं कहती पर जब मै कोई गलती करता हूँ,तो वह मुझे बहुत डांटती है.पर माँ माँ ही होती है.मै मेरी माँ का बहुत सम्मान करता हूँ.
मेरी माँ मुझे बड़ो का सम्मान करना सिखाती है.लोगो के साथ घुल मिलकर रहना सिखाती है.इसी कारण मुझे भी लोग बहुत प्यार करते है.क्योकि मै मेरे माँ के द्वारा बताये गए.पथ पर चलता हूँ.
अपने जीवन में हमेशा याद रखना कि इस संसार में हर व्यक्ति आपको निचा दिखाना चाहता है.हर व्यक्ति आपको पीछे रखना चाहता है.पर माँ-बाप ही ऐसे व्यक्ति होते है.जो हमेशा अपने बच्चे को खुद से भी बेहतर बनाना चाहते है.इसलिए माँ कभी-भी अपने बच्चो को गलत राह नहीं बताती है.
वह हमेशा सच्ची पथ प्रदर्शक होती है.मेरी माँ ने मुझे बोलना सिखाया,चलाना सिखाया और साथ ही साथ मुझे इस संसार मै हर परस्थिति को सहन करना सिखाया है.जो कि मेरे जीवन के लिए सबसे महत्वपूर्ण है,
मेरी माँ एक आदर्श महिला होते हुए भी वह मुझे खुद से बेहतर बनाना चाहती है.वह कभी-भी खुद पर घमंड नहीं करती है.वह सादा जीवन जीती है.
मेरी माँ मेरी प्रथम मित्र थी.जिसने मुझे इस जीवन की अच्छी शुरुआत दी.और मेरी माँ मेरी पहली गुरु भी थी.जिसने मुझे ज्ञान का पहला पाठ भी पढाया था.और मुझे संस्कार वान बनाया जिस कारण आज मुझे लोग एक अच्छा व्यक्ति मानते है.यह सब मेरी माँ की ही करामत है.
माँ को सच्चाई, प्रेम और ईमानदारी का प्रतिक माना जाता है.इसी कारण कहा जाता है.कि जहाँ भगवान नहीं पहुंचते है.वहा माँ की दुआ पहुंचती है.माँ की दुआ इस जीवन को सफल बना सकती है.माँ का आशीर्वाद दुनिया का सबसे बड़ा वरदान है.और ये वरदान जिन लोगो को मिलता है.वह इस दुनिया के भाग्यशाली व्यक्ति है.माँ को घर की लक्ष्मी माना जाता है.
माँ मेरे साथ ही नहीं बल्कि हमारे परिवार के सभी सदस्यों के प्यार से पेश आती है.इसलिए मेरी माँ को हमारे परिवार में सबसे ज्यादा इज्जत दी जाती है.
मेरी माँ की मानसिक रूप से काफी मजबूत है.वह हमेशा सकारत्मक सोच रखती है.परस्थिति कैसी भी हो पर वह उसका हल निकाल ही लेती है.इस प्रकार मेरी माँ की सोच बहुत मजबूत है.वह हमेशा बड़ा ही सोचती है.और करती भी है.
मेरी माँ का मानना है.कि हर मुश्किल से लड़ना ही उनकी सबसे बड़ी ताकत है.और यही ताकत मुझ मै भी हो मै यही सोच रखता हूँ.मेरी माँ ने मुझे सिखाया है.कि हर समस्या का कोई न कोई हल जरुर होता है. इसलिए हमें कभी-भी हार नहीं मनानी चाहिए.
माँ का हर मुश्किल का साथी कहा जाता है.वह हमेशा मेरी हर मुश्किल का सहारा बनती है.मुश्किल छोटी हो या बड़ी हर समय मेरी माँ सहायता करती है.मेरी माँ मेरी समस्या को अपनी समस्या मानकर मेरी सहायता करती है.इस संसार में माँ ही एकमात्र इन्सान है.जो हर परस्थिति में अपना साथ देती है.
जब मैं अंधेरे से डरता था तो वह मेरी रोशनी बन जाती थी और उस अंधेरे में मेरा मार्गदर्शन करती थी। इसके अलावा, अगर मैं रात को सो नहीं पाती हूं, तो जब तक मैं सो नहीं जाता, वह मेरा सिर अपनी गोद में रखती। इन सबसे बढ़कर, उसने कभी भी सबसे मुश्किल समय में भी मेरा पक्ष नहीं लिया।
प्रिय दर्शको उम्मीद करता हूँ,आज का हमारा लेख मेरी माँ पर निबंध Essay on My Mother in Hindi आपको पसंद आया होगा,यदि आज का आर्टिकल आपको पसंद आया तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें.