आंगनवाड़ी पर निबंध | Essay On Anganwadi In Hindi- नमस्कार दोस्तों आज के आर्टिकल में हम बच्चो और माँ के स्वास्थ्य के लिए शुरू की गई संस्था आंगनवाडी के बारे में जानेंगे. आंगनवाड़ी का दूसरा नाम क्या है?, आंगनबाड़ी का क्या उद्देश्य है? तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का क्या काम है? आदि के बारे में चर्चा करेंगे.
आंगनवाड़ी पर निबंध | Essay On Anganwadi In Hindi
बाल विकास सेवा कार्यक्रम द्वारा 1975 को इस संस्था की शुरुआत की गई थी. आंगनवाड़ी का दूसरा नाम "आँगन आश्रय" है. आंगनवाड़ी संस्था बाल विकास और उनके स्वास्थ्य की देखभाल में कार्य करती है.
यह 6 वर्ष तक के बच्चो के लिए देखभाल की प्रणाली है. इसमे किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं होता है. किसी को भी शिक्षा, पोषण, दवाई और अन्य गतिविधियों से वंचित नहीं रखा जा सकता है.
आज के भ्रष्ट समाज में लोग अपना स्वार्थ पूरा करने के लिए भेदभाव की पद्धति अपनाते है. तथा कई कर्मचारी इसका वितरण ही नहीं करते है. जिस कारण बालको के स्वास्थ्य की देखरेख में कमी रह जाती है.
आंगनवाडी के बारे में 10 lines in Hindi
1. आंगनवाड़ी भारतीय सरकार द्वारा शुरू की गई एक संस्था है. इसका उद्देश्य बच्चो और उनकी माँ के स्वास्थ्य की जांच करना तथा कुपोषण जैसी समस्याओ से बचाना है.
2. आंगनवाड़ी संस्था का दूसरा नाम आँगन आश्रय है. जिसका अर्थ होता है. आँगन यानी घर परिवार तथा आश्रय का अर्थ सहारा. अर्थात घर या परिवार की सहायता के नाम से ही इस संस्था की नाम रखा गया है.
3. इस संस्था की शुरुआत भारतीय सरकार द्वारा 1975 में की गई थी.
4. आंगनवाड़ी संस्था ग्रामीण इलाके के 6 वर्ष से छोटे बच्चो को और उनकी माँ को सेवाए देती है.
5. इस संस्था की योजना के अनुसार अधिकतम 6 वर्ष की बच्चा ही इस योजना का लाभार्थी हो सकता है.
6. आंगनवाडी संस्था द्वारा हर गाँव में अनेक आंगनवाडी केंद्र बनाए गए है. जहा बच्चो को खेल सामग्री, खाने-पीने की व्यवस्था, स्वास्थ सबंधित जांच आदि सुविधाए दी जाती है.
7. छोटे बच्चो के लिए टीकाकरण भी इस संस्था द्वारा मुफ्त में दिया जाता है.
8. आंगनवाडी योजना से गर्भवती महिला को मुफ्त में दवाइया और परामर्श दिया जाता है.
9. समय समय पर लाभार्थियों को केंद्र में बुलाया जाता है. तथा उनका स्वास्थ्य चेक किया जाता है. और दवाइया दी जाती है. और पोषण सम्बन्धी वस्तुए भी दी जाती है.
10. आंगनवाडी संस्था द्वारा अनेक योजनाओ को चलाया जाता है. जिसमे सहिया दीदी, ममता वाहन, जल सहिया, आशा दीदी, बी.एल.ओ आदि प्रमुख है.
Anganwadi essay in hindi
आंगनवाडी छोटे बच्चो के लिए शुरू की गई संस्था है. जो पिछले कई दशको से चली आ रही है. आंगनवाडी में बच्चो के स्वास्थ्य की देखभाल की जाती है. तथा उन्हें उचित परामर्श दिया जाता है. पोषण की व्यवस्था, खेल सामग्री की व्यवस्था भी इन केन्द्रों के द्वारा की जाती है.
आंगनवाडी का मुख्य उद्देश्य गरीब और ग्रामीण इलाको के बच्चो को पोषित करना और स्वस्थ रखना है. जिसमे वे बुनियादी समय में बच्चो को स्वस्थ रखने के कामयाब होते है. इसी कारण बाल स्वास्थ्य काफी बेहतर स्थिति में है.
भारत में इस संस्था की शुरुआत 1975 में की गई. जिसे आज तक़रीबन आधी शताब्दी जा चुकी है. इस संस्था ने पिछले सालो में सराहनीय कार्य किया जिससे स्वस्थ्य स्तर में विकास देखने को मिला है.
सरकार द्वारा देश के हर कोने में आंगनवाडी केंद्र स्थापित किये गए है. देशभर में लगभग 15 लाभ के करीब आंगनवाडी केंद्र बनाए गए है. जहा बच्चो को स्वास्थ्य सम्बन्धी लाभ पहुँचाया जाता है.
आंगनवाडी केंद्र के कर्मचारी सरकार की नजर में कुछ समय तक ही कार्य करते है. पर कर्मचारियों के अनुसार उन्हें अधिक कार्य करना पड़ता है. पर उन्हें कार्य के अनुसार वेतन नहीं मिल पाता है.
एक बेहतर प्रयास आंगनवाडी को सरकार ने न तो राज्य सूची और न ही संघ सूची में रखा है. यानी इसे कम महत्व दिया जा रहा है. कर्मचारियों को ना मात्र के बराबर वेतन मिलता है. जिस कारण आज नन्हे बच्चो के लिए चलाए इस अभियान में भी भ्रष्टाचार देखने को मिलता है.
आंगनवाडी कर्मचारी को 1500 रूपये वेतन ही मिलता है. और कार्य की कोई सीमा भी निर्धारित नहीं की गई है. जिस कारण कर्मचारी इस जॉब से संतुष्ट नहीं है. उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार की जरुरत है.
कर्मचारियों की मांग और सरकार के सकारात्मक प्रयास के कारण आंगनवाड़ी कर्मचारियों और उनकी सहायिकाओ का वेतन बढ़ा दिया गया है. इनके मनोयन 3,000 मानदेय प्राप्तकर्ता का मानदेय बढाकर अब 4,500 रुपए कर दिया है. जिस कर्मचारियों को 2,250 रूपए दिए जाते थे. उन्हें अब 3,500 रुपए दिए जाएँगे.
आँगनवाड़ी सहायिकाओं का भी वेतन बढ़ा दिया गया है. जिसे 1,500 रुपए से 2,250 कर दिया है. यह सरकार का एक बेहतर बदलाव भ्रष्टाचार को कम करने में मदद करेगा. देश की बढती जनसंख्या का बेहतर स्वास्थ्य के लिए आंगनवाडी सहायता करती है.
आंगनबाड़ी के क्या उद्देश्य है?
आंगनवाडी का मुख्य उद्देश्य छोटे बच्चो की स्वस्था का ख्याल रखना. मृत्यु दर, रोग, कुपोषण से मुक्ति दिलाना. जन्म से 6 साल तक के बच्चों की पोषण तथा स्वास्थ्य स्थिति का अध्ययन कर उसमे सुधार करना.
गर्भवती महिला को स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी देकर चोक्न्ना करना. बच्चो को शिशु अवस्था में उचित आहार देकर उनका बेहतर स्वास्थ्य बनाए रखना. आदि उद्देश्यों से आंगनवाडी योजना की शुरुआत की गई.
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कैसे बने?
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका की जरुरत बढ़ते जनसख्या अनुपात और आंगनवाडी केंद्रो की बढती संख्या के कारण बढ़ रही है. इसलिए देशभर में अन्य नौकरी की तरह ही इसमे भी प्रतियोगी परीक्षा होती है.
आंगनवाडी परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन करना पड़ता है. इस परीक्षा का सञ्चालन महिला बाल विकास विभाग द्वारा किया जाता है. इस विभाग द्वारा जरुरत के अनुसार सीटों के लिए भर्ती निकाली जाती है. तथा परीक्षा में उतीर्ण होने वालो को चयन कर लिया जाता है.
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का काम क्या होता है?
आंगनवाडी के कार्यकर्ता बाल विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते है. एक कार्यकर्ता जिम्मेदारी के साथ कार्य करता है. इस संस्था के कार्यकर्ता का कार्य गर्भवती महिलाओ के स्वास्थ्य की देखभाल करना. तथा बच्चे के जन्म से पहले ही उसके स्वास्थ्य की देखरेख करना.
गर्भवती महिला को जरुरत के अनुसार टीकाकरण करना. तथा जन्म के बाद नवजात शिशु की स्वास्थ्य देखभाल करके उसका टीकाकरण करना. तथा 6 वर्ष की आयु तक समय समय पर उसका टीकाकरण करना और पोषण सामग्री का वितरण करना.
इन कार्यकर्ताओ की कुछ जिम्मेदारिया होती है. जिसमे सभी नवजात शिशुओ का सर्वेक्षण करना और उनकी स्वास्थ्य के बारे में सर्वे करना. सभी को नियमित रूप से लाभार्थी बनाना.
गर्भवती महिला की स्वास्थ्य की समय समय पर जांच करना. सरकार द्वारा दी जाने वाली पोषण सामग्री, खेल सामग्री सभी को वितरण करना. आदि एक आंगनवाडी कार्यकर्ता की जिम्मेदारी होती है.
आंगनवाड़ी में उपलब्ध कराई जाने वाली सेवाएँ हैं
- गर्भवती महिला का समय समय पर टीकाकरण. और स्वास्थ्य की चेकिंग.
- जन्म से वर्ष की आयु तक बच्चे का टीकाकरण.
- 6 वर्ष की आयु तक पोषाहार, उपलब्ध खेल सामग्री का वितरण.
- बच्चो को शिक्षा से जोड़ना. और शिक्षा ग्रहण करवाना. महिलाओ को स्वास्थ्य सबंधित शिक्षा देना.
- नवजात शिशुओ का सर्वे करके उनका स्वास्थ्य सर्वेक्षण.
- टीकाकरण रिपोर्ट. और उसका आकलन.
किसी आंगनवाड़ी केंद्र में क्या- क्या सुविधाएँ होनी चाहिए?
- एक बड़ा भवन है. जिसमे बैठने की व्यवस्था हो.
- भवन के आगे बरामदा होना चाहिए. जहा बैठा जा सकें. या खड़े रहा जा सकें.
- आंगनवाडी केंद्र के पास खेल का मैदान हो तथा खेल सामग्री उपलब्ध हो.
- एक रसोईघर होना चाहिए.
- केंद्र में साफ़ सफाई तथा स्वच्छता होनी चाहिए.
- बेहतर व्यवस्था वाला भवन होना चाहिए, जिसमे विद्युत् कनेक्शन की व्यवस्था होनी चाहिए.
- पानी की व्यवस्था हो पर खुला हुआ टांका नहीं होना चाहिए. जरुरी सामग्री
- जल, बाल्टी, ब्रुश झाडु साबुन, अध्ययन सामग्री आदि होनी चाहिए.
आंगनवाडी के द्वारा सरकार अधिक से अधिक लोगो को अपने साथ जोड़कर छोटे बच्चो के स्वास्थ्य की देखभाल करने की व्यवस्था कर रही है. इस व्यवस्था का हमे उपयोग करते हुए, छोटे बच्चो को लाभान्वित करना चाहिए.
आंगनवाडी के माध्यम से दिए जाने वाले सन्देश की हमें पालना करनी चाहिए. परिवार नियोजन जैसी योजनाओ का सहयोग करना चाहिए तथा सरकार के द्वारा जारी दिशा- निर्देशों का पालन करें.
कल्याण के लिए शुरू की गई, आंगनवाडी योजना कुछ स्थितियों में हमारे लिए नुकसानदायक बन जाती है. जिसमे कई बार ऐसी घटनाओ को देखा गया जहा बच्चे आंगनवाडी केंद्र में सुरक्षा न होने के कारण इस संसार को छोड़कर चले गए.
एक घटना में केंद्र की दीवार गिरने से कई बच्चो को मौत हो गई. हम सरकार से यही मांग करते है, कि वह बच्चो की सुरक्षा के लिए अच्छे भवन में केंद्र स्थापित करें. तथा भवनों की मरम्मत करें. हम सभी को सरकार की इस मुहीम का सहयोग करके हमें सभी बच्चो को आंगनवाडी से जोड़ना चाहिए.
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