सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव पर पर निबंध Essay On Side Effects Of Social Media In Hindi- नमस्कार दोस्तों स्वागत है, आपका आज के हमारे आर्टिकल में आज हम युवाओ पर सोशल मिडिया के प्रभाव को समझने का प्रयास करेंगे. तथा सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव को विस्तार से जानेंगे.
सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव पर पर निबंध Essay On Side Effects Of Social Media In Hindi
300 शब्द
एक ओर जहां सोशल मीडिया के सकारात्मक पहलु दिखाई देते हैं तो वही इसकी नकारात्मक चीजें भी दिखाई देती है। सोशल मीडिया के नकारात्मक पहलू तभी दिखाई देते हैं जब लोगों के द्वारा इसका गलत इस्तेमाल किया जाता है। सोशल मीडिया के द्वारा कई लोग दूर भावनाएं फैला कर के लोगों को आपस में लड़ाने का प्रयास करते हैं।
सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके बड़े पैमाने पर ऐसी जानकारियां शेयर की जाती है जिनमें कोई भी सच्चाई नहीं होती है ना ही जिनमें कोई तथ्य होते हैं। हालांकि ऐसी जानकारियों का सामान्य जनमानस पर काफी गहरा प्रभाव पड़ता है और कई बार ऐसी जानकारियों को सच मानते हुए लोगों के द्वारा कुछ ऐसे काम करना प्रारंभ कर दिए जाते हैं जो कि कानून की नजरों में अवैध होते हैं और जिन पर लगाम लगाने के लिए सरकार को सख्त से सख्त कदम उठाने की आवश्यकता होती है।
हमने देखा है कि किस प्रकार भारत के जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों में सोशल मीडिया की वजह से कई बार दंगे भड़के हैं और सेना पर पत्थरबाजी की है, जिन पर लगाम लगाने के लिए सरकार को सोशल मीडिया पर कुछ घंटों के लिए प्रतिबंध लगाना पड़ता है।
सोशल मीडिया पर ऐसी बहुत सारी जानकारी आती है जिनमें भ्रामक खबरें होती है। सोशल मीडिया पर आने वाली जानकारी को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत किया जाता है। सोशल मीडिया का दुष्प्रभाव यह भी है कि इस पर जो चीजें आती है उन्हें लोगों को उकसाने के लिए ही तैयार किया जाता है। हालांकि उन चीजों का सच्चाई से कोई भी लेना देना नहीं होता है।
सोशल मीडिया पर आने वाली सामग्री का मालिक कोई भी नहीं होता है। इसलिए यहां पर मूल स्त्रोत का अभाव होता है। यहां पर व्यक्ति की गोपनीयता पूरी तरह से भंग हो जाती है। सोशल मीडिया के द्वारा लोगों की बदनामी तक कर दी जाती है। इसके लिए वीडियो की एडिटिंग की जाती है। सोशल मीडिया का सबसे बड़ा दुष्प्रभाव साइबर अपराध है। इन सभी पर लगाम लगाने की सख्त आवश्यकता है।
500 शब्द
एक तरह हमारे लिए सोशल मिडिया जरुरी बन रही है, वही दूसरी नजर से यह हमारे लिए विनाशक बन रही है. सोशल मीडिया के लाभ कम और नुकसान अधिक नजर आ रहे है. आज का व्यक्ति सोशल मीडिया में अपना जीवन गँवा रहा है.
व्यक्ति का सामाजिक जीवन सोशल मीडिया के माध्यम से क्षीण हो रहा है. व्यक्ति आपस में मिलने खेलने तथा कूदने जैसे कार्यो को मोबाइल के माध्यम से करने लगे है. आज सोशल मीडिया हमारे जीवन के कई कीमती घंटे खा जाता है, पर हम इसे महसूस ही नहीं कर पाते है.
सोशल मिडिया हमारे लिए विकट समस्या बन रहा है. आज का व्यक्ति सोशल मिडिया को अपना अधिक से अधिक समय देता है, जिससे मानसिकता पर गहरा प्रभाव पड़ता है. तथा सामाजिक बंधन से दुरिया बनती है.
मानसिक तनाव तथा छिड़छिडापन लोगो का आम लक्षण बन गया है. अधिक समय तक सोशल साईट पर रहने के बाद इसके दुष्प्रभाव देखने को मिलते है. जिससे कई बार घरेलु हिंसा या लड़ाई झगडा भी देखने को मिलता है.
सोशल मीडिया हमें एक दुसरे को ऑनलाइन जोड़ता है, पर यह आपसी मिल्न तथा शारीरिक मेल मिलाव को कम करता है. सोशल मिडिया हमें एक तरफ प्रसिद्धी दिलाता है, तो वही यह हमें अपनों से ही अनजान बना देता है.
आज सोशल मिडिया के माध्यम से कई बड़े अपराध किये जाते है. तथा कई अपराधी सोशल मिडिया के माध्यम से आपस में अपराध का षड्यंत्र रचते है. आज सबसे अधिक साइबर बुलिंग, हैकिंग, हेट स्पीच, डेटा चोरीआदि कार्य सोशल मिडिया की वजह से होते है.
एक तरफ सोशल मिडिया हमें देश में चल रही नई योजनाओ तथा समाचार से जोड़ता है, वही दूसरी तरफ यह हमें देश के किसी भी कोने में होने वाले मुद्दे को सोशल मिडिया के माध्यम से जनता में फैलाता है.
तथा आपसी बैर और जातिगत या धार्मिक भेदभाव और दंगो को बढ़ावा देता है. जिससे आपसी विवाद बढ़ता है. कई बार इस समस्या से देश में बड़े बड़े दंगे होते है. बिना जाने किसी भी मुद्दे को लोग सोशल मिडिया के माध्यम से देश में फैला देते है. जिससे सांप्रदायिक दंगे या कई बार राजनैतिक दंगे भी इसी कारण से होते है.
सोशल मीडिया का सदुपयोग कर हम इसे जीवन का एक वरदान बना सकते है. इसके माध्यम से हम अपनी बात रख सकते है. तथा इसके माध्यम से हम वास्तविकता से परिचित हो सकते है.
पर आज हमें सोशल मिडिया का प्रयोग सावधानी से करना चाहिए, क्योकि यहाँ आपको महत्वपूर्ण सुचनाए भी मिलती है, जो उपयोगी होती है. और भ्रमित करने वाली खबरे भी मिलती है. इसलिए हमें हकीकत को समझकर ही किसी पोस्ट को साझा करना चाहिए.
जानकारी के अभाव में हमें सोशल मिडिया पर कोई भी पोस्ट या टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. हमारी एक पोस्ट देश में दंगे का रूप ले सकती है. कई बार एक पोस्ट या एक प्रतिक्रिया देश की बड़ी सम्पति के विनाश का कारण बनती है.
हमें किसी भी प्रतिक्रिया को हंगामा बनाने से पहले उसकी सच्चाई को जानना चाहिए. हाल ही में नुपुर शर्मा के एक बयान ने देश भर में धार्मिक साम्प्रदायिकता को जन्म दिया जिससे कई बड़े दंगे भी हुए इसलिए हमें सावधानी से अपनी प्रतिक्रिया देनी चाहिए.
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