मेरा प्रिय मित्र पर निबंध Short Essay on My Best Friend In Hindi- नमस्कार दोस्त आज हम मेरे प्रिय मित्र पर छोटे बड़े निबंध लेकर आए है. ये निबंध कक्षा 1,2,3,4,5.6.7,8,9,10,11,12 के विद्यार्थियों के लिए उपयोगी है.
मेरा अच्छा दोस्त पर निबंध Essay on My Best Friend In Hindi
दोस्त वह होता है. जो हमेशा हमारा साथ देता है. तथा उसके साथ समय बिताना हमें अच्छा लगता है. वैसे मै स्वभाव से स्वाभमानी हूँ. जिस कारण सभी के साथ झूल-मिलकर रहता था.
मेरे पुरे विद्यालय में मुझे सबसे अच्छा लड़का गौतम मिला. वह मेरी तरह के ही स्वभाव का है. मै इससे बहुत प्यार करता हूँ. गौतम मेरा प्रिय मित्र है. मै हमेशा गौतम के साथ रहता हूँ.
मेरा दोस्त गौतम खेल में सबसे श्रेष्ठ खिलाडी है. साथ ही वह शिक्षा मे भी पहला स्थान लाता है. पर वह क्रिकेट का कमजोर खिलाड़ी है. इसलिए मै उसे क्रिकेट का अभ्यास कराता हूँ.
मै शिक्षा में कमजोर हूँ. मै हर समय गौतम से मदद लेता हूँ. लेकिन गौतम मेरी हर समस्या का समाधान कर देता है. गौतम संस्कारवान विद्यार्थी है. वो हमेशा बड़ो का आदर करता है. तथा उनकी आज्ञा की पालना करता है.
मेरा दोस्त हर कार्य को शान्ति के साथ करता है. वो छोटी बड़ी लड़ाई झगड़े को भी सुलझा देता है. इस प्रकार वह कभी भी आपसी झगड़े को शिक्षक तक नहीं पहुँचने देता है.
गौतम अच्छे आचरण वाला विद्यार्थी है. जो हमेशा अनुशासन में रहता है. जिस कारण सभी शिक्षक इनके बहुत प्यार करते है. कभी भी गौतम किसी की निंदा नहीं करता है.
गौतम हर बार कक्षा में प्रथम स्थान पर आता है. जिस कारण उसे प्रधानाचार्य जी भी प्यार करते है. तथा हर प्रतियोगिता में गौतम भाग लेकर विद्यालय में प्रथम स्थान लाता है. गौतम को कई बार मंच पर सम्मानित किया जा चूका है.
गौतम और मै दोनों डॉक्टर बनना चाहते है. गौतम के लिए ये कार्य आसान है. लेकिन मेरे लिए मुश्किल है, पर मुझे गौतम खुभ अभ्यास करा रहा है. तथा हर समस्या को सुलझा रहा है. मुझे लगता है. यदि इसी प्रकार चलता रहा तो हम दोनों ही अपने लक्ष्य तक जरुर पहुंचेगे.
गौतम हर समय खुद से ज्यादा मेरे बारे में सोचता है. और मुझे पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करता है. गौतम को मै बड़ा आभारी हूँ. हमेशा मै उसका गुणगान करता हूँ.
गौतम एक ईमानदार तथा दृढ इच्छाशक्ति वाला विद्यार्थी है. जो एक लक्ष्य को निर्धारित करने के पश्चात पीछे नहीं हटता है. जिससे मुझे काफी प्रेरणा मिलती है.
मुझे इस जीवन में गौतम जैसा मित्र मिला मै खुद को भग्यशाली समझता हूँ. ऐसा दोस्त पाकर मेरा जीवन सफल हो गया. आज मै मेरे दोस्त के बदोलत इस मंजिल तक पहुंचा हूँ.
गौतम केवल दोस्त ही नहीं बल्कि एक अभिभावक की भांति मुझे हर समय प्रेरित करता है. तथा जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है. यदि सभी को गौतम जैसे दोस्त मिल जाए. तो जीवन सफल हो जाता है.
दोस्ती वह रिश्ता है. जो हर दुःख सुख में साथ रहती है. एक सच्चा दोस्त हमेशा हमारा मार्गदर्शन करता है. तथा जीवन में कुछ करने के लिए प्रेरित करता है. अपने मन को भाव केवल दोस्त के साथ ही प्रकट किये जाते है.
प्रिय मित्र पर निबंध Long Essay Best Friend Hindi
दोस्ती एक ऐसा संबंध है। जो हमारे खून का भी नहीं होता तो भी हम उस पर अपना भरोसा जताते है। दोस्त बनाना कोई बड़ी बात नहीं है। परंतु सच्ची दोस्ती बनाये रखना बहुत मुश्किल होता है।
हालांकि यदि कोई व्यक्ति को सच्चा दोस्त मिल जाए तो वह भाग्यशाली माना जाता है। ये भगवान द्वारा दिया गया अनमोल उपहार है।
सच्चा दोस्त नसीब वालो को ही मिलता है। इसे आप एक उपलब्धि मान सकते है। मै भी उन भाग्यशाली लोगो मे गीना जाता हूँ। क्योकि मेरे भी एक सच्चा दोस्त है।
दोस्त वो कड़ी होती है।जो सुख-दुख मे काम आता है।वैसे तो मेरे कई दोस्त है। परंतु मेरा सबसे प्रिय दोस्त जगदीश है। वो मेरा एक अच्छा दोस्त है।
वो मेरी हर समय मेरी प्रशंशा करता रहता है। वह मेरी हर मदद करता है। वह मेरे साथ अच्छा व्यवहार करता है। मेरा ख्याल भी रखता है। वह मेरे सुख-दुख मे मेरा साथ देता है। मेरा दोस्त मेरे घर आता तथा मे उसके घर जाता हूँ उसके बिना जीना अधूरा लगता है।
हम दोनो एक साथ विद्यालय जाते तथा आते है। मै कभी विद्यालय नहीं जाता तो वह मुझे डांटता कि आज मेरा दिन कितना मुश्किल से निकला पर वह शांत स्वभाव का है। वह दिखने मे मेरे जैसा लगता है। हम आपस मै कभी नहीं झगड़ते है।
मेरा अच्छा दोस्त
मेरा दोस्त रोज विद्यालय जाता है। तथा खूब पढ़ाई करता है। मुझे भी पढ़ने के लिए प्रेरित करता है। वह हमेशा अच्छी सोचता है। मेरा दोस्त मेरी छोटी-मोटी गलती को महसूस नहीं करता है।
उसका स्वभाव ही अच्छा और मनोरंजक लगता है।वह मुझे बहुत प्यारा लगता है। हर बार अच्छी बात कह कर मुझे हँसाता है। परीक्षा मे मुझे कहता है। कि इतने अंक नहीं लाएगा तो फिर देखनादोस्त के बार बार कहने से मे भी पढ़ने लगा हूँ।
मेरा दोस्त पढ़ाई के साथ-साथ क्रिकेट का अच्छा खिलाड़ी भी है। हर रोज हम शाम को दो घंटा क्रिकेट खैलते है। वह मुझे हर कार्य को करने कि सलाह देता है। मेरा दोस्त विद्यालय का श्रेष्ठ विद्यार्थी है। हमारे कक्षा का मॉनिटर भी है।
श्री कृष्ण और सुदामा की दोस्ती :
सुदामा की स्थ्ति बहुत खराब थी। उनके पास पहने के लिए कपड़े तक नहीं थे। दूसरी तरफ कृष्ण मथुरा के राजा थे। परंतु उनकी दोस्ती इतनी सच्ची थी। कि वह एक दूसरे के लिए मरने तक तैयार थे। राजा होते हुए।
भगवान कृष्ण ने एक गरीब के साथ दोस्ती निभाई। इससे यह समझ सकते है। कृष्ण जी ने सुदामा के पैर तक धोये थे
निष्कर्ष
हमारे जीवन मे हर समय हमारा दोस्त हमारे पास रहता है। हम सबसे ज्यादा समय अपने दोस्त के साथ बिताते है। हमारे मनोरंजन का सबसे बड़ा साधन हमारा दोस्त ही होता है।
सभी लोगो को अपने दोस्त के साथ समय बिताना अच्छा लगता है।इसलिए हमे अपने दोस्त बनाने से पहले उसके गुण तथा अवगुणो को परख कर उससे दोस्ती करनी चाहिए।
ऐसे लोगो से दूर रहे जो खुद मतलबी होते है।केवल अपना स्वार्थ पूरा करने के लिए दोस्ती कराते है। हमारे जीवन को सुधारने के लिए एक अच्छे दोस्त की जरूरत होती है। मेरे पास एक मेरा सच्चा दोस्त है। मे खुद को भाग्यशाली समझता हूँ।
भगवान कृष्ण और सुदामा बचपन से ही सच्चे मित्र थे।वे दोनों एक साथ विद्या ग्रहण करने जाते थे। तब वहाँ ही उनकी मित्रता हुई थी। सुदामा और कृष्णमित्रा बन गये।
Essay on My Best Friend In Hindi
बचपन से मेरा स्वभाव दोस्तों के साथ अच्छा रहा है. मेरे जीवन में अनेक दोस्त जो मुझे पसंद करते है. तथा में उनके साथ अच्छा व्यवहार करता हूँ.
मेरे कई दोस्त है. पर संतोष मेरा सबसे श्रेष्ठ मित्र है. वह मेरा सबसे प्रिय दोस्त है. मै मेरे दोस्तों के साथ हर समय मनोरंजन करता रहता हूँ, मेरा दोस्त स्वभाव से ही प्यारा और परोपकारी है. वह हर समय मेरी सहायता करता रहता है.
संतोष मेरा सच्चा दोस्त है. जीवन में कुछ करने के लिए सच्चे दोस्त का होना आवश्यक होता है. और मेरा पास संतोष जैसा एक सच्चा दोस्त है. इससे बढ़कर मेरे लिए ओर क्या हो सकता है.
लाखो में कुछ ही लोग होते है. जो सच्चे दोस्त को पाते है. दोस्ती बनाना आसन काम होता है. पर उसे निभाना बहुत मुश्किल होता है. मेरा दोस्त मेरी तरह बहुत अच्छे स्वभाव का है.
वह मेरे साथ ही नहीं बल्कि सभी के साथ अच्छा व्यवहार करता है. मेरा दोस्त हर समय किसी न किसी की सहायता करता रहता है. वह मेरे साथ पढ़ता है. और वह बहुत होशियार है.
संतोष खुद बहुत पढाई है. तथा मुझे भी पढ़ने के लिए प्रेरित करता है. वो हमारी क्लास का मोनिटर भी है. वह अपनी शिक्षा से सभी को गौरवान्वित करता हूँ. वह सीनियर विद्यार्थी है. सभी शिक्षक उसका सम्मान करते है.
संतोष पढाई में ही नहीं बल्कि खेल में भी बहुत अच्छा खिलाडी है. वह प्रत्येक खेल का अच्छा खिलाडी है. जिसमे- कबड्डी,खो-खो,क्रिकेट तथा फुटबाल का बहुत अच्छा खिलाडी है.
वह हर क्षेत्र में श्रेष्ठ है. पर कभी-भी वे घमंड नहीं करता है. वह हर जरूरतमंद की सहायता करता है. वह हर समय एक्टिव रहता है. वह मेरी सहायता करता है.
संतोष का घर मेरे घर के पास है. वह मेरे साथ विद्यालय आता है. वह कभी क्रोधित नहीं होता है. मै लड़ाई करता रहता हूँ. पर मेरे पास संतोष जैसा दोस्त है. जो मेरी हर लड़ाई को सुलझा देता है.
वह कभी झूठ नहीं बोलता है. हर समय सत्य का साथ देता है. सत्य उसका स्वभाव है. वह बड़ो का आदर करता है. तथा छोटो से साथ प्रेमपूर्व रहता है. वह हर समय सकरात्मक सोच में रहता है.
वह मजाक करके मेरा मनोरन्जन करता है. वह हर क्लास में श्रेष्ठ आता है. उसकी अंक तालिका सबसे श्रेष्ठ आती है. संतोष से हर शिक्षक प्रेम करता है. क्योकि वह शिक्षा,खेल-खुद आदि. में श्रेष्ठ है.
संतोष ने कई बार हमारे विद्यालय की क्रिकेट टीम को जीता कर हमारे विद्यालय का मान-सम्मान बढाया. जिस कारन आज संतोष को हर कोई जानता है. मुझे संतोष पर गर्व है.
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