कचरा प्रबंधन पर निबंध Essay on Waste Management in Hindi
भारत एक विशाल जनसंख्या वाला देश है और बड़ी जनसंख्या होने की वजह से लोगों के द्वारा विभिन्न प्रकार की चीजों का भी इस्तेमाल किया जाता है और चीजों का इस्तेमाल करने के बाद उन्हें लापरवाही से यहां वहां फेंक दिया जाता है.
जिसकी वजह से कुछ कुछ जगह पर तो कचरे का अंबार खड़ा हो जाता है जिसे अगर कुछ दिनों तक साफ नहीं किया जाता है तो उस जगह पर भयंकर बदबू पैदा हो जाती है जिससे आने जाने वाले लोगों को दुर्गंध का सामना करना पड़ता है।
कचरे की समस्या शहरी और ग्रामीण दोनों ही इलाके में बराबर मात्रा में होती है। शहरों में रहने वाले लोग अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए विभिन्न वस्तुओं का इस्तेमाल करते हैं और वस्तुओं का इस्तेमाल करने के बाद जो बचा हुआ कचरा है.
उसका सही प्रकार से प्रबंध नहीं करते हैं और कचरे को यहां वहां फेंक देते हैं जिसकी वजह से पर्यावरण का प्रदूषण तो होता ही है साथ ही इंसानों के स्वास्थ्य पर भी इसका खराब प्रभाव पड़ता है।
क्योंकि जब पर्यावरण प्रदूषित होता है तो हवा भी प्रदूषित होती है और प्रदूषित हवा में सांस लेने से हमारा स्वास्थ्य भी खराब होता है। इसलिए इंसानों को उचित ढंग से कचरा प्रबंधन पर ध्यान देना चाहिए और कचरा प्रबंधन करने की सही प्रक्रिया पता करनी चाहिए।
अगर हम सही प्रकार से कचरा प्रबंधन करते हैं तो इससे हम अपने जीवन को सुरक्षित बना सकते हैं, साथ ही बेहतरीन तरीके से हम जिंदगी व्यतीत कर सकते हैं। कचरा प्रबंधन करने के लिए आजकल बड़े पैमाने पर कचरा रीसाइकलिंग की प्रक्रिया को अपनाया जा रहा है।
इस प्रक्रिया में खराब कचरे से प्राकृतिक खाद का निर्माण किया जा रहा है जिसकी वजह से खेतों में प्राकृतिक खाद का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर किया जा रहा है जिससे किसानों को भी खेती में फायदा हो रहा है।
इसके अलावा कचरे के तौर पर जो पुराने कपड़े हैं और आवश्यक सामान्य है उन्हें गरीब लोगों में बांटा जा रहा है जिससे उनकी आवश्यकताए भी पूरी हो रही है।
कचरा प्रबंधन के लिए यह आवश्यक है कि हम अपने आप को तो जागरूक करें ही साथ ही हम अपने आसपास के लोगों को भी वेस्ट मैनेजमेंट के लिए जागरूक करें और उन्हें कचरा प्रबंधन के महत्व के बारे में समझाएं और कचरे को यहां वहां ना फेंकने के लिए प्रेरित करें, ताकि हमारा पर्यावरण प्रदूषित होने से बचे।
सही मायने में कचरा प्रबंधन तभी हम कर सकते हैं जब सामान्य जनता के साथ साथ ही सरकार भी इस ओर विशेष ध्यान दें और लोगों को जागरूक करने का प्रयास करें।
कचरा प्रबंधन के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए सरकार चाहे तो कचरा प्रबंधन जागरूकता अभियान चला सकती है साथ ही वह विज्ञापन के माध्यम से भी लोगों को इसके बारे में समझा और बता सकती है।
एक सामान्य नागरिक होने के नाते कचरा प्रबंधन के अंतर्गत हमें बेकार कचरे को किसी भी जगह पर नहीं फेंकना चाहिए बल्कि हमें कचरे को कूड़ेदान में ही फेकना चाहिए तथा जो कचरा सूखा हुआ है.
उसे सूखे कूड़ेदान में और जो कचरा गीला है उसे गीले कूड़ेदान में फेंकना चाहिए ताकि सरकार के द्वारा जो गाड़ी आती है वह जाकर किसी निश्चित जगह पर फेंके ताकि हर जगह पर गंदगी ना हो और कचरे का भी प्रबंधन सही प्रकार से हो।
अगर कचरा प्रबंधन सही प्रकार से नहीं किया जाएगा तो इंसानों के लिए तो कई समस्याएं पैदा होंगी ही साथ ही जानवरों को भी इससे कई समस्याएं होंगी।
आवारा घूमने वाले जानवर अक्सर गंदी प्लास्टिक की थैलियां खा लेते हैं जिसकी वजह से उनकी अकाल मौत हो जाती है साथ ही कचरे में बड़ी मात्रा में मच्छर भी पैदा होते हैं जो जब इंसानों को काटते हैं तो इंसानों में डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारी भी फैल जाती है।
इस प्रकार से खराब कचरे की चपेट में इंसान और जानवर दोनों ही आ जाते हैं। इसलिए यह आवश्यक है कि कचरे का मैनेजमेंट सही प्रकार से किया जाए और उसे उचित स्थान पर ही फेंका जाए।